लू का सितम, कूलर बाजार गरम

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उन्नाव। कोरोना काल के कारण दो साल से कूलर का बाजार पूरी तरह ठंडा रहा। इस बार संक्रमण कम होने और मार्च में ही पारा 40 डिग्री तक जाने के बाद कूलरों की मांग बढ़ गई है। दुकानदारों का कहना है कि लोग एडवांस में कूलर बुक करा रहे हैं। काम इतना अधिक है कि कारीगर कूलर बनाने के लिए दिन रात जुटे हैं।
अप्रैल की शुरुआत में ही लू के कारण लोग परेशान हैं। इस कारण कूलर बाजार में गर्मी है। दुकानदारों का कहना है कि कोविड के कारण लॉकडाउन और साप्ताहिक बंदी के कारण धंधा मंदा रहा था। कार्यालय, बाजार सहित सभी प्रतिष्ठान भी बंद रहने से कूलर की मांग कम रही। लेकिन इस बार संक्रमण थमते ही कूलर की मांग बढ़ी है। दुकानदार शैलेंद्र, दीपक विश्वकर्मा, धीरेंद्र आदि ने बताया कि मई और जून में गर्मी और बढ़ने की उम्मीद है। दो साल बाद कूलर का व्यापार बढ़ा है।
महंगाई के बाद भी बिक्री बढ़ी
गर्मी बढ़ने के साथ कूलर बनाने का सामान भी महंगा हो गया है। कूलर के दामों में 15 फीसदी का उछाल है। गर्मी इतनी अधिक है कि बिना कूलर राहत नहीं मिल रही है। लोग कारीगरों के पास एडवांस में कूलर की बुकिंग करा रहे हैं। कूलर कारीगर मो इस्लाम ने बताया कि दाम बढ़ने के बाद भी तीन गुना अधिक खरीद हो रही है।
दाम पर नजर
टिन चादर 75 रुपये से 115 रुपये किलो
पंखा 200 से 2500 रुपये किलो
कूलर 2500 रुपये से 7000 रुपये
पारा पहुंचा 40 पार
उन्नाव। रविवार को अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री तथा न्यूनतम 22.6 डिग्री रहा। लू चलने के कारण लोग बेहाल रहे। चंद्रशेखर कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ अजय मिश्रा ने बताया कि राहत की उम्मीद नहीं है। उत्तराखंड में बारिश होने पर ही मौसम में बदलाव आएगा।

ब्रिकी के लिए कूलर तैयार करते दुकानदार। संवाद

ब्रिकी के लिए कूलर तैयार करते दुकानदार। संवाद– फोटो : UNNAO

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उन्नाव। कोरोना काल के कारण दो साल से कूलर का बाजार पूरी तरह ठंडा रहा। इस बार संक्रमण कम होने और मार्च में ही पारा 40 डिग्री तक जाने के बाद कूलरों की मांग बढ़ गई है। दुकानदारों का कहना है कि लोग एडवांस में कूलर बुक करा रहे हैं। काम इतना अधिक है कि कारीगर कूलर बनाने के लिए दिन रात जुटे हैं।

अप्रैल की शुरुआत में ही लू के कारण लोग परेशान हैं। इस कारण कूलर बाजार में गर्मी है। दुकानदारों का कहना है कि कोविड के कारण लॉकडाउन और साप्ताहिक बंदी के कारण धंधा मंदा रहा था। कार्यालय, बाजार सहित सभी प्रतिष्ठान भी बंद रहने से कूलर की मांग कम रही। लेकिन इस बार संक्रमण थमते ही कूलर की मांग बढ़ी है। दुकानदार शैलेंद्र, दीपक विश्वकर्मा, धीरेंद्र आदि ने बताया कि मई और जून में गर्मी और बढ़ने की उम्मीद है। दो साल बाद कूलर का व्यापार बढ़ा है।

महंगाई के बाद भी बिक्री बढ़ी

गर्मी बढ़ने के साथ कूलर बनाने का सामान भी महंगा हो गया है। कूलर के दामों में 15 फीसदी का उछाल है। गर्मी इतनी अधिक है कि बिना कूलर राहत नहीं मिल रही है। लोग कारीगरों के पास एडवांस में कूलर की बुकिंग करा रहे हैं। कूलर कारीगर मो इस्लाम ने बताया कि दाम बढ़ने के बाद भी तीन गुना अधिक खरीद हो रही है।

दाम पर नजर

टिन चादर 75 रुपये से 115 रुपये किलो

पंखा 200 से 2500 रुपये किलो

कूलर 2500 रुपये से 7000 रुपये

पारा पहुंचा 40 पार

उन्नाव। रविवार को अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री तथा न्यूनतम 22.6 डिग्री रहा। लू चलने के कारण लोग बेहाल रहे। चंद्रशेखर कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ अजय मिश्रा ने बताया कि राहत की उम्मीद नहीं है। उत्तराखंड में बारिश होने पर ही मौसम में बदलाव आएगा।

ब्रिकी के लिए कूलर तैयार करते दुकानदार। संवाद

ब्रिकी के लिए कूलर तैयार करते दुकानदार। संवाद– फोटो : UNNAO

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