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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कानपुर
Published by: शिखा पांडेय
Updated Sun, 24 Apr 2022 12:13 AM IST
सार
वित्त मंत्रालय बैंकों में हो रहे लेनदेन की निगरानी करता है। इस दौरान शहर के कई बैंक खातों से संदिग्ध लेनदेन पकड़ा गया। इसकी जानकारी मंत्रालय ने पुलिस को दी थी। रिपोर्ट के आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम ने खातों की जांच कर उनका सत्यापन किया। इसमें पता चला कि खाताधारकों के नाम और पते फर्जी हैं। इनमें विदेश से भी ट्राजैक्शन हुआ है। कई और बड़ी गड़बड़ियां भी सामने आईं।
वित्त मंत्रालय ने शहर के कुछ लोगों के बैंक खातों से संदिग्ध लेनदेन पकड़ा है। इस आधार पर क्राइम ब्रांच ने कोतवाली और नौबस्ता थाने में दो-दो केस दर्ज कराए हैं। विवेचना में सामने आएगा कि इन खातों से संदिग्ध लेनदेन के पीछे मंशा क्या थी। उसी आधार पर कार्रवाई होगी। प्राथमिक जांच के बाद केस दर्ज कराए गए हैं।
अब तक 171 खातों में संदिग्ध लेनदेन की पुष्टि हुई है। ये खाते फर्जी नाम और पते पर खुलवाए गए थे। वित्त मंत्रालय बैंकों में हो रहे लेनदेन की निगरानी करता है। इस दौरान शहर के कई बैंक खातों से संदिग्ध लेनदेन पकड़ा गया। इसकी जानकारी मंत्रालय ने पुलिस को दी थी।
रिपोर्ट के आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम ने खातों की जांच कर उनका सत्यापन किया। इसमें पता चला कि खाताधारकों के नाम और पते फर्जी हैं। इनमें विदेश से भी ट्राजैक्शन हुआ है। कई और बड़ी गड़बड़ियां भी सामने आईं। डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया कि क्राइम ब्रांच से ही इसकी तहकीकात की जाएगी।
बड़े आर्थिक अपराध की ओर इशारा
जानकारों के अनुसार, बैंक अपने स्तर से संदिग्ध लेनदेन पर नजर रखते हैं। इससे संबंधित रिपोर्ट वित्त मंत्रालय को भेजी जाती है। वहां से तय होता है कि इसमें किस तरह की जांच होगी। इसमें ये भी हो सकता है कि ये खाते ठगी में इस्तेमाल किए जा रहे हों या इनके जरिये कालेधन का लेनदेन किया गया हो या फिर नियम विरुद्ध तरीके से विदेश से लेनदेन किया गया हो। आशंका है कि इन खातों को अपराध में इस्तेमाल किया गया हो। ये अपराध किस स्तर का है, ये जांच में स्पष्ट होगा। आतंकवाद, नक्सलवाद में भी फंडिंग की आशंका है।
एक दर्जन खातों का आया है ब्योरा
मंत्रालय से करीब एक दर्जन ऐसे संदिग्ध खातों का ब्योरा कानपुर पुलिस को सौंपा गया है। कई खातों की जांच पूरी हो चुकी है, जिसमें गड़बड़ियां नहीं मिली हैं। उसकी रिपोर्ट क्राइम ब्रांच मंत्रालय को भेजेगी। वहीं कइयों की जांच जारी है। सचेंडी के एक खाते में ठगी की रकम जमा करने का अंदेशा है। वजह यह कि इसमें बार-बार रकम जमा कर बैंक से शिकायत दर्ज कर वापस मांगी गई है। इसमें भी एफआईआर दर्ज की जा सकती है। कुल 171 खातों में से 95 खाते दक्षिण क्षेत्र की बैंकों शाखाओं में खुलवाए गए हैं। ज्यादातर खाते एसबीआई और आईसीआईसीआई बैंक की शाखाओं के हैं।
विस्तार
वित्त मंत्रालय ने शहर के कुछ लोगों के बैंक खातों से संदिग्ध लेनदेन पकड़ा है। इस आधार पर क्राइम ब्रांच ने कोतवाली और नौबस्ता थाने में दो-दो केस दर्ज कराए हैं। विवेचना में सामने आएगा कि इन खातों से संदिग्ध लेनदेन के पीछे मंशा क्या थी। उसी आधार पर कार्रवाई होगी। प्राथमिक जांच के बाद केस दर्ज कराए गए हैं।
अब तक 171 खातों में संदिग्ध लेनदेन की पुष्टि हुई है। ये खाते फर्जी नाम और पते पर खुलवाए गए थे। वित्त मंत्रालय बैंकों में हो रहे लेनदेन की निगरानी करता है। इस दौरान शहर के कई बैंक खातों से संदिग्ध लेनदेन पकड़ा गया। इसकी जानकारी मंत्रालय ने पुलिस को दी थी।
रिपोर्ट के आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम ने खातों की जांच कर उनका सत्यापन किया। इसमें पता चला कि खाताधारकों के नाम और पते फर्जी हैं। इनमें विदेश से भी ट्राजैक्शन हुआ है। कई और बड़ी गड़बड़ियां भी सामने आईं। डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया कि क्राइम ब्रांच से ही इसकी तहकीकात की जाएगी।
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