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हसनगंज। तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में आने वाली शिकायतों के निस्तारण में खानापूरी से नाराज डीएम ने रसूलाबाद के राजस्व निरीक्षक को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दी है।
हसनगंज तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता डीएम रवींद्र कुमार ने की। उनके पास कुल 271 मामले आए। मात्र छह का ही मौके पर निस्तारण हो सका। सबसे ज्यादा राजस्व के मामले लंबित देख डीएम का पारा चढ़ गया। 50 लोगों ने शिकायतीपत्र में बताया कि लेखपाल व कानूनगो ने भूमि को संक्रमणीय नहीं किया है। नेवाजी खेड़ा के रामसागर ने बताया कि तीन बार शिकायतीपत्र दे चुके हैं लेकिन जिम्मेदार टहला रहे हैं।
असरेंदा के बेचेलाल ने बताया कि एक साल से दौड़ रहा हूं। पट्टे के आठ हजार रुपये भी जमा हैं लेकिन शर्तनामा नहीं दिया जा रहा है। रजिस्ट्रार कानूनगो पर रुपये मांगने का आरोप भी लगाया। अजैयाखेड़ा की नेहा मिश्रा ने बताया कि गांव के तीन लोग चकरोड कब्जा किए हैं। प्रार्थनापत्र देने के बाद भी लेखपाल ने जांच नहीं की। इस पर पर डीएम ने लेखपाल को बुलाकर फटकार लगाई और शाम तक चकरोड नापने के निर्देश दिए। चेतावनी दी कि यदि गुणवत्तापूर्ण निस्तारण न हुआ तो निलंबन के लिए तैयार रहें। 80 वर्षीय रामप्यारी ने विधवा पेंशन न मिलने की गुहार लगाई।
सिधूरपुर की सरिता ने बताया कि गांव के ही दो लोगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है। प्रार्थनापत्र देने के बाद भी लेखपाल देखने तक नहीं गए। डीएम ने राजस्व मामलों के निस्तारण में बरती जा रही लापरवाही पर रसूलाबाद के राजस्व निरीक्षक संतोष कुमार सिंह को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दी। वहीं लेखपाल पर कार्रवाई करने के आदेश दिए। समाधान दिवस में एसपी दिनेश त्रिपाठी, जिला वानिकी अधिकारी ईशा तिवारी, सीओ राजकुमार शुक्ला सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
50 फरियादी बैरंग लौटे
डीएम के पहुंचने की सूचना पर तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में 10 बजे से ही फरियादियों की भीड़ बढ़ गई। 50 फरियादी बैरंग लौट गए। जानकारों की मानें तो बाहर बैठे कर्मचारियों ने लेखपालों की सांठगांठ से फरियादियों को अंदर नहीं जाने दिया। इस पर डीएम ने नाराजगी जताई और एसडीएम को कड़ी फटकार लगाई। कहा कि तहसील में अराजकता फैली हुई है। इसे सुधारें वरना कार्रवाई को तैयार रहें।
रजिस्टार कानूनगो को निलंबित करने के निर्देश
डीएम ने अभिलेखागार दफ्तर व नाजिर रूम का निरीक्षण किया। नाजिर रूम में कृषक दुर्घटना बीमा की 26 फाइल लंबित मिलीं। डीएम के पूछने पर नाजिर ओमप्रकाश ने बताया कि तहसीलदार फाइलों पर हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं। जिस पर डीएम ने तहसीलदार को निलंबित और नाजिर ओम प्रकाश पर विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए। अभिलेखागार दफ्तर में मत्स्य पालन पट्टे सहित अन्य फाइलें सालों से लंबित मिलीं। डीएम ने रजिस्टार कानूनगो रामबहादुर व संतोष को निलंबित करने के निर्देश दिए। डीएम ने एसडीएम को निर्देश दिया कि अभिलेखागार में बाहरी व्यक्ति काम करते मिले तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
छह साल बाद भी कब्जा नहीं मिला
सफीपुर। शिकायत सुन रहे एसडीएम रामसकल मौर्य के पास पहुंची बारीथाना निवासी मालती ने बताया कि 16 जुलाई 2016 को पति विमलेश फल का ठेला लगाने आसीवन थानाक्षेत्र के नंगाखेड़ा चौराहे पर गए थे। वहां एक हत्याकांड में गोली विमलेश को भी लग गई थी और उनकी मौत हो गई थी। बाद में एसडीएम हसनगंज ने दो बीघा भूमि, राशनकार्ड, आवास व विधवा पेंशन दिलाने का आश्वासन दिया था। फिर उसे दो बीघा पट्टा आवंटित किया गया था लेकिन छह साल बाद भी आज तक पट्टे की भूमि पर कब्जा नहीं मिल सका है। एसडीएम ने शिकायतों का निस्तारण कराने का आश्वासन दिया।
उधर पाटन में एडीएम नरेंद्र सिंह के न पहुंचने से फरियादी मायूस दिखे। एसडीएम अजीत कुमार जायसवाल के सामने 170 प्रार्थनापत्र आए। मौके पर 10 का ही निस्तारण हो सका। पुरवा में एसडीएम दयाशंकर पाठक ने शिकायतें सुनीं। 142 मामलों में छह ही निस्तारित हो सके। बांगरमऊ में एसडीएम अंकित शुक्ला के पास 79 प्रार्थनापत्र आए। 23 का मौके पर निस्तारण हो पाया। (संवाद)
