वाराणसी मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल को केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर तैनाती दी गई है। वे कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से पांच वर्ष या अगले आदेश तक इस पद पर बने रहेंगे। केंद्र सरकार के शहरी आवास मंत्रालय में संयुक्त सचिव बनाए गए वाराणसी के मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने अपनी जवाबदेह कार्यशैली की छाप छोड़ी है। करीब साढ़े चार साल के कार्यकाल का रिकॉर्ड बनाने के दौरान उन्होंने बनारस के विकास परियोजनाओं को धरातल पर उतारने में अहम भूमिका निभाई है। काशी विश्वनाथ धाम के विस्तारीकरण परियोजना को निर्विवाद पूरा करना बनारस में उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
वर्ष 2000 कैडर के आईएएस दीपक अग्रवाल को मार्च 2018 में बनारस में मंडलायुक्त की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इनकी नियुक्ति के समय वाराणसी में कई चुनौतियां थीं, जिसमें केंद्र और राज्य की योजनाओं को तय समय में पूरी गुणवत्ता के साथ लागू करवाने से लेकर बनारस के ट्रैफिक की समस्या, वरुणा कॉरिडोर का मामला और सबसे प्रमुख चुनौती काशी विश्वनाथ मंदिर के विस्तारीकरण की योजना को सुचारु बनाए रखना था।
शानदार गवर्नेंस और बेहतर कार्य कुशलता का परिचय दीपक अग्रवाल ने अपने करीब चार साल से ज्यादा के कार्यकाल में शानदार गवर्नेंस और बेहतर कार्य कुशलता का परिचय दिया। काशी विश्वनाथ धाम के विस्तार की कार्य योजना बनने से लेकर मकानों की खरीद, परियोजना की रूपरेखा, निर्माण कार्य की देखरेख का कार्य बखूबी निभाई।
काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनकी पीठ थपथपाई थी। इससे पहले प्रवासी भारतीय दिवस का सफल आयोजन भी उनकी उपलब्धियों की फेहरिस्त में शामिल है। पूर्वांचल के किसानों की फसलों को अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराने के लिए उन्होंने एपिडा के साथ काम किया। सबसे अहम बात यह है कि वाराणसी में उनका पूरा कार्यकाल बिना किसी विवाद के रहा।
मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के बाद यहां कमिश्नर के साथ जिलाधिकारी पद पर बदलाव की संभावना है। कारण, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा की पदोन्नति कई महीने पहले हो चुकी है और उन्हें प्रयागराज का कमिश्नर भी नियुक्त किया गया था। मगर, आदेश जारी होने के तत्काल बाद उसे निरस्त किया गया था।
ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा को वाराणसी मंडल का दायित्व सौंपा जाएगा। इसके साथ ही जिलाधिकारी के रूप में नए अधिकारी की तैनाती की जाएगी।
विस्तार
वाराणसी मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल को केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर तैनाती दी गई है। वे कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से पांच वर्ष या अगले आदेश तक इस पद पर बने रहेंगे। केंद्र सरकार के शहरी आवास मंत्रालय में संयुक्त सचिव बनाए गए वाराणसी के मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने अपनी जवाबदेह कार्यशैली की छाप छोड़ी है। करीब साढ़े चार साल के कार्यकाल का रिकॉर्ड बनाने के दौरान उन्होंने बनारस के विकास परियोजनाओं को धरातल पर उतारने में अहम भूमिका निभाई है। काशी विश्वनाथ धाम के विस्तारीकरण परियोजना को निर्विवाद पूरा करना बनारस में उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
वर्ष 2000 कैडर के आईएएस दीपक अग्रवाल को मार्च 2018 में बनारस में मंडलायुक्त की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इनकी नियुक्ति के समय वाराणसी में कई चुनौतियां थीं, जिसमें केंद्र और राज्य की योजनाओं को तय समय में पूरी गुणवत्ता के साथ लागू करवाने से लेकर बनारस के ट्रैफिक की समस्या, वरुणा कॉरिडोर का मामला और सबसे प्रमुख चुनौती काशी विश्वनाथ मंदिर के विस्तारीकरण की योजना को सुचारु बनाए रखना था।
शानदार गवर्नेंस और बेहतर कार्य कुशलता का परिचय
दीपक अग्रवाल ने अपने करीब चार साल से ज्यादा के कार्यकाल में शानदार गवर्नेंस और बेहतर कार्य कुशलता का परिचय दिया। काशी विश्वनाथ धाम के विस्तार की कार्य योजना बनने से लेकर मकानों की खरीद, परियोजना की रूपरेखा, निर्माण कार्य की देखरेख का कार्य बखूबी निभाई।