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मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल के नए चेहरों को बड़ी जिम्मेदारी देकर एक ओर जहां नई लीडरशिप तैयार करने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाया है। वहीं युवाओं और महिलाओं को भी महत्वपूर्ण विभाग सौंपकर वोट बैंक को साधने का प्रयास किया है। कैबिनेट मंत्री बनीं बेबीरानी मौर्य को महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार जैसा महत्वपूर्ण विभाग सौंपा गया है। योगेंद्र उपाध्याय को उच्च शिक्षा जैसा बड़ा महकमा देकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने का साथ शिक्षा में संघ परिवार का एजेंडा लागू करने की कमान सौंपी है। प्रदेश के पर्यटन विकास के साथ सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के प्रतीक स्थलों के विकास के लिए पर्यटन मकहमे की जिम्मेदारी जयवीर सिंह को दी गई है। संदीप सिंह को बजट और मानव संसाधन की दृष्टि से काफी अहम बेसिक जैसा विभाग सौंपा गया है। पहली बार मंत्री बने जेपीएस राठौर को सहकारिता मंत्रालय की कमान सौंपकर केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह के एजेंडे को लागू करने की जिम्मेदारी दी गई है।
परिवहन विभाग की कमान तेज तर्रार दयाशंकर सिंह को सौंपकर विभाग की छवि सुधारने के साथ सड़क परिवहन की दृष्टि से यूपी को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया गया है। असीम अरुण को समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग देकर दलित वोट बैंक को साधने की कोशिश की गई है।
अनूप प्रधान व सतीश शर्मा सीएम से संबद्ध
राज्यमंत्रियों में अनूप प्रधान वाल्मीकि को राजस्व और सतीश शर्मा को खाद्य एवं रसद तथा नागरिक आपूर्ति विभाग की जिम्मेदारी सौंपकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दोनों को अपने साथ संबद्ध रखा है। मयंकेश्वर शरण सिंह संसदीय कार्य तथा चिकित्सा स्वास्थ्य, दिनेश खटीक व रामकेश निषाद जलशक्ति, संजीव गोंड समाज कल्याण, बलदेव सिंह औलख कृ षि, अजीत पाल विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रानिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी, जसवंत सैनी संसदीय कार्य एवं औद्योगिक विकास, मनोहर लाल मन्नू श्रम एवं सेवायोजन, संजय गंगवार गन्ना विकास एवं चीनी मिलें, बृजेश सिंह लोक निर्माण, केपी मलिक वन एवं पर्यावरण, सुरेश राही कारागार, सोमेंद्र तोमर ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा, प्रतिभा शुक्ला महिला कल्याए, बाल विकास एवं पुष्टाहार, राकेश राठौर गुरु नगर विकास, रजनी तिवारी उच्च शिक्षा, दानिश आजाद अंसारी अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज से संबद्ध रहेंगे। विजय लक्ष्मी गौतम उप मुख्यमंत्री से संबद्ध रहेंगी।
नंदी से फिसला अवस्थापना
नंदी को औद्योगिक विकास विभाग की कमान जरूर सौंपी गई है, लेकिन इसका महत्वपूर्ण हिस्सा अवस्थापना मुख्यमंत्री ने अपने पास रखा है। जानकारों का कहना है कि औद्योगिक विकास में अवस्थापना का हिस्सा बेहद अहम है।
पांच मंत्रियों को पुराने विभाग, खन्ना का कद घटा
सुरेश कुमार खन्ना, सूर्य प्रताप शाही, भूपेंद्र चौधरी, कपिलदेव अग्रवाल और रवींद्र जायसवाल को पुराने विभाग ही मिले हैं। सुरेश खन्ना का कद भी घटा है। उनसे चिकित्सा शिक्षा छिन गया है। अब उनके पास वित्त और संसदीय कार्य ही रह गया है।
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