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उन्नाव। बड़ा चौराहा पर खुले मैनहोल में दो छात्रों के गिरने की घटना प्रशासन के लिए चेतने के लिए काफी है। शहर में जगह-जगह खुले पड़े मैनहोल और नालों के टूटे पत्थर लोगों के लिए जानलेवा बन सकते हैं। लोगों ने कई बार मांग उठाई लेकिन पालिका ढक्कन या लोहे की जाली लगाने की जरूरत नहीं समझी।
नगर पालिका में विकास को लेकर हर साल करीब 300 करोड़ का बजट पास होता है इसके बाद भी शहर की सूरत नहीं बदल सकी है। जगह-जगह खुले मैनहोल कब किसके लिए जानलेवा बन जाएं भरोसा नहीं। बुधवार को कचौड़ी गली का नाला ओवरफ्ेलो होनेे से मैनहोल नजर न आने से दो छात्र गिर गए थे। गनीमत रही कि आसपास के दुकानदारों की नजर पड़ गई वर्ना बड़ा हादसा भी हो सकता था।
जनाक्रोश बढ़ने पर सिटी मजिस्ट्रेट विजेता ने नगर पालिका के जलकल अभियंता विवेक वर्मा को मैनहोल पर तत्काल लोहे की जाली लगवाने का निर्देश दिया था। नतीजा यह है कि खतरे वाला मैनहोल अभी भी खुला पड़ा है। इसी तरह धवन रोड, आईबीपी तिराहा, लोकनगर मार्ग, एबी नगर, सिविल लाइंस, कल्याणी देवी, कलक्टरगंज सहित कई स्थानों पर खुले मैनहोल से हादसों का खतरा बरकरार है।
नाला और मैनहोल को ढकने के लिए नाप कराई गई है। जल्द ही खुले पड़े मैनहोल पर जाली या पत्थर लगा दिए जाएंगे।-विवेक वर्मा, जलकल अभियंता
नगर पालिका।

हादसे के बाद भी खुला पड़ा बड़ा चौराहा का मैनहोल। संवाद– फोटो : UNNAO
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