[ad_1]
सार
उत्तर प्रदेश के नौ जिलों की 59 विधानसभा सीटों पर मतदान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस बार इन 59 सीटों पर 624 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। 2017 में इनमें से 50 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की थी, जबकि एक सीट भाजपा के गठबंधन वाली अपना दल (सोनेलाल) ने जीती थी। बाकी, दो सीटों पर कांग्रेस, चार पर समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल की थी। बहुजन समाज पार्टी के खाते में भी दो सीटें गई थीं।
उत्तर प्रदेश में तीन चरण के चुनाव हो चुके हैं। आज चौथे चरण के लिए मतदान चल रहा है। 624 प्रत्याशी चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं, लेकिन प्रमुख मुकाबला भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस के बीच है।
जिन नौ जिलों में मतदान चल रहा है, उनमें बांदा, फतेहपुर, हरदोई, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, रायबरेली, सीतापुर, पीलीभीत और उन्नाव शामिल हैं। इनमें से रायबरेली कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी खुद यहां से सांसद हैं। पिछली बार यानी 2017 में रायबरेली की दो सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी, लेकिन दोनों विधायक अब भाजपा के उम्मीदवार हैं।
सबसे ज्यादा अपराधिक छवि वाले प्रत्याशी कांग्रेस के
शुरुआती तीन चरणों में सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले प्रत्याशी समाजवादी पार्टी के थे। इस बार कांग्रेस ने इस मामले में सपा को पछाड़ दिया है। चौथे चरण में कुल 167 यानी 27% उम्मीदवार दागी हैं। इनमें भी 129 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनपर गंभीर आरोप लगे हैं। इस चरण में सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले नेताओं को टिकट देने में कांग्रेस आगे रही है। कांग्रेस के 53% प्रत्याशी दागी हैं। दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी है। सपा के 53% और तीसरे नंबर पर बसपा के 44% प्रत्याशी दागी हैं। भाजपा इस सूची में चौथे और आम आदमी पार्टी पांचवे नंबर पर है। भाजपा के 40% और आम आदमी पार्टी के 24% प्रत्याशी दागी हैं।
किस-किस तरह के लगे हैं आरोप?
नौ उम्मीदवारों पर महिलाओं के प्रति गंभीर अपराध का आरोप है। इसमें भी दो ऐसे प्रत्याशी हैं, जिनपर रेप के आरोप लगे हैं। जिन दो उम्मीदवारों पर रेप के आरोप हैं, उनमें एक रायबरेली के हरचंदरपुर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। प्रत्याशी का नाम अशोक कुमार है। दूसरे प्रत्याशी समाजवादी पार्टी से सीतापुर के सेवता सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इनका नाम महेंद्र कुमार सिंह है। पांच प्रत्याशियों ने अपने हलफनामे में बताया है कि उनपर हत्या का मामला है। 14 प्रत्याशियों पर हत्या के प्रयास का मामला चल रहा है। 59 में से 29 यानी 49% सीटें रेड अलर्ट जोन में है। मतलब यहां से चुनाव लड़ रहे तीन या इससे अधिक उम्मीदवार आपराधिक छवि वाले हैं।
1. रविदास मेहरोत्रा (समाजवादी पार्टी) : राजधानी लखनऊ की मध्य विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा पर सबसे ज्यादा 22 मुकदमे दर्ज हैं। रविदास पर कुल 74 अलग-अलग धाराओं में मामले दर्ज हैं। इनमें 16 गंभीर धाराएं लगी हुई हैं। रविदास पर महिला को बदनियती के साथ प्रताड़ना करने, जाति, धर्म के नाम पर उन्माद फैलाने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।
2. धीरेंद्र बहादुर सिंह (भाजपा) : रायबरेली की सरेन सीट से भाजपा के प्रत्याशी धीरेंद्र बहादुर सिंह पर कुल 10 मामले चल रहे हैं। धीरेंद्र पर हत्या के प्रयास, धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप हैं। उन पर 37 धाराओं में मामले दर्ज हैं।
3. सुभाष पाल (कांग्रेस) : हरदोई के बिलग्राम सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे सुभाष पाल पर कुल 10 मामले दर्ज हैं। सुभाष पर 20 अलग-अलग धाराएं लगी हुई हैं। इसमें धोखाधड़ी जैसे आरोप शामिल हैं।
4. राधेश्याम जायसवाल (समाजवादी पार्टी) : सीतापुर से समाजवादी पार्टी पर चुनाव लड़ रहे राधेश्याम जायसवाल पर कुल 10 मामले दर्ज हैं। राधेश्याम पर 17 धाराएं लगी हुई हैं, इनमें चार गंभीर हैं। चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में उन्होंने बताया है कि उनपर चुनाव में गलत तरीके से पैसे देने, दंगा भड़काने के लिए उकसाने जैसे आरोप लगे हैं।
