2019 के लोकसभआ चुनाव में अखिलेश की संपत्तियां कुल 37.78 करोड़ की थीं, जो अब 40.04 करोड़ रुपये की हो गईं है। आगरा के सांसद एसपी सिंह के पास 7.42 करोड़ की संपत्तियां थीं जो 2022 में 8.55 करोड़ रुपये की हो गईं है।
तीन साल में कोरोना से भले ही अर्थव्यवस्था डगमगाई हो। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल की संपत्तियों में कमी नहीं आई। लोकसभा चुनाव 2019 में दिए दोनों सांसदों के हलफनामे के मुताबिक अखिलेश की संपत्तियां तीन साल में 2.25 करोड़ रुपये बढ़ीं हैं जबकि एसपी सिंह की संपत्तियों में 1.13 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है।
मैनपुरी की करहल विधानसभआ सीट आगरा मंडल की हाई प्रोफाइल सीट बन गई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने भाजपा ने केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल को उतारा है। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित आगरा सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र से 2019 में एसपी सिंह सांसद बने। विधानसभा चुनाव से पहले हुए मोदी के मंत्री मंडल विस्तार में उन्हें विधि एवं न्याय राज्यमंत्री का दर्जा मिला।
आजमगढ़ से 2019 में लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन के वक्त दाखिल शपथपत्र के मुताबिक अखिलेश यादव के पास कुल 37,78,59166 रुपये की संपत्तियां थीं। जिनमें 7,90,01116 रुपये की चल एवं 16,90,21,941 करोड़ की अचल संपत्तियां थीं। इस तरह अखिलेश के पास कुल 24.80 करोड़ की संपत्तियां थीं। जबकि उनकी पत्नी डिंपल के पास 2019 में 3,68,16,108 करोड़ रुपये की चल एवं 9,30,20,001 रुपये की अचल कुल 12,98,36,109 रुपये की संपत्तियां थीं।
अखिलेश ने दर्शायी इतनी संपत्ति
सोमवार को करहल सीट पर नामांकन के साथ दाखिल हलफनामे में अखिलेश ने स्वयं पर 25,65,71,503 रुपये की संपत्तियां दर्शायी हैं। जिसमें 8,43,70, 645 रुपये की चल एवं 17,22,00858 रुपये की अचल संपत्तियां हैं। जबकि उनकी पत्नी के पास अब 4,76,84,986 रुपये की चल एवं 9,61,98,918 रुपये की अचल कुल 14,38,83904 रुपये की संपत्तियां हैं। अखिलेश व उनकी पत्नी पर मिलाकर कुल 40,04,55,407 रुपये की संपत्तियां हैं। जो 2019 की तुलना में 2022 में 2,25,96,241 रुपये बढ़ गई हैं।
भाजपा प्रत्याशी एवं केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने 2019 में आगरा लोकसभा निर्वाचन के दौरान प्रस्तुत हलफनामे में स्वयं व पत्नी पर कुल चल-अचल 7,42,74036 रुपये की संपत्तियां अंकित की थीं। जिनमें स्वयं पर चल 50,69,165 रुपये और पत्नी पर 24,90,859 की संपत्तियां थीं। जबकि स्वयं पर अचल 2,25,00000 रुपये की और पत्नी पर 4,40,00000 रुपये की संपत्तियां थीं।
सोमवार को प्रो. एसपी सिंह ने अपने हलफनामे में कुल 8,5586067 रुपये की कुल संपत्तियां घोषित की हैं। जिनमें स्वयं पर 45,94362 रुपये की चल एवं 1,8500000 की अचल संपत्तियां हैं। उनकी पत्नी पर 2591705 रुपये की चल एवं 5,9900000 की अचल संपत्तियां हैं। 2019 की तुलना में अब 1,13,12031 रुपये की चल-अचल संपत्तियां बढ़ गई हैं।
अखिलेश पर एक मुकदमा हुआ, एसपी सिंह पर दो कम हुए
2019 में लोकसभा चुनाव के शपथपत्र के अनुसार प्रो. एसपी सिंह बघेल के विरुद्ध पांच मुकदमे दर्ज थे। कई मुकदमों में गंभीर धाराएं हैं। 2022 में नामांकनपत्र में तीन मुकदमे दर्शाए हैं। तीन साल में एसपी सिंह के दो मुकदमे कम हुए हैं। जबकि 2019 में अखिलेश के विरुद्ध कोई मुकदमा नहीं था। 2022 के शपथपत्र में एक मुकदमे का जिक्र है।
विस्तार
तीन साल में कोरोना से भले ही अर्थव्यवस्था डगमगाई हो। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल की संपत्तियों में कमी नहीं आई। लोकसभा चुनाव 2019 में दिए दोनों सांसदों के हलफनामे के मुताबिक अखिलेश की संपत्तियां तीन साल में 2.25 करोड़ रुपये बढ़ीं हैं जबकि एसपी सिंह की संपत्तियों में 1.13 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है।
मैनपुरी की करहल विधानसभआ सीट आगरा मंडल की हाई प्रोफाइल सीट बन गई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने भाजपा ने केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल को उतारा है। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित आगरा सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र से 2019 में एसपी सिंह सांसद बने। विधानसभा चुनाव से पहले हुए मोदी के मंत्री मंडल विस्तार में उन्हें विधि एवं न्याय राज्यमंत्री का दर्जा मिला।
आजमगढ़ से 2019 में लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन के वक्त दाखिल शपथपत्र के मुताबिक अखिलेश यादव के पास कुल 37,78,59166 रुपये की संपत्तियां थीं। जिनमें 7,90,01116 रुपये की चल एवं 16,90,21,941 करोड़ की अचल संपत्तियां थीं। इस तरह अखिलेश के पास कुल 24.80 करोड़ की संपत्तियां थीं। जबकि उनकी पत्नी डिंपल के पास 2019 में 3,68,16,108 करोड़ रुपये की चल एवं 9,30,20,001 रुपये की अचल कुल 12,98,36,109 रुपये की संपत्तियां थीं।