पूर्व मंत्री हाजी याकूब, पत्नी संजीदा, बेटे इमरान और फिरोज की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने रविवार को कई ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। पुलिस ने परिवार के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर ले रखे हैं। एसएसपी ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि याकूब परिवार गिरफ्तारी नहीं देता है, तो उनकी कुर्की की कार्रवाई जल्द की जाएगी। उधर, शासन में बैठे आला अधिकारी भी लगातार कार्रवाई का अपडेट ले रहे हैं।
मेरठ विकास प्राधिकरण ने पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी की हापुड़ रोड स्थित फैक्टरी अल फहीम मीटैक्स प्राइवेट लिमिटेड के ध्वस्तीकरण की तैयारी कर ली है। इसके लिए याकूब से 15 दिन में जवाब मांगते हुए ध्वस्तीकरण का नोटिस जारी कर दिया है। अगले 15 दिन के अंदर याकूब कुरैशी को संबंधित जोनल अधिकारी के सामने पेश होकर जवाब देना होगा। इसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई होगी।
हाजी याकूब को जारी किए गए नोटिस में एमडीए ने लिखा है कि क्यों न आपकी फैक्टरी का ध्वस्तीकरण कर दिया जाए। नोटिस याकूब की रजिस्टर्ड अल फहीम मीटैक्स लिमिटेड और घर के पते पर भेजा गया है।
इस नोटिस के बाद अब तय हो गया है कि प्रशासन की अगली कार्रवाई फैक्टरी को ध्वस्त करने की है। एमएलसी चुनाव की 17 अप्रैल को आचार संहिता खत्म होने के बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हो सकती है। इससे पहले एमडीए सभी कागजी कार्रवाई को पूरा कर रहा है।
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हापुड़ रोड पर याकूब की फैक्टरी अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड में पुलिस और प्रशासन की टीम ने एक अप्रैल को करीब पांच करोड़ रुपये का मीट पकड़ा था। यहां अवैध रूप से मीट की पैकिंग की जा रही थी। पुलिस ने इस मामले में याकूब और उनके परिवार के तीन सदस्यों समेत 14 आरोपी बनाए थे। दस लोगों को जेल भेज दिया गया था जबकि याकूब परिवार के गैर जमानती वारंट जारी किए गए थे।
नष्ट कराया जाएगा मीट, फंफूद मिली
हाजी याकूब के मीट प्लांट पर जो मीट मिला था, उसके नमूने जांच के लिए भेजे गए थे। यह नमूने फेल हो गए हैं। एसपी देहात को इन नमूनों की जांच रिपोर्ट मिल गई है। एसपी देहात केशव कुुमार का कहना है कि एक टीम का गठन कर फैक्टरी में शेष मीट को नष्ट किया जाएगा।
चल-अचल संपत्ति की होगी जांच
पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने याकूब कुरैशी की चल-अचल संपत्ति की जांच शुरू कर दी है। पोदीवाड़ा में उनका एक, सराय बहलीम में दो मकान बताए जा रहे हैं। इसके अलावा एक डेयरी और गेराज भी बताया गया है। उनकी पूरी जानकारी के लिए अफसरों ने एमडीए के साथ ही नगर निगम और तहसील में भी संपर्क किया है। उनके एक घर में बेसमेंट भी बना हुआ है, जिसका नक्शा पास नहीं है। गैराज में दो गाड़ी मिली थीं, जो उनके बेटे फिरोज के नाम पर हैं।