वृंदावन बालाजी धाम: इस मंदिर में स्थापित है दुनिया का पहला हनुमान चालीसा स्तंभ, राजस्थान के राज्यपाल ने किया लोकार्पण

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सार

वृंदावन बालाजी देवस्थान मंदिर में संकटमोचक हनुमानजी के साथ उनके पांच भाई मतिमान, श्रुतिमान, केतुमान, गतिमान और धृतिमान विराजित होंगे। इनका वर्णन ब्रह्मांड पुराण में है। 

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हनुमान जन्मोत्सव पर तीर्थनगरी में शनिवार को श्री वृंदावन बालाजी देवस्थान मंदिर का उद्घाटन किया गया। उद्घाटन समारोह में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र और भाजपा के महामंत्री संगठन सुनील बंसल शामिल हुए। मंत्रोच्चार के बीच राज्यपाल ने मंदिर का उद्घाटन किया। श्री वृंदावन बालाजी मंदिर के संस्थापक ने बताया कि बालाजी देवस्थान एकमात्र ऐसा धर्मस्थल है, जहां हनुमानजी की जन्मकुंडली स्थापित की गई है। इस अनूठे मंदिर में हनुमान जी अपने पांच भाइयों के साथ भक्तों को दर्शन देंगे। कार्यक्रम में अभिनेत्री जयाप्रदा भी शामिल हुईं। 

अटल्ला चुंगी स्थित वृंदावन बालाजी देवस्थान के संस्थापक डॉ. अनुरागकृष्ण पाठक के अनुसार हनुमानजी की साधना को लेकर दिव्य विशेषताओं से सुसज्जित मंदिर में दुनिया का पहला हनुमान चालीसा स्तंभ भक्तों के दर्शन के लिए स्थापित है। जिसकी परिक्रमा करने से भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण होगी। वृंदावन बालाजी देवस्थान ऐसा मात्र एक केंद्र है, जहां हनुमानजी की जन्मकुंडली स्थापित की गई है। वहीं दूसरी ओर हनुमान यंत्र भक्तों के कल्याण के लिए स्थापित किया गया है। 

हनुमान जी के जन्मोत्सव पर शनिवार को राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य मंदिर का उद्घाटन किया। इसके साथ हनुमान चालीसा स्तंभ का भी लोकार्पण किया गया। तीन दिवसीय उद्घाटन समारोह में हर दिन सुबह और शाम धार्मिक आयोजन हुए। वृंदावन बालाजी देवस्थान मंदिर में संकटमोचक हनुमानजी के साथ उनके पांच भाई मतिमान, श्रुतिमान, केतुमान, गतिमान और धृतिमान विराजित होंगे। इनका वर्णन ब्रह्मांड पुराण में है।

नवनिर्मित वृंदावन बालाजी देवस्थान के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल मिश्र ने कहा कि वृंदावन बालाजी देवस्थान के संस्थापक आध्यात्मिक गुरु डॉ. अनुराग कृष्ण पाठक हनुमानजी के कितने बड़े भक्त हैं, ये उनके प्रवचनों में ही नजर आता है। मानो उनकी जिव्हा पर खुद हनुमानजी बैठ जाते हैं, जब वे हनुमानजी के जीवन चरित्र का वर्णन करते हैं। आगे कहा कि इस भूमि की खासियत ही ऐसी है कि यहां पहुंचकर हर व्यक्ति के अंदर पॉजिटिविटी की अनुभूति होती है। ऐसी भूमि पर हनुमानजी के इस मंदिर में आकर हर व्यक्ति को आध्यात्मिक संजीवनी मिलेगी। 

उन्होंने कहा कि बाबा नीमकरौरी बाबा की ही प्रेरणा है कि वृंदावन बालाजी देवस्थान, उनका ही प्रसाद है। उन्हीं की प्रेरणा से सारे काम हो रहे हैं। मंदिर में हनुमान चालीसा स्तंभ की स्थापना कर दुनियाभर का नया ऐसा आध्यात्मिक केंद्र बना दिया, जहां आकर हर व्यक्ति की नकारात्मक ऊर्जा पूरी तरह खत्म हो जाएगी। पूर्व सांसद अभिनेत्री जयाप्रदा ने कहा कि वृंदावन में हनुमानजी के इस दिव्य मंदिर की स्थापना पर उन्हें शामिल होने का मौका मिला, ये सौभाग्य की बात है।

