विधानसभा चुनाव: 45 प्रत्याशियों की जमानत जब्त

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उन्नाव। विधानसभा चुनाव में जीत के इरादे से ताल ठोंकने उतरे 45 प्रत्याशी जमानत तक नहीं बचा पाए।
जिले की छह विधानसभा सीटों पर कुल 57 प्रत्याशियों ने भाग्य आजमाया था। इसमें चार प्रमुख राष्ट्रीय दलों के साथ छोटी पार्टियोें व निर्दलीय उम्मीदवार भी शामिल थे। सभी अपनी जीत का दावा करते नहीं थक रहे थे। गुरुवार को जब चुनाव के परिणाम जारी हुए तो पता चला कि इनमें से केवल भाजपा उम्मीदवारों को ही जीत हासिल हो सकी है। 45 प्रत्याशी 200 मत भी नहीं पा सके। इसलिए इनकी जमानत जब्त हो गई। नामांकन पत्र भरते समय सभी प्रत्याशियों (एससी, एसटी वर्ग को पांच हजार) को दस हजार रुपये की धनराशि जमा करनी होती है। निर्वाचन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, जब कोई प्रत्याशी चुनाव में कुल मतों का छठवां हिस्सा नहीं प्राप्त कर पाता है तो चुनाव आयोग यह राशि जब्त कर लेता है।
ये नहंी बचा पाए जमानत
बांगरमऊ-आरती बाजपेयी (कांग्रेस), रामकिशोर पाल (बसपा), अनिल कुमार मिश्रा, चांद आलम, रिजवानुल्लाह, सत्येंद्र, अब्दुल रज्जाक व बलराम।
सफीपुर- राजेंद्र कुमार(बसपा), शंकर लाल गौतम (कांग्रेस), जीत ज्ञानी (आम आदमी पार्टी), राजू, मुकेश।
मोहान-मधु वर्मा (कांग्रेस), सेवक लाल रावत(बसपा), नीतू कनौजिया, शत्रोहन लाल रावत, संदीप कुमार, सविता व अच्छे लाल।
सदर- आशा सिंह (कांग्रेस), देवेंद्र सिंह (बसपा), तन्मय श्रीवास्तव, बबिता कुशवाहा, युवराज सिंह चंदेल (आम आदमी पार्टी), सूरज विमल, कमलेश वर्मा व पंकज बाजपेयी
भगवंतनगर- जंग बहादुर सिंह (कांग्रेस), बृजकिशोर (बसपा), नवीन कुमार (आम आदमी पार्टी), नसीम खान, सुरेंद्र कुमार व अजय सिंह
पुरवा- उरुषा इमरान राणा (कांग्रेस), विनोद त्रिपाठी (बसपा), आशीष बाजपेयी, कुलदीप कुमार (आम आदमी पार्टी), जगन्नाथ, वेद प्रकाश, संतकुमार, अनिल, मो अशफाक, सुरेंद्र कुमार व हर्षित तिवारी।

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उन्नाव। विधानसभा चुनाव में जीत के इरादे से ताल ठोंकने उतरे 45 प्रत्याशी जमानत तक नहीं बचा पाए।

जिले की छह विधानसभा सीटों पर कुल 57 प्रत्याशियों ने भाग्य आजमाया था। इसमें चार प्रमुख राष्ट्रीय दलों के साथ छोटी पार्टियोें व निर्दलीय उम्मीदवार भी शामिल थे। सभी अपनी जीत का दावा करते नहीं थक रहे थे। गुरुवार को जब चुनाव के परिणाम जारी हुए तो पता चला कि इनमें से केवल भाजपा उम्मीदवारों को ही जीत हासिल हो सकी है। 45 प्रत्याशी 200 मत भी नहीं पा सके। इसलिए इनकी जमानत जब्त हो गई। नामांकन पत्र भरते समय सभी प्रत्याशियों (एससी, एसटी वर्ग को पांच हजार) को दस हजार रुपये की धनराशि जमा करनी होती है। निर्वाचन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, जब कोई प्रत्याशी चुनाव में कुल मतों का छठवां हिस्सा नहीं प्राप्त कर पाता है तो चुनाव आयोग यह राशि जब्त कर लेता है।

ये नहंी बचा पाए जमानत

बांगरमऊ-आरती बाजपेयी (कांग्रेस), रामकिशोर पाल (बसपा), अनिल कुमार मिश्रा, चांद आलम, रिजवानुल्लाह, सत्येंद्र, अब्दुल रज्जाक व बलराम।

सफीपुर- राजेंद्र कुमार(बसपा), शंकर लाल गौतम (कांग्रेस), जीत ज्ञानी (आम आदमी पार्टी), राजू, मुकेश।

मोहान-मधु वर्मा (कांग्रेस), सेवक लाल रावत(बसपा), नीतू कनौजिया, शत्रोहन लाल रावत, संदीप कुमार, सविता व अच्छे लाल।

सदर- आशा सिंह (कांग्रेस), देवेंद्र सिंह (बसपा), तन्मय श्रीवास्तव, बबिता कुशवाहा, युवराज सिंह चंदेल (आम आदमी पार्टी), सूरज विमल, कमलेश वर्मा व पंकज बाजपेयी

भगवंतनगर- जंग बहादुर सिंह (कांग्रेस), बृजकिशोर (बसपा), नवीन कुमार (आम आदमी पार्टी), नसीम खान, सुरेंद्र कुमार व अजय सिंह

पुरवा- उरुषा इमरान राणा (कांग्रेस), विनोद त्रिपाठी (बसपा), आशीष बाजपेयी, कुलदीप कुमार (आम आदमी पार्टी), जगन्नाथ, वेद प्रकाश, संतकुमार, अनिल, मो अशफाक, सुरेंद्र कुमार व हर्षित तिवारी।

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