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उन्नाव। डीएसएन महाविद्यालय में रविवार को यातायात जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी गई। वक्ताओं ने कहा कि हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग जरूर करें।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिला कमांडेंट होमगार्ड मनोज कुमार शुक्ला ने किया। उन्होंने कहा कि सड़क पर चलते समय जागरुकता बहुत जरूरी है। यातायात उप निरीक्षक राजेश सिंह ने कहा कि ट्रैफिक नियमों का पालन कर हादसों पर अंकुश लगाया जा सकता है। उन्होंने पिछले वर्ष के मार्ग दुर्घटनाओं के आंकड़े बताएं। बताया कि एक जनवरी 2022 से 15 मई 2022 के मध्य जनपद में 326 मार्ग दुर्घटनाएं हुईं हैं। इनमें 182 लोगों ने जान गंवाई। 25 फीसदी मौतें हेलमेट न लगाने से हुई। वहीं 195 लोग गंभीर और 221 लोग मामूली घायल हुए।
डॉक्टर एसएन राय ने बताया कि हमें अभिभावकों को प्रेरित करना है कि बिना ड्राइविंग लाइसेंस के बच्चों को वाहन न दें। डीएसएन महाविद्यालय के प्राचार्य आनंद शुक्ला ने कहा कि नशा कर वाहन न चलाएं। इस दौरान पूर्व प्राचार्य डॉ. मानवेंद्र सिंह, राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रभारी डॉ. रचना त्रिवेदी मौजूद रहीं।
उन्नाव। डीएसएन महाविद्यालय में रविवार को यातायात जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी गई। वक्ताओं ने कहा कि हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग जरूर करें।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिला कमांडेंट होमगार्ड मनोज कुमार शुक्ला ने किया। उन्होंने कहा कि सड़क पर चलते समय जागरुकता बहुत जरूरी है। यातायात उप निरीक्षक राजेश सिंह ने कहा कि ट्रैफिक नियमों का पालन कर हादसों पर अंकुश लगाया जा सकता है। उन्होंने पिछले वर्ष के मार्ग दुर्घटनाओं के आंकड़े बताएं। बताया कि एक जनवरी 2022 से 15 मई 2022 के मध्य जनपद में 326 मार्ग दुर्घटनाएं हुईं हैं। इनमें 182 लोगों ने जान गंवाई। 25 फीसदी मौतें हेलमेट न लगाने से हुई। वहीं 195 लोग गंभीर और 221 लोग मामूली घायल हुए।
डॉक्टर एसएन राय ने बताया कि हमें अभिभावकों को प्रेरित करना है कि बिना ड्राइविंग लाइसेंस के बच्चों को वाहन न दें। डीएसएन महाविद्यालय के प्राचार्य आनंद शुक्ला ने कहा कि नशा कर वाहन न चलाएं। इस दौरान पूर्व प्राचार्य डॉ. मानवेंद्र सिंह, राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रभारी डॉ. रचना त्रिवेदी मौजूद रहीं।
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