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उन्नाव। जिले की हर ग्राम पंचायत में अमृत वन की स्थापना होगी। जुलाई में गांवों में स्थान चिह्नित कर एक साथ 75 पौधे रोपे जाएंगे। इन्हें अमृत वन नाम दिया जाएगा। ये वन लोगों को फल और छाया देने के साथ ही सेनानियों और क्रांतिकारियों की याद भी दिलाएंगे।
जिले की सभी ग्राम पंचायतों में आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में 1049 अमृत वन विकसित किए जाएंगे। वन विभाग और पंचायतराज विभाग संयुक्त रूप से ये काम पूरा करेगा। डीएफओ ईशा तिवारी ने बताया कि पौधे वन विभाग उपलब्ध कराएगा और रखरखाव ग्राम पंचायत करेंगी।
वहीं अमृत महोत्सव के तहत जिले में शक्ति वन भी विकसित किया जाएगा। दस हेक्टेयर में विकसित होने वाले इस शक्ति वन में सभी पौधों का रोपण महिलाएं ही करेंगी। इनमें जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, अधिकारी व समाज के अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहीं महिलाओं को आमंत्रित कर पौधरोपण कराया जाएगा। डीएफओ ने बताया कि इसके लिए शुक्लागंज के पास स्थित ग्राम कटरी अलवापुर में 10 हेक्टेयर भूमि चिह्नित की गई है।
उन्नाव। जिले की हर ग्राम पंचायत में अमृत वन की स्थापना होगी। जुलाई में गांवों में स्थान चिह्नित कर एक साथ 75 पौधे रोपे जाएंगे। इन्हें अमृत वन नाम दिया जाएगा। ये वन लोगों को फल और छाया देने के साथ ही सेनानियों और क्रांतिकारियों की याद भी दिलाएंगे।
जिले की सभी ग्राम पंचायतों में आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में 1049 अमृत वन विकसित किए जाएंगे। वन विभाग और पंचायतराज विभाग संयुक्त रूप से ये काम पूरा करेगा। डीएफओ ईशा तिवारी ने बताया कि पौधे वन विभाग उपलब्ध कराएगा और रखरखाव ग्राम पंचायत करेंगी।
वहीं अमृत महोत्सव के तहत जिले में शक्ति वन भी विकसित किया जाएगा। दस हेक्टेयर में विकसित होने वाले इस शक्ति वन में सभी पौधों का रोपण महिलाएं ही करेंगी। इनमें जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, अधिकारी व समाज के अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहीं महिलाओं को आमंत्रित कर पौधरोपण कराया जाएगा। डीएफओ ने बताया कि इसके लिए शुक्लागंज के पास स्थित ग्राम कटरी अलवापुर में 10 हेक्टेयर भूमि चिह्नित की गई है।
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