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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, इटावा
Published by: शिखा पांडेय
Updated Wed, 04 May 2022 12:28 AM IST
सार
विधानसभा चुनावों के बाद शिवपाल ओर भतीजे अखिलेश में चल रही तनातनी अब किसी से छिपी नहीं है। शिवपाल अपने अगले राजनीतिक कदम के बारे में कई बार सार्वजनिक रूप से कह चुके हैं। वह कहते रहे हैं कि समय आने पर सबको पता चल जाएगा। ईद के मुबारक मौके पर एक बार पुन: पुर्नगठन की बात लिखना, वह समय आने का संकेत भी हो सकता है।
प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव
– फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
ईद के मौके पर प्रसपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के दिल के छाले फूट गए। मुबारकबाद के लिए फेसबुक और ट्विटर पर की गई पोस्ट में उन्होंने लिखा कि सम्मान के न्यूनतम बिंदु पर जाकर मैंने उसे संतुष्ट करने का प्रयास किया। इसके बावजूद भी अगर नाराज हूं तो किस स्तर तक उसने हृदय को चोट दी होगी।
हमने उसे चलना सिखाया और वह हमें रौंदता चला गया। एक बार पुन: पुनर्गठन, आत्मविश्वास और सबके सहयोग की अप्रतिम शक्ति से ईद की मुबारकबाद। सोशल मीडिया पर शिवपाल सिंह की इस पोस्ट के बाद राजनीतिक गलियों में चर्चा शुरू हो गई।
शिवपाल को करीब से जानने वालों का मानना है कि बाद प्रदेश में नए राजनीतिक समीकरण का ताना बाना बुना जा रहा है। विधानसभा चुनावों के बाद शिवपाल ओर भतीजे अखिलेश में चल रही तनातनी अब किसी से छिपी नहीं है। शिवपाल अपने अगले राजनीतिक कदम के बारे में कई बार सार्वजनिक रूप से कह चुके हैं।
वह कहते रहे हैं कि समय आने पर सबको पता चल जाएगा। ईद के मुबारक मौके पर एक बार पुन: पुर्नगठन की बात लिखना, वह समय आने का संकेत भी हो सकता है। अगर इसे संकेत मान जाए तो प्रसपा को नए सिरे से राजनीतिक रूप से मजबूत बनाने की मुहिम छेड़ी जाएगी।
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