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बिठूर के गंगपुर चकबदा गांव निवासी सुमित गौड़ (23) और विशाल गौड़ (22) अपने दोस्त दीपक द्विवेदी उर्फ प्रशांत (24) व आलोक के साथ इको स्पोर्ट्स कार से एक दोस्त की बर्थ डे पार्टी में शामिल होने उन्नाव गए थे। देर रात करीब सवा एक बजे लौटते समय उनकी कार गंगा बैराज वाली रोड पर ट्रांसगंगा सिटी के पास सामने से आ रहे ट्रक से जा टकराई।
इससे कार पलट गई। कार के परखचे उड़ गए। चारों युवक उसी मे आधे घंटे तक दबे रहे। मौके पर पहुंची गंगाघाट व नवाबगंज थाने की पुलिस ने युवकों को बाहर निकालकर हैलट भेजा। यहां सुमित विशाल व दीपक को मृत घोषित कर दिया गया। आलोक का इलाज जारी है। तीनों युवकों के सिर में बेहद गंभीर चोटें आईं, जिसकी वजह से अधिक रक्तस्राव हुआ। यही मौत की वजह बना। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तीनों के शराब पीने की पुष्टि हुई है।
हादसे में चचेरे भाइयों समेत तीन की मौत के मामले में पुलिस की शुरुआती जांच में बेकाबू रफ्तार वजह सामने आई है। कार की रफ्तार काफी ज्यादा थी। टक्कर आमने सामने हुई तो हादसा और भीषण हो गया। कार सवार कोई भी शख्स सीट बेल्ट नहीं लगाए था। लापरवाही से तीन की जान चली गई। एक गंभीर घायल है। पूरा गांव मातम में डूबा हुआ है।
ट्रांसगंगा रोड पर रात में सन्नाटा रहता है। अक्सर लोग तेज रफ्तार में गाड़ियां दौड़ाते हैं। उन्नाव सीओ सिटी आशुतोष कुमार ने बताया कि जांच में सामने आया कि कार की रफ्तार सौ-120 के बीच में थी। ट्रक की भी रफ्तार काफी ज्यादा थी। अचानक से जब दोनों वाहन आमने सामने हुए तो दोनों के चालक वाहनों पर नियंत्रण नहीं कर सके। पलक झपकते जोरदार टक्कर हो गई। कार चालक समेत अन्य कोई भी कार सवाल सीट बेल्ट नहीं लगाए था।
कोई नौकरी तो कोई खुद का व्यापार कर चलाते थे खर्च
सुमित पनकी केसा सबस्टेशन में संविदाकर्मी था। उसके पिता रामकुमार भी केसा के अधिकारी की गाडी चलाते हैं। घर में छोटा भाई आयुष और मां अनीता है। चचेरा भाई विशाल भी केसा के एक अधिकारी की गाड़ी चलाता था।
उसके पिता रामचन्द्र प्राइवेट कर्मी है। विशाल तीन भाइयो में मंझिला था। वहीं दीपक द्विवेदी उर्फ प्रशांत पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। परिवार में उसकी मां रीता व बहन अंजली है। प्रशांत गंगापुर चौराहा बिठूर रोड पर बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान चलाते थे। तीनों परिवार शोक में डूब गए हैं।
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