विश्वविद्यालय में छात्रों में मारपीट: छात्रनेताओं के धमकाने पर चीफ प्रॉक्टर और आईईटी निदेशक ने दिया इस्तीफा

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सार

विश्वविद्यालय में बुधवार को रैगिंग को लेकर छात्रों के बीच मारपीट हो गई। जब बीचबचाव करने के लिए चीफ प्रॉक्टर और आईईटी निदेशक पहुंचे तो छात्रनेताओं ने मर्यादा लांघते हुए उन्हें ही धमकी दे दी। 

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आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी परिसर में बुधवार को छात्रों में जमकर मारपीट हुई। विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर प्रो. मनोज श्रीवास्तव, आईईटी के निदेशक प्रो. वीके सारस्वत बचाव के लिए पहुंचे तो आरोप है कि छात्रनेताओं ने उन्हें धमकाया, उल्टे मुकदमा दर्ज कराने की बात की। इससे आहत चीफ प्रॉक्टर और आईईटी के निदेशक ने विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया। उधर, प्रभारी कुलपति ने मामले में मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया है।
 
चीफ प्रॉक्टर के मुताबिक एमएससी कंप्यूटर साइंस के अंतिम वर्ष की छात्रा और बीई की छात्रा के साथ विवाद हुआ था। दोनों के साथ कुछ लड़के भी थे, उनमें भी कहासुनी हुई। कंप्यूटर साइंस विभाग के प्रो. मनु प्रताप के पास शिकायत पहुंची, उन्होंने दोनों पक्षों को डांटा। अभिभावकों को बुला लिया। चेतावनी देकर घर भेज दिया। 

दोपहर में आईईटी के निदेशक के कक्ष में चीफ प्रॉक्टर, प्रो. पीके सिंह, वित्त अधिकारी एके सिंह बैठे थे, इसी बीच दो-तीन छात्र दौड़ते हुए पहुंचे और बताया कि आईईटी के छात्रों को कुछ छात्र मार रहे हैं। सभी बाहर दौड़कर गए तो देखा कि आठ से दस छात्र आईईटी के छात्रों को डंडे से पीट रहे थे। उन्हें पकड़ने की कोशिश की तो कुछ गेट की ओर तो कुछ सांसद रामशंकर कठेरिया के आवास की तरफ भाग गए। पुलिस को सूचना दी गई। बाद में एक छात्र को पकड़कर लाए भी। कुछ छात्रनेता मौजूद थे, वह धमकाने लगे। 

रैगिंग का विरोध करने वालों पर हमला

एबीवीपी के महानगर मंत्री कर्मवीर बघेल ने कहा कि आईईटी में पढ़ने वाली छात्राओं की छात्रों की ओर से रैगिंग की घटना सामने आई। मामले में कार्रवाई की मांग करने के लिए संस्थान के निदेशक से मिलने जा रहे छात्रों पर दोषी छात्रों ने हमला कर दिया। छात्रों को आपस में लड़ता देख छात्र नेता पुनीत कुमार ने विश्वविद्यालय के प्रोफेसर के साथ मिलकर दोनों पक्षों के परिवारीजनों को बुलाकर मामला शांत कराया।

विद्यार्थी परिषद के लोगों ने छात्रों को मारा

आईईटी के निदेश प्रो. वीके सारस्वत ने कहा कि विद्यार्थी परिषद के छात्र नेताओं ने आईईटी में पढ़ने वाले झांसी, वाराणसी व अन्य जगहों के रहने वाले छात्रों की पिटाई की। पुलिस के सामने भी छात्रों से बदतमीजी की गई। बचाव करने पर छात्रनेताओं ने उल्टे मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी। जब मैं अपने छात्रों की सुरक्षा नहीं कर सकता तो निदेशक के पद पर रहने का औचित्य नहीं है। प्रति कुलपति को इस्तीफा सौंप दिया है।

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मुकदमा दर्ज कराया जाएगा

चीफ प्रॉक्टर प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि विश्वविद्यालय के खंदारी परिसर में कुछ छात्रों ने आईईटी में पढ़ने वाले छात्रों की पिटाई हमारे सामने की। रोकने पर मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी। इस पर प्रति कुलपति को चीफ प्रॉक्टर के पद से इस्तीफा सौंप दिया। मामला जानकारी में आने के बाद प्रभारी कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने संबंधित छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया है। छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। 

इस्तीफा दिया है, प्रभारी कुलपति से चर्चा करेंगे

प्रति कुलपति प्रो. अजय तनेजा ने कहा कि छात्रनेताओं की ओर से गलत व्यवहार किए जाने पर चीफ प्रॉक्टर और आईईटी के निदेशक ने इस्तीफा दिया है। मामले में प्रभारी कुलपति से चर्चा की जाएगी। इस मामले में न्यू आगरा थानाध्यक्ष अरविंद कुमार निर्वाल ने कहा कि खंदारी परिसर में मारपीट की सूचना पर पीआरवी पहुंची थी। किसी पक्ष ने अभी तक थाना न्यू आगरा में तहरीर नहीं दी है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी।

विस्तार

आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी परिसर में बुधवार को छात्रों में जमकर मारपीट हुई। विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर प्रो. मनोज श्रीवास्तव, आईईटी के निदेशक प्रो. वीके सारस्वत बचाव के लिए पहुंचे तो आरोप है कि छात्रनेताओं ने उन्हें धमकाया, उल्टे मुकदमा दर्ज कराने की बात की। इससे आहत चीफ प्रॉक्टर और आईईटी के निदेशक ने विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया। उधर, प्रभारी कुलपति ने मामले में मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया है।

 

चीफ प्रॉक्टर के मुताबिक एमएससी कंप्यूटर साइंस के अंतिम वर्ष की छात्रा और बीई की छात्रा के साथ विवाद हुआ था। दोनों के साथ कुछ लड़के भी थे, उनमें भी कहासुनी हुई। कंप्यूटर साइंस विभाग के प्रो. मनु प्रताप के पास शिकायत पहुंची, उन्होंने दोनों पक्षों को डांटा। अभिभावकों को बुला लिया। चेतावनी देकर घर भेज दिया। 

दोपहर में आईईटी के निदेशक के कक्ष में चीफ प्रॉक्टर, प्रो. पीके सिंह, वित्त अधिकारी एके सिंह बैठे थे, इसी बीच दो-तीन छात्र दौड़ते हुए पहुंचे और बताया कि आईईटी के छात्रों को कुछ छात्र मार रहे हैं। सभी बाहर दौड़कर गए तो देखा कि आठ से दस छात्र आईईटी के छात्रों को डंडे से पीट रहे थे। उन्हें पकड़ने की कोशिश की तो कुछ गेट की ओर तो कुछ सांसद रामशंकर कठेरिया के आवास की तरफ भाग गए। पुलिस को सूचना दी गई। बाद में एक छात्र को पकड़कर लाए भी। कुछ छात्रनेता मौजूद थे, वह धमकाने लगे। 

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