सड़क हादसे में एयरफोर्स जवान की जान गई

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उन्नाव। एयरफोर्स जवान की बाइक में मंगलवार रात तेज रफ्तार वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में उनकी मौत हो गई। बुधवार को बक्सर घाट पर एयरफोर्स जवानों ने उन्हें अंतिम विदाई दी।
बारासगवर के अहरौरा गांव निवासी योगेश सिंह (35) दिल्ली में सार्जेंट (हवलदार) पद पर थे। वह बेटी रुद्रांशी को टेनिस प्रतियोगिता में ले जाने के लिए 21 मई को छुट्टी पर आए थे। योगेश बेटी व पत्नी रश्मि को ससुराल रामादेवी कानपुर छोड़कर पैतृक गांव अहिरौरा चले गए। बुधवार शाम चार बजे दिल्ली जाने के लिए उन्हें ट्रेन पकड़नी थी।
मंगलवार रात लगभग 10 बजे बाइक से वह ससुराल जाने के लिए निकले। लालकुआं-ऊंचागांव मार्ग पर रग्घूखेड़ा के पास अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों ने उन्हें पीएचसी बीघापुर पहुंचाया। जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। बुधवार दोपहर पोस्टमार्टम के बाद परिजन एयरफोर्स व सेना के जवानों के साथ पार्थिव शरीर लेकर पैतृक गांव पहुंचे। योगेश के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। बड़े भाई छत्रपाल सिंह को लोगों ने ढांढस बंधाया।
कानपुर से पहुंची टीम ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर
एयरफोर्स स्टेशन कानपुर से ऑफीसर एमपी सिन्हा, रवि कुमार, अरुण कुमार, अनिकेत, राहुल, संदीप, एसके नंदन समेत 19 सदस्यीय टीम गांव पहुंची। योगेश के पार्थिव शरीर को बक्सर घाट ले जाकर तिरंगा लपेटकर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
पोस्टमार्टम में देरी पर परिजन नाराज
परिजनों के अनुसार हादसे के बाद रात में ही शव को पोस्टमार्टम हाउस लाया गया था। दोपहर दो बजे तक पुलिस पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू नहीं करा पाई। पोस्टमार्टम में देरी होती देख परिजनों में खासा नाराजगी रही। दिल्ली एयरफोर्स स्टेशन से पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे विकास हुड्डा व धीरेंद्र यादव से परिजनों ने शिकायत की।

यह भी पढ़ें -  उन्नावः बाग में फंदे से लटका मिला युवक का शव

उन्नाव। एयरफोर्स जवान की बाइक में मंगलवार रात तेज रफ्तार वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में उनकी मौत हो गई। बुधवार को बक्सर घाट पर एयरफोर्स जवानों ने उन्हें अंतिम विदाई दी।

बारासगवर के अहरौरा गांव निवासी योगेश सिंह (35) दिल्ली में सार्जेंट (हवलदार) पद पर थे। वह बेटी रुद्रांशी को टेनिस प्रतियोगिता में ले जाने के लिए 21 मई को छुट्टी पर आए थे। योगेश बेटी व पत्नी रश्मि को ससुराल रामादेवी कानपुर छोड़कर पैतृक गांव अहिरौरा चले गए। बुधवार शाम चार बजे दिल्ली जाने के लिए उन्हें ट्रेन पकड़नी थी।

मंगलवार रात लगभग 10 बजे बाइक से वह ससुराल जाने के लिए निकले। लालकुआं-ऊंचागांव मार्ग पर रग्घूखेड़ा के पास अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों ने उन्हें पीएचसी बीघापुर पहुंचाया। जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। बुधवार दोपहर पोस्टमार्टम के बाद परिजन एयरफोर्स व सेना के जवानों के साथ पार्थिव शरीर लेकर पैतृक गांव पहुंचे। योगेश के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। बड़े भाई छत्रपाल सिंह को लोगों ने ढांढस बंधाया।

कानपुर से पहुंची टीम ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर

एयरफोर्स स्टेशन कानपुर से ऑफीसर एमपी सिन्हा, रवि कुमार, अरुण कुमार, अनिकेत, राहुल, संदीप, एसके नंदन समेत 19 सदस्यीय टीम गांव पहुंची। योगेश के पार्थिव शरीर को बक्सर घाट ले जाकर तिरंगा लपेटकर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

पोस्टमार्टम में देरी पर परिजन नाराज

परिजनों के अनुसार हादसे के बाद रात में ही शव को पोस्टमार्टम हाउस लाया गया था। दोपहर दो बजे तक पुलिस पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू नहीं करा पाई। पोस्टमार्टम में देरी होती देख परिजनों में खासा नाराजगी रही। दिल्ली एयरफोर्स स्टेशन से पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे विकास हुड्डा व धीरेंद्र यादव से परिजनों ने शिकायत की।

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