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उन्नाव। हत्या से पहले दलित बच्ची के साथ हैवानियत की हदें पार की गईं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट इसकी पुष्टि कर रही है। बच्ची के नाजुक अंग में गंभीर घाव मिले हैं। अंदेशा है कि किसी औजार से नाजुक अंग में हमला किया गया। उसके सिर की हड्डी दो जगह टूटी मिली हैं। चेहरे, हाथ व सीने में भी पांच चोटें हैं। पैनल व वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी दरिंदगी देख सहम गए। दुष्कर्म की पुष्टि के लिए दो स्लाइड बनाई गईं हैं।
माखी थाना क्षेत्र में रहने वाले बच्ची के मामा ने बताया कि हत्या में नामजद महिला के जेठ-देवर व दो भाई लगातार उसकी मासूम भांजी के साथ बड़ा कृत्य कर बदला पूरा करने की धमकी दे रहे थे।
बच्ची की मां लगभग 10 बार इसकी शिकायत लेकर कोतवाली गई पर पुलिस बार-बार यही कहती रही कि पड़ोसी गुस्से में ऐसा बोल रहे हैं, ध्यान न दो। पुलिस यदि समय रहते कार्रवाई करती तो भांजी के साथ घटना न होती। बताया कि बच्ची चार भाई बहनों में दूसरे नंबर की थी। नामजद महिला के अलावा अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए स्वॉट व कोतवाली पुलिस की चार टीमें संभावित जगहों पर दबिश दे रही हैं। देर शाम खेत में भारी पुलिस बल की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया।
ननिहाल से न लौटती तो बच जाती जान
परिजन बार-बार यही कह रहे थे कि बच्ची नाना के घर से न आती तो उसकी जान बच जाती। परिजनों के अनुसार तीन मई को बच्ची मां के साथ ननिहाल माखी थाना क्षेत्र गई थी। पांच मई को वह मां के साथ घर लौट आई। रात में पूरे परिवार ने खाना खाया और सोने के लिए आंगन में चारपाई डाली गई। गर्मी अधिक लगने की बात कहकर बच्ची ने मां से छत पर चलने की जिद की। मां उसे लेकर छत पर पहुंची। बच्ची ने प्यास लगने की बात कही तो मां नीचे आ गई। इसी दौरान बच्ची को अगवा कर लिया गया।
खून लगा पत्थर कब्जे में
सुराग तलाशने के लिए फील्ड यूनिट व स्वॉट टीम मौके पर पहुंची। जिस पिलर से सिर पटककर बच्ची की हत्या की गई थी, उसे सूंघता हुआ खोजी कुत्ता 100 मीटर की परिधि में गया और फिर लौट आया। शव के पास एक कोठरी में भी फील्ड यूनिट पहुंची पर वहां से भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा। खून लगे पत्थर को पुलिस ने कब्जे में लिया है।
दो माह पूर्व डरकर भागा था पिता
बच्ची की मां ने बताया कि नामजद महिला का देवर उसके पति पर फर्जी दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराने की फिराक में था। इस डर से उसका पति दो माह पहले घर से भागा था। मासूम बच्ची की हत्या की जानकारी पर सोमवार सुबह वह घर पहुंचा है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची की हत्या की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही उसके नाजुक अंग में जख्म भी मिले हैं। दुष्कर्म की पुष्टि के लिए स्लाइड बनाई गई है। स्लाइड रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। – एसपी दिनेश त्रिपाठी
उन्नाव। हत्या से पहले दलित बच्ची के साथ हैवानियत की हदें पार की गईं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट इसकी पुष्टि कर रही है। बच्ची के नाजुक अंग में गंभीर घाव मिले हैं। अंदेशा है कि किसी औजार से नाजुक अंग में हमला किया गया। उसके सिर की हड्डी दो जगह टूटी मिली हैं। चेहरे, हाथ व सीने में भी पांच चोटें हैं। पैनल व वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी दरिंदगी देख सहम गए। दुष्कर्म की पुष्टि के लिए दो स्लाइड बनाई गईं हैं।
माखी थाना क्षेत्र में रहने वाले बच्ची के मामा ने बताया कि हत्या में नामजद महिला के जेठ-देवर व दो भाई लगातार उसकी मासूम भांजी के साथ बड़ा कृत्य कर बदला पूरा करने की धमकी दे रहे थे।
बच्ची की मां लगभग 10 बार इसकी शिकायत लेकर कोतवाली गई पर पुलिस बार-बार यही कहती रही कि पड़ोसी गुस्से में ऐसा बोल रहे हैं, ध्यान न दो। पुलिस यदि समय रहते कार्रवाई करती तो भांजी के साथ घटना न होती। बताया कि बच्ची चार भाई बहनों में दूसरे नंबर की थी। नामजद महिला के अलावा अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए स्वॉट व कोतवाली पुलिस की चार टीमें संभावित जगहों पर दबिश दे रही हैं। देर शाम खेत में भारी पुलिस बल की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया।
ननिहाल से न लौटती तो बच जाती जान
परिजन बार-बार यही कह रहे थे कि बच्ची नाना के घर से न आती तो उसकी जान बच जाती। परिजनों के अनुसार तीन मई को बच्ची मां के साथ ननिहाल माखी थाना क्षेत्र गई थी। पांच मई को वह मां के साथ घर लौट आई। रात में पूरे परिवार ने खाना खाया और सोने के लिए आंगन में चारपाई डाली गई। गर्मी अधिक लगने की बात कहकर बच्ची ने मां से छत पर चलने की जिद की। मां उसे लेकर छत पर पहुंची। बच्ची ने प्यास लगने की बात कही तो मां नीचे आ गई। इसी दौरान बच्ची को अगवा कर लिया गया।
खून लगा पत्थर कब्जे में
सुराग तलाशने के लिए फील्ड यूनिट व स्वॉट टीम मौके पर पहुंची। जिस पिलर से सिर पटककर बच्ची की हत्या की गई थी, उसे सूंघता हुआ खोजी कुत्ता 100 मीटर की परिधि में गया और फिर लौट आया। शव के पास एक कोठरी में भी फील्ड यूनिट पहुंची पर वहां से भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा। खून लगे पत्थर को पुलिस ने कब्जे में लिया है।
दो माह पूर्व डरकर भागा था पिता
बच्ची की मां ने बताया कि नामजद महिला का देवर उसके पति पर फर्जी दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराने की फिराक में था। इस डर से उसका पति दो माह पहले घर से भागा था। मासूम बच्ची की हत्या की जानकारी पर सोमवार सुबह वह घर पहुंचा है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची की हत्या की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही उसके नाजुक अंग में जख्म भी मिले हैं। दुष्कर्म की पुष्टि के लिए स्लाइड बनाई गई है। स्लाइड रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। – एसपी दिनेश त्रिपाठी
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