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मोहम्मद मुस्लिम और अतीक अहमद। फाइल फोटो
– फोटो : अमर उजाला
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कभी अतीक अहमद के करीबी रहे लखनऊ के बिल्डर मो. मुस्लिम पर पुलिस की मेहरबानी सवालों में है। पिछले पांच सालों में उस पर कुल 12 मुकदमे दर्ज हुए। इनमें जाली दस्तावेजों से मकान कब्जाने, जान से मारने को धमकाने से लेकर रंगदारी मांगने तक के आरोप लगे। कई मामले विवेचना में सही भी पाए गए लेकिन पुलिस ने उसका गैंगचार्ट तक नहीं बनाया।
मो. मुस्लिम पर पहला मुकदमा 2007 में करेली थाने में दर्ज हुआ। बलवा, धोखाधड़ी, सात सीएलए एक्ट के साथ ही इसमें अन्य धाराएं लगीं। इसके बाद इसी थाने में उस पर धोखाधड़ी, जालसाजी समेत अन्य धाराओं में एक और केस दर्ज हुआ। फिर इसी साल दो और मुकदमे दर्ज हुए जिनमें से एक करेली जबकि दूसरा खुल्दाबाद थाने से संबंधित था।कई मुकदमों में सहअभियुक्त एक ही शख्स
2017 में एक बार फिर से उस पर आपराधिक मामले दर्ज होने शुरू हुए और फिर यह सिलसिला नहीं थमा। हाल यह रहा कि 2022 तक उस पर एक के बाद एक 12 मुकदमे लिखे गए। इनमें से तीन मुकदमे तो पिछले साल दर्ज हुए। इनमें से छह मामले ऐसे हैं जो विवेचना के दौरान सही पाए गए। साथ ही पुलिस की ओर से इनमें बिल्डर समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट लगा दी गई।
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