हाई रिस्क वाले बुखार मरीजों की कराई जाए छह जांचें

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नवाबगंज। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थापित एंसेफलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर (ईटीसी) व डेंगू वार्ड का जिला मलेरिया अधिकारी व पाथ संस्था के जिला समन्वयक ने निरीक्षण किया। सीएचसी प्रभारी से वार्ड के मानकों की जानकारी ली। उन्होंने हाई रिस्क वाले बुखार पीड़ित मरीजों की छह जांचे कराने के निर्देश दिए।
जिला मलेरिया अधिकारी रमेश चंद्र यादव व पाथ संस्था के जिला समन्वयक जितेंद्र कुमार गुरुवार को नवाबगंज सीएचसी पहुंचे। यहां ईटीसी व डेंगू वार्ड में रखे रजिस्टर को देखा। ईटीसी के नोडल अधिकारी को हाई ग्रेड फीवर के मरीजों का ब्लड सैंपल अवश्य लेने के निर्देश दिए। सैंपल से कुल छह जेई (जापानी इंसेफेलाइटिस), मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, स्क्रब टाइफस और लेप्टो स्पाइरोसिस की जांच अवश्य की जाए।
सैंपल संक्रामक रोग विभाग में भेजे जाएं। जिससे उन्हें लखनऊ के राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट लैब भेजा जा सके। गंभीर बुखार के मरीजों की पूरी जानकारी रजिस्टर पर दर्ज होनी चाहिए।
उन्होंने प्रयोगशाला का निरीक्षण भी किया गया। प्रयोगशाला प्राविधिक अनिल कुमार को मानक के अनुसार रक्त पट्टिका बनाए जाने के निर्देश दिए। इस दौरान सीएचसी प्रभारी डॉ. अरुण कुमार व डॉ. राजेश कुमार उपस्थित रहे।

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नवाबगंज। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थापित एंसेफलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर (ईटीसी) व डेंगू वार्ड का जिला मलेरिया अधिकारी व पाथ संस्था के जिला समन्वयक ने निरीक्षण किया। सीएचसी प्रभारी से वार्ड के मानकों की जानकारी ली। उन्होंने हाई रिस्क वाले बुखार पीड़ित मरीजों की छह जांचे कराने के निर्देश दिए।

जिला मलेरिया अधिकारी रमेश चंद्र यादव व पाथ संस्था के जिला समन्वयक जितेंद्र कुमार गुरुवार को नवाबगंज सीएचसी पहुंचे। यहां ईटीसी व डेंगू वार्ड में रखे रजिस्टर को देखा। ईटीसी के नोडल अधिकारी को हाई ग्रेड फीवर के मरीजों का ब्लड सैंपल अवश्य लेने के निर्देश दिए। सैंपल से कुल छह जेई (जापानी इंसेफेलाइटिस), मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, स्क्रब टाइफस और लेप्टो स्पाइरोसिस की जांच अवश्य की जाए।

सैंपल संक्रामक रोग विभाग में भेजे जाएं। जिससे उन्हें लखनऊ के राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट लैब भेजा जा सके। गंभीर बुखार के मरीजों की पूरी जानकारी रजिस्टर पर दर्ज होनी चाहिए।

उन्होंने प्रयोगशाला का निरीक्षण भी किया गया। प्रयोगशाला प्राविधिक अनिल कुमार को मानक के अनुसार रक्त पट्टिका बनाए जाने के निर्देश दिए। इस दौरान सीएचसी प्रभारी डॉ. अरुण कुमार व डॉ. राजेश कुमार उपस्थित रहे।

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