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मेधावी दिव्यांग छात्र-छात्राओं को चेक के साथ स्मृति चिह्न भी प्रदान किया गया। संस्था के संस्थापक सचिव डॉ. वीरेंद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि दानदाताओं की मदद से प्रकल्प आगे बढ़ रहा है। समारोह के विशिष्ट अतिथि स्वास्थ्य मंत्रालय के अपर महानिदेशक पद से सेवानिवृत्त डॉ. वाईएस कोठारी ने कहा कि संस्था दिव्यांगजनों को अपना भविष्य बनाने में मदद कर रही है।
मुख्य अतिथि सिटी मजिस्ट्रेट आनंद कुमार सिंह ने कहा कि दानदाता देवता के स्वरूप होते हैं। मंच पर संस्था के उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, एएसपी मयंक तिवारी मौजूद रहे। अध्यक्षता संस्था के संरक्षक रामशरन मित्तल ने की। संचालन डॉ. मुनीश्वर गुप्ता, रीनेश मित्तल ने किया। सीके गुप्ता, व शैलेंद्र नरवार की ओर से सहयोग दिया गया।
प्रयागराज के रहने वाले विमल यादव ने बताया कि उन्होंने संस्था से छात्रवृत्ति पाकर बैंकिंग की तैयारी की। इस समय वह बैंक में 35000 रुपये प्रति माह वेतन पा रहे हैं। मोदी नगर गाजियाबाद के विशाल राजपूत ने भी अपने अनुभव साझा किए। बाराबंकी के प्रह्लाद चौहान ने कहा कि संस्था ने उन्हें स्पोर्ट्स व्हीलचेयर उपलब्ध कराया। जिसकी बदौलत वह पैरा बैडमिंटन में यूनिवर्सिटी और राष्ट्र स्तर पर पदक जीत रहे हैं।
मेडिकल व इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे लाभार्थी
संस्था के संयुक्त सचिव सुनील विकल ने बताया कि जिन 58 छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति दी गई, उसमें 16 इंजीनियरिंग, 5 मेडिकल, 4 पीएचडी, 11 स्नातक, 6 परास्नातक, 4 बीएड, 2-2 मास्टर ऑफ फाइन आर्ट व एलएलबी, 1-1 एमसीए, एमबीए, मास्टर ऑफ बिजुअल आर्ट, एमएसडब्ल्यू, एमएड, बीफार्मा, एलएलएम, बैचलर ऑफ आप्टोमेट्री पाठ्यक्रमों की पढ़ाई कर रहे हैं।
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