Muzaffarnagar News: मुजफ्फरनगर जिले में तैनात रहे अपर जिला जज संदीप गुप्ता की पत्नी नीरू अग्रवाल की ओर से अधिवक्ता अमित कुमार के खिलाफ दर्ज कराए गए मुकदमे में एसआईटी ने अंतिम रिपोर्ट लगा दी है। चर्चित प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद प्रदेश के डीजीपी ने गौतमबुद्घ नगर में तैनात आईपीएस लव कुमार की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया था।
अधिवक्ता अमित कुमार जैन ने अपर जिला जज एवं उनकी पत्नी नीरू अग्रवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को शिकायत की थी। इस मामले में बातचीत की एक ऑडियो भेजी गई थी। अमित जैन के खिलाफ एडीजे की पत्नी ने सिविल लाइन थाने में मुकदमा कायम कराया था। मुकदमे की जांच सीबीआई से कराने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। लेकिन हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलने पर सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल की, जिसका सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया।
इसके बाद हाईकोर्ट ने एडीजे संदीप गुप्ता को शीर्ष अदालत में सुनवाई से पहले निलंबित करते हुए मुरादाबाद में संबद्ध कर दिया था। इस संबंध में उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल ने सुप्रीम कोर्ट में काउंटर एफेडेविट दाखिल किया। सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के डीजीपी को मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन करने के आदेश दिया था। जिसमें एक आईपीएस, एक एसएचओ और एक डिप्टी एसपी नियुक्त किए जाए। दो सप्तााह में एसआईटी की स्टेट्स रिपोर्ट दाखिल करने के आदेश दिए थे।
एसआईटी में शामिल रहे अधिकारी
डीजीपी द्वारा जिला गौतम बुद्घनगर के अपर पुलिस कमिश्नर आईपीएस लव कुमार एसआईटी के प्रभारी नियुक्त किए गए थे। उनके साथ डिप्टी एसपी आलोक दुबे और इंस्पेक्टर संजीव कुमार विश्नोई को सदस्य नियुक्त किया गया। पिछले दिनों एसआईटी टीम ने एक सप्ताह तक मुजफ्फरनगर में रहकर मामले से जुड़े लोगों के बयान लिए और छानबीन की थी।
क्या था मामला ? अधिवक्ता अमित कुमार जैन ने छोटे भाई के अपहरण और हत्या के मामले में सजा के नाम पर अपर जिला जज संदीप गुप्ता एवं उनकी पत्नी नीरू अग्रवाल पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस संबंध में एक ऑडियो भी मुख्य न्यायाधीश को भेजी थी। उसके बाद जज की पत्नी द्वारा अमित जैन पर गंभीर धाराओं में मुकदमा कायम कराया था।
विस्तार
Muzaffarnagar News: मुजफ्फरनगर जिले में तैनात रहे अपर जिला जज संदीप गुप्ता की पत्नी नीरू अग्रवाल की ओर से अधिवक्ता अमित कुमार के खिलाफ दर्ज कराए गए मुकदमे में एसआईटी ने अंतिम रिपोर्ट लगा दी है। चर्चित प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद प्रदेश के डीजीपी ने गौतमबुद्घ नगर में तैनात आईपीएस लव कुमार की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया था।
अधिवक्ता अमित कुमार जैन ने अपर जिला जज एवं उनकी पत्नी नीरू अग्रवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को शिकायत की थी। इस मामले में बातचीत की एक ऑडियो भेजी गई थी। अमित जैन के खिलाफ एडीजे की पत्नी ने सिविल लाइन थाने में मुकदमा कायम कराया था। मुकदमे की जांच सीबीआई से कराने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। लेकिन हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलने पर सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल की, जिसका सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया।
इसके बाद हाईकोर्ट ने एडीजे संदीप गुप्ता को शीर्ष अदालत में सुनवाई से पहले निलंबित करते हुए मुरादाबाद में संबद्ध कर दिया था। इस संबंध में उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल ने सुप्रीम कोर्ट में काउंटर एफेडेविट दाखिल किया। सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के डीजीपी को मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन करने के आदेश दिया था। जिसमें एक आईपीएस, एक एसएचओ और एक डिप्टी एसपी नियुक्त किए जाए। दो सप्तााह में एसआईटी की स्टेट्स रिपोर्ट दाखिल करने के आदेश दिए थे।