उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने यूपी बोर्ड परीक्षा शुचिता पूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए एक अहम कदम उठाया है। अब परीक्षा ऐन पहले क्षेत्रीय कार्यालय परीक्षा फार्म भरने से चूके छात्रों को अनुक्रमांक नहीं आवंटित कर पाएंगे। सचिव यूपी बोर्ड दिव्यकांत शुक्ल ने इस संबंध में क्षेत्रीय कार्यालय के अपर सचिवों को पत्र भेजा है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने क्षेत्रीय कार्यालय के अपर सचिवों को भेजे पत्र में लिखा है कि पूर्व के वर्षों में देखा गया है कि परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए आवेदन न करने पाने वाले विद्यार्थियों को क्षेत्रीय कार्यालय स्तर पर अंतिम समय में अंतिम अनुक्रमांक आवंटित कर दिया जाता रहा है। इससे परीक्षा परीक्षा के सुचारु संचालन में अव्यवस्था और कठिनाई उत्पन्न होती है।
वर्ष 2021 की परीक्षा में जिन विद्यालयों के छूटे हुए परीक्षार्थियों को अंतिम अनुक्रमांक आवंटित किए गए थे, उन विद्यालयों के प्रधानाचार्यों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए 18 अगस्त को पत्र भेजा गया है, लेकिन अभी तक केवल क्षेत्रीय कार्यालय मेरठ, बरेली तथा गोरखपुर से कार्रवाई किए जाने की सूचना उपलब्ध हुई है। इस संदर्भ में क्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज और वाराणसी से कोई सूचना नहीं उपलब्ध कराई गई।
लिहाजा 2023 की परीक्षा में इसका विशेष रुप से ध्यान रखा जाए कि किसी भी छूटे परीक्षार्थियों को अंतिम अनुक्रमांक आवंटित न होने पाए, क्योंकि इसके कारण परीक्षा की शुचिता प्रभावित होती है। अब अंतिम अनुक्रमांक आवंटित होने पर संबंधित पटल सहायक सहित अन्य सभी संबंधितों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। साथ ही सचिव ने वर्ष 2018 से 2022 की परीक्षा तक किस-किस पटल सहायक ने कितने-कितने अंतिम अनुक्रमांकों का आवंटन किया गया है।
इसका पूरा विवरण संबंधित पटल सहायकों का नाम एवं पदनाम की सूचना एक सप्ताह के अंदर देनी है। साथ ही हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में प्रत्येक विद्यालय में 10 वाह्य प्रवेशी परीक्षार्थियों, जिनके विवरण पोर्टल पर 4बी श्रेणी में अपलोड होते हैं, ऐसे परीक्षार्थियों के पोर्टल पर अपलोड कराए प्रमाणपत्रों की सत्यता की जांच अनिवार्य रुप से करा ली जाए। वाह्य बोर्ड से संबंधित अर्हता प्रमाणपत्र और अंकपत्रों की जांच संबंधित बोर्ड या उसके ऑनलाइन पोर्टल से या ऑफलाइन भेजकर सत्यापन करा जाए।
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उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने यूपी बोर्ड परीक्षा शुचिता पूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए एक अहम कदम उठाया है। अब परीक्षा ऐन पहले क्षेत्रीय कार्यालय परीक्षा फार्म भरने से चूके छात्रों को अनुक्रमांक नहीं आवंटित कर पाएंगे। सचिव यूपी बोर्ड दिव्यकांत शुक्ल ने इस संबंध में क्षेत्रीय कार्यालय के अपर सचिवों को पत्र भेजा है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने क्षेत्रीय कार्यालय के अपर सचिवों को भेजे पत्र में लिखा है कि पूर्व के वर्षों में देखा गया है कि परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए आवेदन न करने पाने वाले विद्यार्थियों को क्षेत्रीय कार्यालय स्तर पर अंतिम समय में अंतिम अनुक्रमांक आवंटित कर दिया जाता रहा है। इससे परीक्षा परीक्षा के सुचारु संचालन में अव्यवस्था और कठिनाई उत्पन्न होती है।