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सार
हनुमान जन्मोत्सव पर आगरा के हनुमान मंदिरों को भव्य रूप से सजाया गया है। लंगड़े की चौकी स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पर भए प्रकट कृपाला उत्सव की है। यहां 10 दिनों से हनुमत जन्मोत्सव का आयोजन हो रहा है।
आगरा में लंगड़े की चौकी हनुमान मंदिर 500 साल पुराना है। यह मंदिर मुगलकालीन है, जो कभी शहर से दूर था। अब यह घनी बस्ती में शामिल हो गया है। यहां हनुमान जी का दिव्य विग्रह संगमरमर के सिंहासन पर विराजमान हैं। जिनके दर्शन मात्र से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। हनुमान बाबा के चरणों में विनती लगाने या अपने मनोरथ पूरे होने पर फूल बंगला सजवाने वालों की लंबी फेहरिस्त है। दो साल तक मंदिर में फूल बंगला बुक रहते हैं। इसमें शहर के अलावा मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद आदि भक्त शामिल हैं।
हनुमान जी बने गए थे लंगड़े चौकीदार
मंदिर महंत गोविंद उपाध्याय के अनुसार प्राचीन काल में जहां मंदिर है, यहां एक सरकारी चौकी हुआ करती थी। यहां लंगड़ा चौकीदार तैनात था। वह भगवान श्रीराम का भक्त था। एक दिन वह अपनी ड्यूटी पर नहीं था, किसी ने उसकी शिकायत कर दी।
कोतवाल पता करने गया तो चौकीदार श्रीराम कथा में मौजूद था। वह वापस लंगड़े की चौकी वाले स्थान पर आया तो वहां भी वह चौकीदार मिल गया। चौकीदार से पूछे जाने पर उसने बताया कि यहां हनुमान जी ड्यूटी कर रहे थे। इसके बाद यहां मंदिर का निर्माण कराया गया। जिसका नाम लंगड़े चौकीदार के नाम पर रखा गया।
पूरी होती है मनोकामना
श्रद्धालु लोकेंद्र जादौन ने कहा कि लगड़े की चौकी हनुमान मंदिर में सभी भक्तों की मनोकामना पूरी होती है। मंदिर में हर मंगलवार और शनिवार को आता हूं। मंदिर में आने के बाद एक अलग सा एहसास होता है। महेंद्र शर्मा ने कहा कि शहर में वैसे तो कई हनुमानजी के मंदिर हैं, लेकिन इस मंदिर में कई वर्षों से आ रहा हूं। कोई भी समस्या होने पर हनुमानजी से समाधान करने के लिए कहता हूं और समाधान होता भी है।
31 साल बाद बन रहा मकर राशि में शनि का शुभ योग
ज्योतिषाचार्य शिवशरण पाराशर ने बताया कि हनुमान जन्मोत्सव पर मकर राशि में शनि का शुभ योग बन रहा है। उन्होंने बताया कि इससे 31 साल पहले 1991 में 30 अप्रैल को यह योग बना था। ज्योतिष में मंगल और शनि दोनों ही क्रूर ग्रह हैं। हनुमान जी का पूजन करने से इन दोनों ग्रहों के दोष शांत किए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि जन्मोत्सव पर हनुमान जी की प्रतिमा के सामने दीपक जलाने एवं हनुमान चालीसा, सुंदरकांड का पाठ करने पर मनोकामना पूरी होगी।
विस्तार
आगरा में लंगड़े की चौकी हनुमान मंदिर 500 साल पुराना है। यह मंदिर मुगलकालीन है, जो कभी शहर से दूर था। अब यह घनी बस्ती में शामिल हो गया है। यहां हनुमान जी का दिव्य विग्रह संगमरमर के सिंहासन पर विराजमान हैं। जिनके दर्शन मात्र से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। हनुमान बाबा के चरणों में विनती लगाने या अपने मनोरथ पूरे होने पर फूल बंगला सजवाने वालों की लंबी फेहरिस्त है। दो साल तक मंदिर में फूल बंगला बुक रहते हैं। इसमें शहर के अलावा मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद आदि भक्त शामिल हैं।
हनुमान जी बने गए थे लंगड़े चौकीदार
मंदिर महंत गोविंद उपाध्याय के अनुसार प्राचीन काल में जहां मंदिर है, यहां एक सरकारी चौकी हुआ करती थी। यहां लंगड़ा चौकीदार तैनात था। वह भगवान श्रीराम का भक्त था। एक दिन वह अपनी ड्यूटी पर नहीं था, किसी ने उसकी शिकायत कर दी।
कोतवाल पता करने गया तो चौकीदार श्रीराम कथा में मौजूद था। वह वापस लंगड़े की चौकी वाले स्थान पर आया तो वहां भी वह चौकीदार मिल गया। चौकीदार से पूछे जाने पर उसने बताया कि यहां हनुमान जी ड्यूटी कर रहे थे। इसके बाद यहां मंदिर का निर्माण कराया गया। जिसका नाम लंगड़े चौकीदार के नाम पर रखा गया।
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