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स्लाटर हाउस में जांच करते प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी राधेश्याम व अन्य।संवाद
– फोटो : UNNAO
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उन्नाव। अवैध स्लाटरिंग सहित अन्य गड़बड़ियों की शिकायत पर हुई जांच के बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जागा। बुधवार को स्लाटर हाउस की जांच में ईटीपी (इंफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट), वायु प्रदूषण नियंत्रण यंत्र, अनुपयोगी मांस के रखरखाव में बड़े पैमाने पर खामियां मिलीं। बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट डीएम को भेजी है।
दहीचौकी औद्योगिक क्षेत्र स्थित स्टैंडर्ड स्लाटर हाउस में बड़े पैमाने पर खामियां और अवैध स्लाटिंग की शिकायतों पर सीडीओ दिव्यांशु पटेल ने मंगलवार को एसडीएम सदर सत्यप्रिय सिंह और सीओ सिटी कृपाशंकर से जांच कराई थी। जांच में अवैध स्लाटरिंग की पुष्टि हुई थी। गंदगी व दुर्गंध सहित अन्य मानकों पर स्लाटर हाउस प्रबंधन की अनदेखी सामने आई थी। बुधवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी राधेश्याम विभागीय टीम के साथ पहुंचे और जांच की। स्लाटर हाउस के ईटीपी दुरुस्त नहीं मिली। इसे तत्काल ठीक कराने के आदेश दिए गए। ईटीपी की पाइप लाइन से जगह-जगह रिसाव मिला। दुर्गंध की रोकथाम के लिए लगा बायोफिल्टर भी खराब मिला। इससे इसका नियमित संचालन होते नहीं पाया गया। मल्टी साइक्लोन डस्ट कलेक्टर भी मरम्मत योग्य पाया गया। मीट के टुकड़े और अपशिष्ट खुले स्थान पर बिखरे मिले।
क्षेत्रीय अधिकारी राधेश्याम ने बताया कि स्लाटर हाउस में बड़े पैमाने पर खामियां मिली हैं। इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है। बताया कि अन्य सभी स्लाटर हाउसों का भी औचक निरीक्षण कराया जाएगा। एसडीएम व सीओ की संयुक्त जांच में बड़े पैमाने पर खामियां मिलने की जांच रिपोर्ट के आधार पर सीडीओ ने सीवीओ और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आरओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सीडीओ दिव्यांशु पटेल ने सीवीओ डॉ.पीके सिंह और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी राधेश्याम को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। कहा है कि स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें।
उन्नाव। अवैध स्लाटरिंग सहित अन्य गड़बड़ियों की शिकायत पर हुई जांच के बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जागा। बुधवार को स्लाटर हाउस की जांच में ईटीपी (इंफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट), वायु प्रदूषण नियंत्रण यंत्र, अनुपयोगी मांस के रखरखाव में बड़े पैमाने पर खामियां मिलीं। बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट डीएम को भेजी है।
दहीचौकी औद्योगिक क्षेत्र स्थित स्टैंडर्ड स्लाटर हाउस में बड़े पैमाने पर खामियां और अवैध स्लाटिंग की शिकायतों पर सीडीओ दिव्यांशु पटेल ने मंगलवार को एसडीएम सदर सत्यप्रिय सिंह और सीओ सिटी कृपाशंकर से जांच कराई थी। जांच में अवैध स्लाटरिंग की पुष्टि हुई थी। गंदगी व दुर्गंध सहित अन्य मानकों पर स्लाटर हाउस प्रबंधन की अनदेखी सामने आई थी। बुधवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी राधेश्याम विभागीय टीम के साथ पहुंचे और जांच की। स्लाटर हाउस के ईटीपी दुरुस्त नहीं मिली। इसे तत्काल ठीक कराने के आदेश दिए गए। ईटीपी की पाइप लाइन से जगह-जगह रिसाव मिला। दुर्गंध की रोकथाम के लिए लगा बायोफिल्टर भी खराब मिला। इससे इसका नियमित संचालन होते नहीं पाया गया। मल्टी साइक्लोन डस्ट कलेक्टर भी मरम्मत योग्य पाया गया। मीट के टुकड़े और अपशिष्ट खुले स्थान पर बिखरे मिले।
क्षेत्रीय अधिकारी राधेश्याम ने बताया कि स्लाटर हाउस में बड़े पैमाने पर खामियां मिली हैं। इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है। बताया कि अन्य सभी स्लाटर हाउसों का भी औचक निरीक्षण कराया जाएगा। एसडीएम व सीओ की संयुक्त जांच में बड़े पैमाने पर खामियां मिलने की जांच रिपोर्ट के आधार पर सीडीओ ने सीवीओ और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आरओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सीडीओ दिव्यांशु पटेल ने सीवीओ डॉ.पीके सिंह और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी राधेश्याम को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। कहा है कि स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें।
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