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सार
योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके साथ ही वह प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन गए हैं जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा सत्ता संभाली है।
योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट काफी प्रोफेशनल है। इसमें डॉक्टर, इंजीनियर, वकील और शिक्षक सभी हैं। 85 फीसदी मंत्री स्नातक या इससे ज्यादा पढ़े-लिखे हैं। 15 प्रतिशत मंत्री ऐसे हैं, जिन्होंने आठवीं से 12वीं तक की पढ़ाई की है। हालांकि, अनुभव के मामले में ये मंत्री भी काफी आगे हैं।
11 मंत्री स्नातक : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत 11 मंत्री स्नातक हैं। इनमें डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, देवबंद के विधायक बृजेश सिंह, मुजफ्फरनगर के कपिल देव अग्रवाल, पीलीभीत के संजय सिंह गंगवार, तिलोई से विधायक मयंकेश्वर शरण सिंह, शाहाबाद से जीतीं रजनी तिवारी, ओबरा से जीते संजीव कुमार, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे स्वतंत्र देव सिंह, अपना दल के आशीष पटेल और दिनेश प्रताप सिंह शामिल हैं।
22 मंत्री परास्नातक : योगी कैबिनेट में शामिल 22 मंत्री परास्नातक हैं। इन्होंने अलग-अलग विधाओं में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। इनमें पीएम मोदी के करीबी अफसर रहे अरविंद कुमार शर्मा, योगी कैबिनेट के इकलौते मुस्लिम मंत्री दानिश आजाद अंसारी, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने वाले जितिन प्रसाद, उत्तराखंड की राज्यपाल रहीं बेबी रानी मौर्या जैसे नाम शामिल हैं।
नौ मंत्री प्रोफेशनल ग्रेजुएट : नौ मंत्री प्रोफेशनल ग्रेजुएट हैं। इनमें बरेली के डॉ. अरुण कुमार ने एमबीबीएस किया है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और वरिष्ठ मंत्री सुरेश खन्ना, तिंदवारी से जीते रामकेश निषाद, पथरदेवा से जीते सूर्य प्रताप शाही, गाजियाबाद के नरेंद्र कश्यप और जौनपुर के गिरीश चंद्र यादव ने कानून की पढ़ाई की है। धर्मवीर प्रजापति आयुर्वेद के डॉक्टर हैं। जेपीएस राठौर ने इंजीनियरिंग की है।
तीन मंत्री डॉक्टरेट : इनमें मेरठ दक्षिण से डॉ. सोमेंद्र सिंह तोमर एत्मादपुर से डॉ. धर्मपाल सिंह के नाम शामिल हैं। डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु ने भी डॉक्टरेट किया है। वह एक कॉलेज के प्रिंसिपल भी हैं।
मेहरौनी से जीते मनोहर लाल, इलाहाबाद दक्षिण के विधायक नंद गोपाल गुप्ता नंदी और भूपेंद्र सिंह चौधरी ने 12वीं तक पढ़ाई की है। दो मंत्री आठवीं पास हैं। इनमें हस्तिनापुर से दिनेश और सीतापुर से राकेश राठौर के नाम शामिल हैं। एक समय था जब राकेश स्कूटर का पंचर बनाते थे। दो मंत्री 10वीं पास हैं। इनमें बड़ौत से जीतने वाले कृष्ण पाल मलिक और खैर विधायक अनूप वाल्मीकि के नाम शामिल हैं।
विस्तार
योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट काफी प्रोफेशनल है। इसमें डॉक्टर, इंजीनियर, वकील और शिक्षक सभी हैं। 85 फीसदी मंत्री स्नातक या इससे ज्यादा पढ़े-लिखे हैं। 15 प्रतिशत मंत्री ऐसे हैं, जिन्होंने आठवीं से 12वीं तक की पढ़ाई की है। हालांकि, अनुभव के मामले में ये मंत्री भी काफी आगे हैं।
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