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पुरवा। संपूर्ण समाधान दिवस में डीएम ने कड़ा रुख अपनाया। सात बार शिकायत के बाद भी वरासत में लापरवाही बरतने पर लेखपाल को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। 123 शिकायतों में छह का ही मौके पर निस्तारण हो सका।
पुरवा तहसील सभागार में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में डीएम रवींद्र कुमार व एसपी दिनेश त्रिपाठी ने शिकायतें सुनीं। भवानीगंज की सुभाषनी सिंह ने बताया कि 9 दिसंबर 2021 को पति संदीप सिंह की हार्टअटैक से मौत हो गई थी। इसके बाद भी लेखपाल वरासत करने में टालमटोल रवैया अपनाए हैं। पूर्व में भी सात बार शिकायत की गई लेकिन निष्कर्ष नहीं निकला।
इस पर डीएम ने नाराजगी जताई तो तुरंत एसडीएम अजीत कुमार जायसवाल ने लेखपाल ममता प्रजापति को बुलाकर वरासत कराई। साथ ही लापरवाही बरतने पर लेखपाल को प्रतिकूल प्रविष्टि दी। डीएम ने मंगतखेड़ा से जुड़ी भूमि की समस्या पर लेखपाल वैकांत को बुलाकर फटकार लगाई। एसडीएम अजीत जायसवाल से कहा कि ऐसे मामलों में खुद मौके पर जाकर देखें। चौरसिया महासभा के रतनम चौरसिया, लवकुश व वेद प्रकाश ने सीएम को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा। बताया कि 14 जून को लगी आग से 11 पान किसानों की भीट जल गई थी। इसका मुआवजा दिलाया जाए।
बांगरमऊ में एसडीएम अंकित शुक्ला को ग्राम टांडा सातन निवासी सतीश कुमार, केतकी देवी, संतोष ,धर्मपाल, चंद्रभूषण आदि ने शिकायती पत्र दिया। बताया कि पूर्व लेखपाल व कानूनगो ने उनकी जमीन की नाप कर ग्राम लबुई निवासी दूसरे लोगों को देकर भूमिधरी खेत में मेड़ बंधवा दी। कुल 143 प्रार्थना पत्र आए। निस्तारण मात्र 27 का ही हो सका। हसनगंज में एसडीएम रामदत्त राम के सामने 57 लोगों ने शिकायती पत्र दिया। निस्तारण मात्र तीन का ही हो सका। सफीपुर में एसडीएम रामसकल मौर्य के पास 25 शिकायतें पहुंची। निस्तारण मात्र एक का ही हो सका। पाटन में एसडीएम दयाशंकर पाठक के पास 130 प्रार्थनापत्र पहुंचे। मौके पर राजस्व विभाग के नौ प्रार्थनापत्रों का निस्तारण हो सका।
फरियादियों ने बताई समस्या
करौली के जीत बहादुर ने बताया कि चार साल पहले एक ग्रामीण ने पाइप को बंद कर दिया था, तबसे किसानों को सिंचाई की सुविधा नहीं मिल पा रही है। वहीं रामापुर के वंशीलाल लोधी ने बताया कि 40 किसानों को नहर के पानी से फसलों की सिंचाई की सुविधा देने के लिए 150 मीटर नाला बना है। तीन साल से सफाई न होने से सिंचाई नहीं हो पा रही है। पूर्व में भी शिकायत की जा चुकी है लेकिन निस्तारण शून्य रहा।
सेमरीमऊ के अरुण दीक्षित ने बताया कि क्षेत्र की पांच पानी की टंकियों में सेमरीमऊ, पल्हरी, बेहटा भवानी, त्रिपुरारपुर व सिजनी सोहरामऊ खराब पड़ी है। जिससे 100 गांवों की जलापूर्ति बाधित है। कई बार शिकायत की लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
पुरवा। संपूर्ण समाधान दिवस में डीएम ने कड़ा रुख अपनाया। सात बार शिकायत के बाद भी वरासत में लापरवाही बरतने पर लेखपाल को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। 123 शिकायतों में छह का ही मौके पर निस्तारण हो सका।
पुरवा तहसील सभागार में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में डीएम रवींद्र कुमार व एसपी दिनेश त्रिपाठी ने शिकायतें सुनीं। भवानीगंज की सुभाषनी सिंह ने बताया कि 9 दिसंबर 2021 को पति संदीप सिंह की हार्टअटैक से मौत हो गई थी। इसके बाद भी लेखपाल वरासत करने में टालमटोल रवैया अपनाए हैं। पूर्व में भी सात बार शिकायत की गई लेकिन निष्कर्ष नहीं निकला।
इस पर डीएम ने नाराजगी जताई तो तुरंत एसडीएम अजीत कुमार जायसवाल ने लेखपाल ममता प्रजापति को बुलाकर वरासत कराई। साथ ही लापरवाही बरतने पर लेखपाल को प्रतिकूल प्रविष्टि दी। डीएम ने मंगतखेड़ा से जुड़ी भूमि की समस्या पर लेखपाल वैकांत को बुलाकर फटकार लगाई। एसडीएम अजीत जायसवाल से कहा कि ऐसे मामलों में खुद मौके पर जाकर देखें। चौरसिया महासभा के रतनम चौरसिया, लवकुश व वेद प्रकाश ने सीएम को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा। बताया कि 14 जून को लगी आग से 11 पान किसानों की भीट जल गई थी। इसका मुआवजा दिलाया जाए।
बांगरमऊ में एसडीएम अंकित शुक्ला को ग्राम टांडा सातन निवासी सतीश कुमार, केतकी देवी, संतोष ,धर्मपाल, चंद्रभूषण आदि ने शिकायती पत्र दिया। बताया कि पूर्व लेखपाल व कानूनगो ने उनकी जमीन की नाप कर ग्राम लबुई निवासी दूसरे लोगों को देकर भूमिधरी खेत में मेड़ बंधवा दी। कुल 143 प्रार्थना पत्र आए। निस्तारण मात्र 27 का ही हो सका। हसनगंज में एसडीएम रामदत्त राम के सामने 57 लोगों ने शिकायती पत्र दिया। निस्तारण मात्र तीन का ही हो सका। सफीपुर में एसडीएम रामसकल मौर्य के पास 25 शिकायतें पहुंची। निस्तारण मात्र एक का ही हो सका। पाटन में एसडीएम दयाशंकर पाठक के पास 130 प्रार्थनापत्र पहुंचे। मौके पर राजस्व विभाग के नौ प्रार्थनापत्रों का निस्तारण हो सका।
फरियादियों ने बताई समस्या
करौली के जीत बहादुर ने बताया कि चार साल पहले एक ग्रामीण ने पाइप को बंद कर दिया था, तबसे किसानों को सिंचाई की सुविधा नहीं मिल पा रही है। वहीं रामापुर के वंशीलाल लोधी ने बताया कि 40 किसानों को नहर के पानी से फसलों की सिंचाई की सुविधा देने के लिए 150 मीटर नाला बना है। तीन साल से सफाई न होने से सिंचाई नहीं हो पा रही है। पूर्व में भी शिकायत की जा चुकी है लेकिन निस्तारण शून्य रहा।
सेमरीमऊ के अरुण दीक्षित ने बताया कि क्षेत्र की पांच पानी की टंकियों में सेमरीमऊ, पल्हरी, बेहटा भवानी, त्रिपुरारपुर व सिजनी सोहरामऊ खराब पड़ी है। जिससे 100 गांवों की जलापूर्ति बाधित है। कई बार शिकायत की लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
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