[ad_1]
प्रयागराज जिले का गंगापार इलाका एक बार फिर सामूहिक हत्याकांड से दहल उठा। थरवई के खेवराजपुर में अधेड़ दंपती समेत एक ही परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या कर दी गई। उन्हें पीट-पीटकर और नुकीले हथियार से गोद-गोदकर मौत के घाट उतार दिया गया। मृतकों में दंपती की बहू व बेटी भी शामिल हैं। हत्यारों ने दंपती की एक साल की पौत्री को भी मार डाला। कत्ल के बाद घर के एक कमरे को आग के हवाले कर हत्यारे फरार हो गए। थरवई में हुए सामूहिक हत्याकांड में हत्यारों ने बर्बरता की सभी हदें पार कर दीं। हाल यह रहा कि ग्रामीण ही नहीं, जवान और पुलिस अफसर भी हैवानियत देख स्तब्ध थे। हत्यारों के सिर पर किस कदर खून सवार था, इसका पता इसी से चलता है कि एक साल की मासूम साक्षी को देखकर भी उनका दिल नहीं पसीजा। उन्होंने सोते वक्त ही सिर पर वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया था। घटना के बाद मौके पर सबसे पहले पहुंचे पुलिसकर्मियों ने चारपाई पर मृत पड़ी मां के ठीक बगल में उसका शव पड़ा देखा तो उनका भी कलेजा मुंह को आ गया।
रॉड या डंडे से पीटा, सब्बल से भी किया वार?
हत्याकांड में हत्यारों व वजह के अलावा अब तक यह भी पता नहीं चल सका है कि वह कौन से हथियार थे जो पांच लोगों को मौत के घाट उतारने में प्रयुक्त किए गए। जानकारों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जिस तरह से चोटों की बात सामने आई है, उससे यही लग रहा है कि किसी ठोस, वजनी चीज के साथ ही नुकीले औजार का भी इस्तेमाल हत्या में किया गया।
हो सकता है कि यह औजार लोहे की रॉड, डंडा और सब्बल हों। दरअसल पूर्व में इस तरह के सामूहिक हत्याकांडों में इन औजारों का इस्तेमाल किए जाने की बात सामने आ चुकी है।
यही नहीं कुछ घटनाओं में हत्या में प्रयुक्त औजार बरामद भी किए जा चुके हैं। फिलहाल पुलिस अफसरों का कहना है कि हत्यारों के पकड़े जाने के बाद ही कुछ स्पष्ट कहा जा सकेगा।
साइकोकिलर गिरोह तो नहीं?
इस हत्याकांड के बाद एक आशंका यह भी जताई जा रही है कि वारदात में किसी साइको किलर गिरोह का हाथ तो नही। दरअसल जिले में सामूहिक हत्याकांड की अब तक हुई ज्यादातर घटनाओं में मृतक महिलाओं व युवतियों संग दुष्कर्म की बात सामने आई है। हालांकि इस घटना में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हो सकी है लेकिन इसकी आशंका से भी इंकार नहीं किया जा रहा।
[ad_2]
Source link