रूस-यूक्रेन में जंग से सोने, चांदी, लोहे के भाव बढ़े

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उन्नाव। रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग से सोना, चांदी, लोहा समेत अन्य आयात की जाने वाली वस्तुओं की कीमतों में रोजाना उछाल आ रहा है। व्यापारी और उद्यमी इसे लेकर चिंतित हैं। उनका कहना है कि कीमतों में उछाल से व्यापार मंदा हो रहा है। वहीं, कच्चे तेल की कीमतों में उछाल से पेट्रोलियम पदार्थों के दाम बढ़ने के आसार हैं। इससे उत्पादन लागत बढ़ने के आसार हैं। सभी प्रकार के उत्पादों की लागत और माल ढुलाई भाड़ा भी बढ़ेगा।
सराफा व्यवसायी शिशिर गुप्ता ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने व चांदी के दाम बढ़े हैं। एक सप्ताह में सोने की कीमत में प्रति दस ग्राम 3500 रुपये बढ़त आई है। सोना 49 हजार से बढ़कर 52 हजार रुपये प्रति दस ग्राम हो गया है। वहीं चांदी में तीन हजार रुपये प्रति किलो की बढ़ोत्तरी है। 64 हजार रुपये से बढ़कर 67 हजार प्रति किलो हो गई है। इससे सराफा बजार में रौनक कम हुई है।
लोहा व्यापारी शिवेंद्र ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्टील के दाम बढ़े हैं। इससे सरिया, टिनशेड, पाइप व अन्य उत्पादों की कीमतें बढ़ी हैं। थोक के आर्डर काफी कम हो गए हैं। एक सप्ताह में सरिया में छह रुपये प्रति किलो का उछाल है। 50 रुपये प्रति किलो की दर से बिकने वाली सरिया अब 56 रुपये हो गई है। लोहा पाइप में सात रुपये और लोहा चादर की कीमत में पांच रुपये उछाल आया है।
स्टील फैक्टरी संचालक एके माहेश्वरी ने बताया कि जंग होने से अंतरराष्ट्रीय बजार में कच्चे तेल की कीमतें तेजी से बढ़ रही है। आने वाले दिनों में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें बढ़ने के आसार हैं। ऐसा होने पर छोटे-बड़े सभी उद्योगों की उत्पादन लागत और माल भाड़ा दोनों ही बढ़ेगा। इससे उत्पाद महंगे होंगे। धातुओं की कीमत में आया उछाल इसकी शुरुआत है।
गद्दा फैक्टरी संचालक अतुल सेठ ने बताया की अभी तक 1.25 लाख में मिलने वाला कच्चा माल 1.35 रुपये प्रति टन में मिल रहा है। इससे प्लास्टिक, स्पंज व अन्य प्लास्टिक उत्पाद महंगे हुए हैं। जिस तरह से शेयर बाजार में बेतहाशा गिरावट हुई है उसका असर भी उद्योगों पर पड़ेगा। वर्तमान स्थिति को देखते हुए महंगाई बढ़ना तय है।

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उन्नाव। रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग से सोना, चांदी, लोहा समेत अन्य आयात की जाने वाली वस्तुओं की कीमतों में रोजाना उछाल आ रहा है। व्यापारी और उद्यमी इसे लेकर चिंतित हैं। उनका कहना है कि कीमतों में उछाल से व्यापार मंदा हो रहा है। वहीं, कच्चे तेल की कीमतों में उछाल से पेट्रोलियम पदार्थों के दाम बढ़ने के आसार हैं। इससे उत्पादन लागत बढ़ने के आसार हैं। सभी प्रकार के उत्पादों की लागत और माल ढुलाई भाड़ा भी बढ़ेगा।

सराफा व्यवसायी शिशिर गुप्ता ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने व चांदी के दाम बढ़े हैं। एक सप्ताह में सोने की कीमत में प्रति दस ग्राम 3500 रुपये बढ़त आई है। सोना 49 हजार से बढ़कर 52 हजार रुपये प्रति दस ग्राम हो गया है। वहीं चांदी में तीन हजार रुपये प्रति किलो की बढ़ोत्तरी है। 64 हजार रुपये से बढ़कर 67 हजार प्रति किलो हो गई है। इससे सराफा बजार में रौनक कम हुई है।

लोहा व्यापारी शिवेंद्र ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्टील के दाम बढ़े हैं। इससे सरिया, टिनशेड, पाइप व अन्य उत्पादों की कीमतें बढ़ी हैं। थोक के आर्डर काफी कम हो गए हैं। एक सप्ताह में सरिया में छह रुपये प्रति किलो का उछाल है। 50 रुपये प्रति किलो की दर से बिकने वाली सरिया अब 56 रुपये हो गई है। लोहा पाइप में सात रुपये और लोहा चादर की कीमत में पांच रुपये उछाल आया है।

स्टील फैक्टरी संचालक एके माहेश्वरी ने बताया कि जंग होने से अंतरराष्ट्रीय बजार में कच्चे तेल की कीमतें तेजी से बढ़ रही है। आने वाले दिनों में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें बढ़ने के आसार हैं। ऐसा होने पर छोटे-बड़े सभी उद्योगों की उत्पादन लागत और माल भाड़ा दोनों ही बढ़ेगा। इससे उत्पाद महंगे होंगे। धातुओं की कीमत में आया उछाल इसकी शुरुआत है।

गद्दा फैक्टरी संचालक अतुल सेठ ने बताया की अभी तक 1.25 लाख में मिलने वाला कच्चा माल 1.35 रुपये प्रति टन में मिल रहा है। इससे प्लास्टिक, स्पंज व अन्य प्लास्टिक उत्पाद महंगे हुए हैं। जिस तरह से शेयर बाजार में बेतहाशा गिरावट हुई है उसका असर भी उद्योगों पर पड़ेगा। वर्तमान स्थिति को देखते हुए महंगाई बढ़ना तय है।

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