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अमर उजाला नेटवर्क, प्रयागराज
Published by: विनोद सिंह
Updated Fri, 04 Mar 2022 08:40 PM IST
सार
पीसीएस की दो परीक्षाओं 38 सवाल गलत होने के बाद पीसीएस-2021 की उत्तर कुंजी शीघ्र जारी करने की मांग।अभ्यर्थियों ने लगाया आरोप, अपनी गलतियां छिपाने के लिए यूपीपीएससी उत्तर कुंजी जारी करने में कर रहा है देर।
पीसीएस-2019 और पीसीएस-2020 की प्रारंभिक परीक्षा में 38 प्रश्नों में विसंगति के मामले सामने आने के बाद अभ्यर्थियों को अब पीसीएस-2021 की प्रारंभिक परीक्षा की उत्तर कुंजी का इंतजार है। अभ्यर्थी अड़े हुए हैं कि पीसीएस-2021 की उत्तर कुंजी शीघ्र जारी की जाए और इसके लिए अभ्यर्थियों ने कई बार उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में ज्ञापन सौंपा है।
पीसीएस-2019 और पीसीएस-2020 में बड़ी संख्या में प्रश्नों में गलती होेने के बाद अब प्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा सवालों के घेरे में है। इसी आधार पर अभ्यर्थी मांग कर रहे है कि पीसीएस-2021 की प्रारंभिक परीक्षा की उत्तर कुंजी भी शीघ्र जारी की जाए।
आयोग ने पिछले साल दो दिसंबर को पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम जारी किया था और इस माह मुख्य परीक्षा प्रस्तावित है, लेकिन आयोग ने अब तक उत्तर कुंजी जारी नहीं की है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि आयोग जानबूझकर उत्तर कुंजी जारी करने में देर कर रहा है, ताकि अपनी गलतियां छिपा सके। अगर उत्तर कुंजी जारी हो जाती है तो अभ्यर्थी कोर्ट जाएंगे और आयोग को मनमानी करने का मौका नहीं मिलेगा।
अभ्यर्थियों ने आ़योग पर लगाया मनमानी का आरोप
अभ्यर्थियों का दावा है कि इसी वजह से आयोग उत्तर कुंजी जारी करने में विलंब कर रहा है। पीसीएस-2019 और पीसीएस-2020 इसका उदाहरण है, जिनमें चयनित अभ्यर्थी ज्वाइन भी कर चुके हैं और आयोग ने इसके बाद उत्तर कुंजी जारी की।
प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी अवनीश पांडेय का कहना है कि आयोग ने पहली बार न्यायालय के आदेश पर पीसीएस-2015 की उत्तर कुंजी जारी की थी। उत्तरकुंजी जारी होने के बाद गलत प्रश्नों को लेकर याचिका दाखिल हुई थी, जो अब भी न्यायालय में लंबित है।
गलत प्रश्नों को लेकर दायर की गई है याचिका
अवनीश के अनुसार पीसीएस-2016 में भी गलत प्रश्नों को लेकर उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की गई थी। यह मामला भी सर्वोच्च न्यायालय में लंबित है। पीसीएस-2017 में गलत प्रश्नों को लेकर दाखिल याचिका पर उच्च न्यायालय ने परिणाम दोबारा जारी करने के आदेश दिए थे, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय ने आयोग के पक्ष में निर्णय दिया था।
पीसीएस-2018 में संशोधित उत्तर कुंजी की जगह आयोग ने अनंतिम उत्तर कुंजी दोबारा जारी कर दी थी और अभ्यर्थियों के न्यायालय जाने पर आयोग ने अपनी गलती सुधारते हुए संशोधित उत्तर कुंजी जारी की थी। अब पीसीएस-2019 और पीसीएस-2020 में गलत प्रश्नों को लेकर अभ्यर्थी न्यायालय जाने की तैयारी कर रहे हैं।
विस्तार
पीसीएस-2019 और पीसीएस-2020 की प्रारंभिक परीक्षा में 38 प्रश्नों में विसंगति के मामले सामने आने के बाद अभ्यर्थियों को अब पीसीएस-2021 की प्रारंभिक परीक्षा की उत्तर कुंजी का इंतजार है। अभ्यर्थी अड़े हुए हैं कि पीसीएस-2021 की उत्तर कुंजी शीघ्र जारी की जाए और इसके लिए अभ्यर्थियों ने कई बार उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में ज्ञापन सौंपा है।
पीसीएस-2019 और पीसीएस-2020 में बड़ी संख्या में प्रश्नों में गलती होेने के बाद अब प्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा सवालों के घेरे में है। इसी आधार पर अभ्यर्थी मांग कर रहे है कि पीसीएस-2021 की प्रारंभिक परीक्षा की उत्तर कुंजी भी शीघ्र जारी की जाए।
आयोग ने पिछले साल दो दिसंबर को पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम जारी किया था और इस माह मुख्य परीक्षा प्रस्तावित है, लेकिन आयोग ने अब तक उत्तर कुंजी जारी नहीं की है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि आयोग जानबूझकर उत्तर कुंजी जारी करने में देर कर रहा है, ताकि अपनी गलतियां छिपा सके। अगर उत्तर कुंजी जारी हो जाती है तो अभ्यर्थी कोर्ट जाएंगे और आयोग को मनमानी करने का मौका नहीं मिलेगा।
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