सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। – फोटो : amar ujala
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मैनपुरी लोकसभा और रामपुर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा ने न सिर्फ घर-घर संपर्क कर सपा का गढ़ भेदने की तैयारी की है, बल्कि खतौली में पार्टी का कब्जा बरकरार रखने की रणनीति बनाई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उप चुनाव की कमान संभाल ली है। 15 नवंबर के बाद सरकार के मंत्री, विधायक, सांसद और संगठन पदाधिकारी मैनपुरी, रामपुर और खतौली में डेरा जमाएंगे।
उपचुनाव में जातीय समीकरण के लिहाज से नेताओं को प्रचार और बूथ प्रबंधन की जिम्मेदारी दी जाएगी। प्रत्येक बूथ पर स्थानीय टीम के साथ सरकार के मंत्री, विधायक और पार्टी के पदाधिकारी भी घर घर जाकर संपर्क करेंगे। मंत्री गली मोहल्लों में उनकी जाति से जुड़े लोगों की बैठक कर समर्थन जुटाएंगे।
मुख्यमंत्री सभी विधानसभा क्षेत्रों में रैलियां कर माहौल बनाएंगे। प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह चुनाव में प्रचार से लेकर बूथ प्रबंधन की माइक्रो प्लानिंग का रोडमैप तैयार कर रहे है।
मैनपुरी में शाक्य या ठाकुर पर दांव लगा सकती है पार्टी मैनपुरी में भाजपा शाक्य या ठाकुर समाज के प्रत्याशी पर दांव लगा सकती है। यहां शाक्य वोटरों की बड़ी संख्या होने के नाते इस समाज के नेताओं की दावेदारी ज्यादा मजबूत है। सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व सांसद रघुराज शाक्य, ममतेश शाक्य, प्रेम पाल और सतीश पाल प्रमुख दावेदार हैं। वहीं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह की मजबूत पकड़ को देखते हुए पार्टी उन्हें भी चुनाव लड़ाने पर मंथन कर रही है। मैनपुरी जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह राठौर भी दावेदारी की रेस में हैं।
रामपुर उप चुनाव में भाजपा के आकाश सक्सेना टिकट के प्रबल दावेदार हैं। आजम खां के खिलाफ सबसे बड़ी लड़ाई आकाश ही लड़ रहे हैं। विधानसभा चुनाव 2022 में भी उन्हें ही उम्मीदवार बनाया गया था। उधर, खतौली से पूर्व विधायक विक्रम सिंह सैनी अपनी पत्नी राजकुमारी सैनी के लिए टिकट मांग रहे हैं।
वहीं केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान अपने करीबी सुधीर सैनी की पैरवी कर रहे हैं। स्थानीय पदाधिकारी और संघ परिवार के लोग ओबीसी मोर्चा के क्षेत्रीय महामंत्री रुपेंद्र सैनी के पक्ष में है। क्षेत्रीय उपाध्यक्ष प्रदीप सैनी भी टिकट मांग रहे हैं।
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मैनपुरी लोकसभा और रामपुर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा ने न सिर्फ घर-घर संपर्क कर सपा का गढ़ भेदने की तैयारी की है, बल्कि खतौली में पार्टी का कब्जा बरकरार रखने की रणनीति बनाई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उप चुनाव की कमान संभाल ली है। 15 नवंबर के बाद सरकार के मंत्री, विधायक, सांसद और संगठन पदाधिकारी मैनपुरी, रामपुर और खतौली में डेरा जमाएंगे।
उपचुनाव में जातीय समीकरण के लिहाज से नेताओं को प्रचार और बूथ प्रबंधन की जिम्मेदारी दी जाएगी। प्रत्येक बूथ पर स्थानीय टीम के साथ सरकार के मंत्री, विधायक और पार्टी के पदाधिकारी भी घर घर जाकर संपर्क करेंगे। मंत्री गली मोहल्लों में उनकी जाति से जुड़े लोगों की बैठक कर समर्थन जुटाएंगे।
मुख्यमंत्री सभी विधानसभा क्षेत्रों में रैलियां कर माहौल बनाएंगे। प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह चुनाव में प्रचार से लेकर बूथ प्रबंधन की माइक्रो प्लानिंग का रोडमैप तैयार कर रहे है।
मैनपुरी में शाक्य या ठाकुर पर दांव लगा सकती है पार्टी
मैनपुरी में भाजपा शाक्य या ठाकुर समाज के प्रत्याशी पर दांव लगा सकती है। यहां शाक्य वोटरों की बड़ी संख्या होने के नाते इस समाज के नेताओं की दावेदारी ज्यादा मजबूत है। सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व सांसद रघुराज शाक्य, ममतेश शाक्य, प्रेम पाल और सतीश पाल प्रमुख दावेदार हैं। वहीं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह की मजबूत पकड़ को देखते हुए पार्टी उन्हें भी चुनाव लड़ाने पर मंथन कर रही है। मैनपुरी जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह राठौर भी दावेदारी की रेस में हैं।