संतबिहारीदास भक्तमाली, संत गोविंदानंद तीर्थ, संत आनंददेव टाटबाबा ने भी विचार रखे। अध्यात्मिक गुरु डॉ. अनुराग कृष्ण पाठक ने कहा कि मंदिर देश ही नहीं विदेशों में भी अपना स्थान बनाने जा रहा है। मंच पर विधायक श्रीकांत शर्मा, विधायक बलदेव पूरनप्रकाश, विधायक कोल अलीगढ़ अनिल पाराशर, एमएलसी ठा. ओमप्रकाश सिंह, रविकांत गर्ग, जिला पंचायत अध्यक्ष किशन सिंह, महापौर डॉ. मुकेश आर्यबंधु, भाजयुमो के राष्ट्रीय महामंत्री रोहित चहल, संत गोविंदानंद तीर्थ, संत सीताराम दास बाबा, संत बिहारीदास भक्तमाली, संत आनंददेव टाट बाबा मौजूद रहे।

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भाजपा जिलाध्यक्ष मधु शर्मा, महानगर अध्यक्ष विनोद अग्रवाल, नगर अध्यक्ष विनीत शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष पद्मसिंह शर्मा, महंत फूलडोल बिहारीदास, महंत हरिबोल बाबा, योगेश द्विवेदी, बलराम दास बाबा, महंत सुंदरदास बाबा, आचार्य बद्रीश आदि शामिल रहे। मंच संचालन डॉ. बीके नागिया ने किया।

पहले ही दिन भक्तों की उमड़ी भीड़ 

मंदिर के उद्घाटन के साथ ही मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। हजारों भक्तों ने पांचों भाइयों के साथ मंदिर में विराजमान हुए हनुमानजी के दर्शन कर स्तंभ की परिक्रमा की। 

पीएम की गदा भी मंदिर में स्थापित की

श्री वृंदावन बालाजी देवस्थान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गदा को भी स्थापित किया गया है। यह गदा मंदिर प्रबंधन ने नीलामी के दौरान खरीदी थी। मालूम हो कि पीएम को सम्मानित करने के दौरान बहुत से उपहार दिए जाते हैं, जिनकी बाद में नीलामी की जाती है।

विस्तार

हनुमान जन्मोत्सव पर तीर्थनगरी में शनिवार को श्री वृंदावन बालाजी देवस्थान मंदिर का उद्घाटन किया गया। उद्घाटन समारोह में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र और भाजपा के महामंत्री संगठन सुनील बंसल शामिल हुए। मंत्रोच्चार के बीच राज्यपाल ने मंदिर का उद्घाटन किया। श्री वृंदावन बालाजी मंदिर के संस्थापक ने बताया कि बालाजी देवस्थान एकमात्र ऐसा धर्मस्थल है, जहां हनुमानजी की जन्मकुंडली स्थापित की गई है। इस अनूठे मंदिर में हनुमान जी अपने पांच भाइयों के साथ भक्तों को दर्शन देंगे। कार्यक्रम में अभिनेत्री जयाप्रदा भी शामिल हुईं। 

अटल्ला चुंगी स्थित वृंदावन बालाजी देवस्थान के संस्थापक डॉ. अनुरागकृष्ण पाठक के अनुसार हनुमानजी की साधना को लेकर दिव्य विशेषताओं से सुसज्जित मंदिर में दुनिया का पहला हनुमान चालीसा स्तंभ भक्तों के दर्शन के लिए स्थापित है। जिसकी परिक्रमा करने से भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण होगी। वृंदावन बालाजी देवस्थान ऐसा मात्र एक केंद्र है, जहां हनुमानजी की जन्मकुंडली स्थापित की गई है। वहीं दूसरी ओर हनुमान यंत्र भक्तों के कल्याण के लिए स्थापित किया गया है। 

हनुमान जी के जन्मोत्सव पर शनिवार को राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य मंदिर का उद्घाटन किया। इसके साथ हनुमान चालीसा स्तंभ का भी लोकार्पण किया गया। तीन दिवसीय उद्घाटन समारोह में हर दिन सुबह और शाम धार्मिक आयोजन हुए। वृंदावन बालाजी देवस्थान मंदिर में संकटमोचक हनुमानजी के साथ उनके पांच भाई मतिमान, श्रुतिमान, केतुमान, गतिमान और धृतिमान विराजित होंगे। इनका वर्णन ब्रह्मांड पुराण में है।

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