5. सुरेंद्र कुमार (कांग्रेस) : हरदोई के बालामऊ सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी सुरेंद्र कुमार पर कुल नौ मामले दर्ज हैं। 20 अलग-अलग धाराएं लगी हुई हैं। हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।
6. राम प्रताप यादव (समाजवादी पार्टी) : रायबरेली से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे राम प्रताप यादव पर कुल आठ मामले दर्ज हैं। राम प्रताप पर 30 अलग-अलग धाराएं लगी हुईं हैं। इनमें हत्या, गलत नियम के साथ महिला को प्रताड़ित करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।
7. देवेंद्र सिंह (बसपा) : उन्नाव से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी देवेंद्र सिंह पर कुल आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं। 20 अलग-अलग धाराएं लगी हुईं हैं, इनमें सात गंभीर हैं।
8. हरप्रीत सिंह पाल (कांग्रेस) : पीलीभीत की बरखेड़ा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हरप्रीत सिंह पर कुल आठ मामले दर्ज हैं। इनमें 32 धाराएं लगी हुईं हैं, जिनमें सात गंभीर श्रेणी में आती हैं। हरप्रीत पर हत्या के प्रयास, दंगा भड़काने की कोशिश जैसे आरोप लगे हैं।
9. शिवाकांत (कांग्रेस) : फतेहपुर के हुसैनगंज सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी शिवाकांत पर कुल आठ मामले दर्ज हैं। शिवाकांत पर 23 अलग-अलग धाराएं लगी हुईं हैं। इनमें छह गंभीर हैं। शिवाकांत ने अपने हलफनामे में बताया है कि उनपर धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।
10. मोहम्मद हनीफ खान (निर्दलीय) : लखनऊ वेस्ट से निर्दलीय प्रत्याशी मोहम्मद हनीफ पर भी आठ मामले दर्ज हैं। अलग-अलग 20 धाराएं लगीं हुईं हैं। इनमें धर्म, जाति के नाम पर उन्माद फैलाने जैसे गंभीर आरोप हैं।
विस्तार
उत्तर प्रदेश में तीन चरण के चुनाव हो चुके हैं। आज चौथे चरण के लिए मतदान चल रहा है। 624 प्रत्याशी चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं, लेकिन प्रमुख मुकाबला भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस के बीच है।
जिन नौ जिलों में मतदान चल रहा है, उनमें बांदा, फतेहपुर, हरदोई, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, रायबरेली, सीतापुर, पीलीभीत और उन्नाव शामिल हैं। इनमें से रायबरेली कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी खुद यहां से सांसद हैं। पिछली बार यानी 2017 में रायबरेली की दो सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी, लेकिन दोनों विधायक अब भाजपा के उम्मीदवार हैं।
सबसे ज्यादा अपराधिक छवि वाले प्रत्याशी कांग्रेस के
शुरुआती तीन चरणों में सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले प्रत्याशी समाजवादी पार्टी के थे। इस बार कांग्रेस ने इस मामले में सपा को पछाड़ दिया है। चौथे चरण में कुल 167 यानी 27% उम्मीदवार दागी हैं। इनमें भी 129 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनपर गंभीर आरोप लगे हैं। इस चरण में सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले नेताओं को टिकट देने में कांग्रेस आगे रही है। कांग्रेस के 53% प्रत्याशी दागी हैं। दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी है। सपा के 53% और तीसरे नंबर पर बसपा के 44% प्रत्याशी दागी हैं। भाजपा इस सूची में चौथे और आम आदमी पार्टी पांचवे नंबर पर है। भाजपा के 40% और आम आदमी पार्टी के 24% प्रत्याशी दागी हैं।
किस-किस तरह के लगे हैं आरोप?
नौ उम्मीदवारों पर महिलाओं के प्रति गंभीर अपराध का आरोप है। इसमें भी दो ऐसे प्रत्याशी हैं, जिनपर रेप के आरोप लगे हैं। जिन दो उम्मीदवारों पर रेप के आरोप हैं, उनमें एक रायबरेली के हरचंदरपुर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। प्रत्याशी का नाम अशोक कुमार है। दूसरे प्रत्याशी समाजवादी पार्टी से सीतापुर के सेवता सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इनका नाम महेंद्र कुमार सिंह है। पांच प्रत्याशियों ने अपने हलफनामे में बताया है कि उनपर हत्या का मामला है। 14 प्रत्याशियों पर हत्या के प्रयास का मामला चल रहा है। 59 में से 29 यानी 49% सीटें रेड अलर्ट जोन में है। मतलब यहां से चुनाव लड़ रहे तीन या इससे अधिक उम्मीदवार आपराधिक छवि वाले हैं।
आगे पढ़ने के लिए लॉगिन या रजिस्टर करें
अमर उजाला प्रीमियम लेख सिर्फ रजिस्टर्ड पाठकों के लिए ही उपलब्ध हैं
[ad_2]
Source link