हसनगंज। तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में आने वाली शिकायतों के निस्तारण में खानापूरी से नाराज डीएम ने रसूलाबाद के राजस्व निरीक्षक को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दी है।
हसनगंज तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता डीएम रवींद्र कुमार ने की। उनके पास कुल 271 मामले आए। मात्र छह का ही मौके पर निस्तारण हो सका। सबसे ज्यादा राजस्व के मामले लंबित देख डीएम का पारा चढ़ गया। 50 लोगों ने शिकायतीपत्र में बताया कि लेखपाल व कानूनगो ने भूमि को संक्रमणीय नहीं किया है। नेवाजी खेड़ा के रामसागर ने बताया कि तीन बार शिकायतीपत्र दे चुके हैं लेकिन जिम्मेदार टहला रहे हैं।
असरेंदा के बेचेलाल ने बताया कि एक साल से दौड़ रहा हूं। पट्टे के आठ हजार रुपये भी जमा हैं लेकिन शर्तनामा नहीं दिया जा रहा है। रजिस्ट्रार कानूनगो पर रुपये मांगने का आरोप भी लगाया। अजैयाखेड़ा की नेहा मिश्रा ने बताया कि गांव के तीन लोग चकरोड कब्जा किए हैं। प्रार्थनापत्र देने के बाद भी लेखपाल ने जांच नहीं की। इस पर पर डीएम ने लेखपाल को बुलाकर फटकार लगाई और शाम तक चकरोड नापने के निर्देश दिए। चेतावनी दी कि यदि गुणवत्तापूर्ण निस्तारण न हुआ तो निलंबन के लिए तैयार रहें। 80 वर्षीय रामप्यारी ने विधवा पेंशन न मिलने की गुहार लगाई।
सिधूरपुर की सरिता ने बताया कि गांव के ही दो लोगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है। प्रार्थनापत्र देने के बाद भी लेखपाल देखने तक नहीं गए। डीएम ने राजस्व मामलों के निस्तारण में बरती जा रही लापरवाही पर रसूलाबाद के राजस्व निरीक्षक संतोष कुमार सिंह को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दी। वहीं लेखपाल पर कार्रवाई करने के आदेश दिए। समाधान दिवस में एसपी दिनेश त्रिपाठी, जिला वानिकी अधिकारी ईशा तिवारी, सीओ राजकुमार शुक्ला सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
50 फरियादी बैरंग लौटे
डीएम के पहुंचने की सूचना पर तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में 10 बजे से ही फरियादियों की भीड़ बढ़ गई। 50 फरियादी बैरंग लौट गए। जानकारों की मानें तो बाहर बैठे कर्मचारियों ने लेखपालों की सांठगांठ से फरियादियों को अंदर नहीं जाने दिया। इस पर डीएम ने नाराजगी जताई और एसडीएम को कड़ी फटकार लगाई। कहा कि तहसील में अराजकता फैली हुई है। इसे सुधारें वरना कार्रवाई को तैयार रहें।
रजिस्टार कानूनगो को निलंबित करने के निर्देश
डीएम ने अभिलेखागार दफ्तर व नाजिर रूम का निरीक्षण किया। नाजिर रूम में कृषक दुर्घटना बीमा की 26 फाइल लंबित मिलीं। डीएम के पूछने पर नाजिर ओमप्रकाश ने बताया कि तहसीलदार फाइलों पर हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं। जिस पर डीएम ने तहसीलदार को निलंबित और नाजिर ओम प्रकाश पर विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए। अभिलेखागार दफ्तर में मत्स्य पालन पट्टे सहित अन्य फाइलें सालों से लंबित मिलीं। डीएम ने रजिस्टार कानूनगो रामबहादुर व संतोष को निलंबित करने के निर्देश दिए। डीएम ने एसडीएम को निर्देश दिया कि अभिलेखागार में बाहरी व्यक्ति काम करते मिले तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
छह साल बाद भी कब्जा नहीं मिला
सफीपुर। शिकायत सुन रहे एसडीएम रामसकल मौर्य के पास पहुंची बारीथाना निवासी मालती ने बताया कि 16 जुलाई 2016 को पति विमलेश फल का ठेला लगाने आसीवन थानाक्षेत्र के नंगाखेड़ा चौराहे पर गए थे। वहां एक हत्याकांड में गोली विमलेश को भी लग गई थी और उनकी मौत हो गई थी। बाद में एसडीएम हसनगंज ने दो बीघा भूमि, राशनकार्ड, आवास व विधवा पेंशन दिलाने का आश्वासन दिया था। फिर उसे दो बीघा पट्टा आवंटित किया गया था लेकिन छह साल बाद भी आज तक पट्टे की भूमि पर कब्जा नहीं मिल सका है। एसडीएम ने शिकायतों का निस्तारण कराने का आश्वासन दिया।
उधर पाटन में एडीएम नरेंद्र सिंह के न पहुंचने से फरियादी मायूस दिखे। एसडीएम अजीत कुमार जायसवाल के सामने 170 प्रार्थनापत्र आए। मौके पर 10 का ही निस्तारण हो सका। पुरवा में एसडीएम दयाशंकर पाठक ने शिकायतें सुनीं। 142 मामलों में छह ही निस्तारित हो सके। बांगरमऊ में एसडीएम अंकित शुक्ला के पास 79 प्रार्थनापत्र आए। 23 का मौके पर निस्तारण हो पाया। (संवाद)
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