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सार
करहल में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के भ्रम में न आएं सपा में सबका सम्मान सुरक्षित रहेगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सपा की सरकार आई तो कोई भेदभाव नहीं होगा।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बीते दो माह में तीसरी बार रविवार को मैनपुरी पहुंचे। वह अपने चुनाव क्षेत्र करहल में जनसभा को संबोधित करने आए थे। इस दौरान वह जातिगत खाई को पाटने की कोशिश करते नजर आए। उन्होंने कहा कि सपा में किसी के सम्मान के साथ खिलवाड़ नहीं होगा और न ही कोई भेदभाव किया जाएगा। इस बयान के माध्यम से वह हर जाति और वर्ग के मतदाता से जुड़ने का प्रयास करते नजर आए।
दिसंबर में अखिलेश यादव विजय रथ लेकर आए थे तो वहीं जनवरी में वह करहल सीट से नामांकन करने के लिए मैनपुरी आए थे। तीसरी बार रविवार को फिर करहल पहुंचे। यहां उन्होंने नरसिंह इंटर कॉलेज में जनसभा को संबोधित किया। जातिगत आंकड़ों के अनुसार यादव बहुल सीट पर सपा अध्यक्ष सभी जाति और वर्गों के मतदाताओं को साधने की कोशिश करते रहे।
अखिलेश ने कहा- भाजपा के भ्रम में न आएं
उन्होंने कहा कि भाजपा के भ्रम में न आएं सपा में सबका सम्मान सुरक्षित रहेगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सपा की सरकार आई तो कोई भेदभाव नहीं होगा। इसी के चलते उन्होंने करहल क्षेत्र में रूठों को मनाने की नसीहत भी कार्यकर्ताओं को दे डाली। अपने भाषण के बीच में उन्होंने सपा में शामिल होने वाले शाक्य नेताओं के नाम भी गिनाए। ये नेता रविवार को ही सपा में शामिल हुए। कहीं न कहीं इसके सहारे अखिलेश का निशाना करहल सीट के शाक्य मतदाताओं पर रहा।
भाजपा के खिलाफ अखिलेश ने तेवर दिखाए। कहा कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पहले चुनाव लड़ना चाहते हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से चुनाव की शुरुआत हो रही है, पश्चिम में ही भाजपा का सूरज हमेशा के लिए अस्त हो जाएगा। वहीं करहल की बारी आने तक भाजपा पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश से साफ हो जाएगी। उन्होंने सभा में अपना ज्ञापन लेकर पहुंचे रोजगार सेवक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता और बीएड बेरोजगारों को भी सरकार आने पर न्याय का आश्वासन दिया। पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव मौजूद रहे।
एक्सप्रेसवे के साथ गिनाईं उपलब्धियां
अखिलेश यादव ने सपा सरकार में बने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे समेत अन्य उपलब्धियों को गिनाया कहा कि समाजवादियों ने करहल से एक्सप्रेस-वे बनाने का काम किया। उन्होंने एक्सप्रेस-वे के किनारे बन रही मंडी का काम रुकवाने पर भी भाजपा सरकार को घेरा। कहा कि सपा सरकाई आई तो करहल और मैनपुरी प्रदेश में विकास का उदाहरण पेश करेंगे।
करहल और सैफई की तरह आजमगढ़ भी मेरा घर
करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे अखिलेश यादव ने रविवार को यहां जनसभा में कहा कि वे वर्तमान में आजमगढ़ से सांसद हैं। ऐसे में आजमगढ़ की जनता इस बात से निराश न हो कि वह करहल से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जैसे करहल और सैफई मेरा घर है वैसे ही आजमगढ़ भी मेरा घर है। सरकार आई तो आजमगढ़ का भी विकास और तेजी से होगा।
विधायक सोरबन सिंह ने किया त्याग
करहल से मौजूदा सपा विधायक सोबरन सिंह ने अखिलेश यादव के लिए सीट छोड़ी है। ऐसे में अखिलेश यादव ने कहा कि दान से बढ़ा अगर कुछ है तो वह त्याग है। उनके लिए सोबरन सिंह यादव ने जो त्याग किया है उसके लिए सरकार बनने पर वे सोबरन सिंह का सम्मान करेंगे। उन्होंने मुलायम सिंह यादव के लिए जसवंतनगर सीट छोड़ने वाले तत्कालीन विधायक नत्थू सिंह के बेटे सुभाष चंद्र यादव का सम्मान करने की भी बात कही।
विस्तार
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बीते दो माह में तीसरी बार रविवार को मैनपुरी पहुंचे। वह अपने चुनाव क्षेत्र करहल में जनसभा को संबोधित करने आए थे। इस दौरान वह जातिगत खाई को पाटने की कोशिश करते नजर आए। उन्होंने कहा कि सपा में किसी के सम्मान के साथ खिलवाड़ नहीं होगा और न ही कोई भेदभाव किया जाएगा। इस बयान के माध्यम से वह हर जाति और वर्ग के मतदाता से जुड़ने का प्रयास करते नजर आए।
दिसंबर में अखिलेश यादव विजय रथ लेकर आए थे तो वहीं जनवरी में वह करहल सीट से नामांकन करने के लिए मैनपुरी आए थे। तीसरी बार रविवार को फिर करहल पहुंचे। यहां उन्होंने नरसिंह इंटर कॉलेज में जनसभा को संबोधित किया। जातिगत आंकड़ों के अनुसार यादव बहुल सीट पर सपा अध्यक्ष सभी जाति और वर्गों के मतदाताओं को साधने की कोशिश करते रहे।
अखिलेश ने कहा- भाजपा के भ्रम में न आएं
उन्होंने कहा कि भाजपा के भ्रम में न आएं सपा में सबका सम्मान सुरक्षित रहेगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सपा की सरकार आई तो कोई भेदभाव नहीं होगा। इसी के चलते उन्होंने करहल क्षेत्र में रूठों को मनाने की नसीहत भी कार्यकर्ताओं को दे डाली। अपने भाषण के बीच में उन्होंने सपा में शामिल होने वाले शाक्य नेताओं के नाम भी गिनाए। ये नेता रविवार को ही सपा में शामिल हुए। कहीं न कहीं इसके सहारे अखिलेश का निशाना करहल सीट के शाक्य मतदाताओं पर रहा।
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