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नई दिल्ली:
चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि शिवसेना के उद्धव ठाकरे धड़े ने मुंबई के अंधेरी पूर्व में आगामी उपचुनाव के लिए तीन नामों और प्रतीकों की एक सूची दी है।
उन्होंने कहा, ‘शिवसेना बालासाहेब ठाकरे’ नाम के लिए पहली पसंद हैं और ‘शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे’ दूसरी पसंद हैं।
उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले युद्धरत गुटों के बीच विवाद के बाद चुनाव आयोग ने कल शिवसेना का नाम और उसके ‘धनुष और तीर’ चिह्न पर रोक लगा दी थी और दोनों को तीन नामों और प्रतीकों की एक सूची देने के लिए कहा था, जिनमें से ईसीआई प्रत्येक को एक आवंटित करेगा।
एकनाथ शिंदे और उनके वफादारों द्वारा शिवसेना में खुले विद्रोह के महीनों बाद चुनाव निकाय का हस्तक्षेप आता है, जिन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में श्री शिंदे के साथ एक नई सरकार बनाने के लिए भाजपा के साथ हाथ मिलाया। बागी पार्टी पर दावा करते रहे हैं कि ठाकरे खेमा पार्टी में लोकप्रिय समर्थन के बिना अल्पसंख्यक है।
चुनाव आयोग के अंतरिम आदेश के मुताबिक अब दोनों समूहों को नए नामों का चयन करना होगा। उन्हें अलग-अलग प्रतीक आवंटित किए जाएंगे, जिन्हें वे उपलब्ध मुफ्त प्रतीकों की सूची में से चुन सकते हैं।
आयोग ने पहले प्रतिद्वंद्वी समूहों को अपने दावों का समर्थन करने के लिए 8 अगस्त तक विधायी और संगठनात्मक समर्थन पर दस्तावेजी सबूत जमा करने को कहा था।
ठाकरे गुट के अनुरोध के बाद समय सीमा 7 अक्टूबर तक बढ़ा दी गई थी। शुक्रवार को अधिसूचित अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव के मद्देनजर शिंदे धड़े ने 4 अक्टूबर को चुनाव आयोग का रुख कर धनुष-बाण चुनाव चिन्ह के आवंटन की मांग की थी।
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