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कानपुर के बिधनू निवासी एक भाजपा नेत्री ने कानपुर आउटर में तैनात सीओ घाटमपुर के पुत्र पर उससे छेड़खानी का आरोप लगाया है। महिला का दावा है कि सीओ ने पुत्र मोह में अपने पद का दुरुपयोग करते हुए घटना के वक्त विरोध करने वाले युवक पर फर्जी रिपोर्ट दर्ज करा दी।
एसपी आउटर ने शिकायत मिलने पर जांच एडिशनल एसपी को सौंप दी है। बिधनू, सतबरी रोड निवासी महिला ने अधिकारी को बताया कि पिछले साल फरवरी माह में सीओ घाटमपुर के बेटे ने कार से उनकी स्कूटी का पीछा किया। शोर मचाने पर आसपास मौजूद उनके पड़ोसी रेशू यादव समेत कुछ लोगों ने उसकी जमकर पिटाई की थी।
शिकायत आजाद नगर पुलिस चौकी में की, लेकिन वहां समझौता करा दिया गया। घटना के वक्त सीओ लखनऊ में तैनात थे। आरोप है कि कुछ समय पहले घाटमपुर सीओ बनने के बाद रेशू व उसके परिजनों के खिलाफ बिधनू थाने में फर्जी तरीके से दो रिपोर्ट (अपराध संख्या 111/22,114/22) दर्ज करा दीं।
दोनों ही मामलों की विवेचनाओं में रेशू और उसके परिजन बेकसूर साबित हुए। इसके बाद सीओ ने फिर से जांच शुरू करा दी। इससे तंग आकर उन्होंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री, पुलिस महानिरीक्षक, एसपी आउटर से की है।
महिला का आरोप है कि सीओ ने अपना तबादला घाटमपुर में करवाया। फिर आउटर में अवैध तरीके से करोड़ों की संपत्तियां अर्जित कीं। न्यू आजाद नगर चौकी के सामने एक कॉम्प्लेक्स भी बनवाया। उन्होंने सीएम से सीओ की संपत्तियों की जांच कराने के साथ ही तबादला गैर जनपद कराने की भी मांग की है।
पीड़िता के शिकायतीपत्र के आधार पर मामले की जांच एडिशनल एसपी को सौंपी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
– तेज स्वरूप सिंह, एसपी आउटर
विस्तार
कानपुर के बिधनू निवासी एक भाजपा नेत्री ने कानपुर आउटर में तैनात सीओ घाटमपुर के पुत्र पर उससे छेड़खानी का आरोप लगाया है। महिला का दावा है कि सीओ ने पुत्र मोह में अपने पद का दुरुपयोग करते हुए घटना के वक्त विरोध करने वाले युवक पर फर्जी रिपोर्ट दर्ज करा दी।
एसपी आउटर ने शिकायत मिलने पर जांच एडिशनल एसपी को सौंप दी है। बिधनू, सतबरी रोड निवासी महिला ने अधिकारी को बताया कि पिछले साल फरवरी माह में सीओ घाटमपुर के बेटे ने कार से उनकी स्कूटी का पीछा किया। शोर मचाने पर आसपास मौजूद उनके पड़ोसी रेशू यादव समेत कुछ लोगों ने उसकी जमकर पिटाई की थी।
शिकायत आजाद नगर पुलिस चौकी में की, लेकिन वहां समझौता करा दिया गया। घटना के वक्त सीओ लखनऊ में तैनात थे। आरोप है कि कुछ समय पहले घाटमपुर सीओ बनने के बाद रेशू व उसके परिजनों के खिलाफ बिधनू थाने में फर्जी तरीके से दो रिपोर्ट (अपराध संख्या 111/22,114/22) दर्ज करा दीं।
दोनों ही मामलों की विवेचनाओं में रेशू और उसके परिजन बेकसूर साबित हुए। इसके बाद सीओ ने फिर से जांच शुरू करा दी। इससे तंग आकर उन्होंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री, पुलिस महानिरीक्षक, एसपी आउटर से की है।
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