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सफलता की कहानी: आज हम बात करने जा रहे हैं यूपीएससी सीएसई 2019 की परीक्षा में 10वीं रैंक हासिल करने वाली संजीता महापात्रा की। सफलता के लिए निरंतरता की आवश्यकता होती है, खासकर तब जब आप भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से किसी एक का प्रयास कर रहे हों। अक्सर, सफलता प्राप्त करने से पहले कई असफलताओं का सामना करना पड़ता है। सफलता की कुंजी दृढ़ता है और अपने लक्ष्यों को नहीं छोड़ना है। संजीता महापात्रा की सफलता की कहानी इसी तरह की है कि उन्होंने बाधाओं के बावजूद अपने जीवन के लक्ष्यों को हासिल किया।
संजीता महापात्रा – पृष्ठभूमि
संजीता का जन्म सुंदरगढ़ में हुआ और पालन-पोषण राउरकेला में हुआ। उन्होंने अकादमिक रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और सीईटी भुवनेश्वर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग पूरी की। संजीता हमेशा आईएएस अधिकारी और कलेक्टर बनने का सपना देखती थी। अपनी डिग्री पूरी करने के बाद, उन्होंने 2018 तक सेल, राउरकेला स्टील प्लांट में एक प्रशिक्षु (तकनीकी) के रूप में काम किया, जब उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए इस्तीफा दे दिया। संजीता ने 2017 में मुंबई में आरबीआई में मैनेजर बिश्वरंजन मुंडारी से शादी की और नौकरी छोड़कर मुंबई आ गईं।
जीवन में उच्च समय
संजीता ने ओडिशा प्रशासनिक सेवा (OAS) परीक्षा भी उत्तीर्ण की और ओडिशा राज्य में दूसरे स्थान पर रहीं। उसने ओडिशा लोक सेवा आयोग के लिए भी योग्यता प्राप्त की लेकिन यूपीएससी की तैयारी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए नौकरी की पेशकश को स्वीकार नहीं किया। संजीता के परिवार ने यूपीएससी की तैयारी के दौरान उनका साथ दिया और इसने उन्हें कई बार असफल होने के बाद भी कोशिश करते रहने के लिए प्रेरित किया।
जीवन में असफलताएँ
सफलता केवल परिणाम प्राप्त करने के बारे में नहीं है; यह उस यात्रा के बारे में है जो आपके लक्ष्य तक ले जाती है। संजीता जब 22 साल की थीं, तब उन्होंने सेल आरएसपी में जूनियर मैनेजर के तौर पर काम किया था। उनके काम में फील्ड मेंटेनेंस, अपनी उम्र से दोगुने लोगों को मैनेज करना और शिफ्ट में काम करना शामिल था। संजीता ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए 2018 में इस्तीफा दे दिया था। संजीता की यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कॉलेज के दौरान ही शुरू हो गई थी। तैयारी और संशोधन की कमी के कारण वह अपने पहले तीन प्रयासों में प्रारंभिक परीक्षा में असफल रही। अपने चौथे प्रयास में उन्होंने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया लेकिन मुख्य परीक्षा पास नहीं कर पाईं।
संजीता महापात्रा: सक्सेस स्टोरी
संजीता ने अपने पांचवें प्रयास में यूपीएससी सीएसई परीक्षा पास की। वह अपनी सफलता का श्रेय स्वाध्याय, साप्ताहिक कार्यक्रम और समय पर लक्ष्यों को प्राप्त करने को देती हैं। संजीता ने समाजशास्त्र को अपने वैकल्पिक विषय के रूप में चुना और इसमें महारत हासिल करने के लिए तीन महीने का क्रैश कोर्स किया। उसने एनसीईआरटी की किताबों और छोटे मुख्य बिंदुओं से नोट्स बनाए और करंट अफेयर्स के लिए अखबारों पर निर्भर रही। संजीता ने दैनिक समय सारिणी का पालन नहीं किया बल्कि सभी विषयों के लिए मासिक लक्ष्य निर्धारित किया और हर रात अपनी प्रगति का मूल्यांकन किया। वह गुणवत्तापूर्ण अध्ययन समय में विश्वास करती है, न कि अध्ययन में बिताए गए घंटों की संख्या में। संजीता केबीके क्षेत्र और आदिवासी इलाकों के विकास में योगदान देना चाहती हैं।
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