- हरियाणा के सीएम ने उड़न खटोले से किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्र सर्वे
देश में हो रही भारी बारिश से कई राज्यों के हालात काफी खराब होते जा रहे हैं। कहीं बाढ़ तो कहीं भू-स्खलन आम जनजीवन को तबाह करने पर आमादा है। भारी बारिश का असर हरियाणा के कई राज्यों में भी देखने को मिल रहा है। जिसको लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री ने बुधवार को राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का उड़न खटोले से लगभग 4-5 जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद उन्होंने अंबाला में जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की और जिले में बाढ राहत कार्यों की समीक्षा की। वहीं, एयर फोर्स स्टेशन का जायजा लिया। उन्होने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि आपदा में जिन लोगों के घर खराब हुए हैं उनके घर की मरम्मत के लिए जो भी प्रावधान होंगे उस हिसाब से सरकार मदद करेगी। सीएम ने कहा कि सबसे अधिक नुकसान अंबाला में हुआ है, वहीं साथ ही कहा कि कुरुक्षेत्र के गांवों में भी अधिक नुकसान हुआ है। यमुना नगर, कैथल, पानीपत, पंचकूला में भी नुकसान है। अभी तक आपदा के कारण 10 लोगों की मौत हो चुकी है। जिन लोगों की मौत हुई है उनके परिजनों को 4 लाख रुपये बतौर मुआवजा मिलेंगे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पत्रकार वार्ता में कहा कि जहां भोजन की आवश्यकता है वहां भोजन की व्यवस्था कराई जा रही है, जहां पानी की आवश्यकता है वहां पानी के टैंकर की व्यवस्था कराई जा रही है। पशुओं के चारे के बारे में कहा कि जहां-जहां जिला स्तर पर व्यवस्था हो पाएगी वहां जिले स्तर पर, नहीं तो दूसरे जिलों से भी चारा खरीद कर पहुंचाया जाएगा।
भोजन पहले पहुंचाने के लिए एयरफोर्स के माध्यम की भी आवश्यकता होगी तो पहुंचाया जाएगा। सीएम ने कहा कि औसत से अधिक बारिश होने तथा हिमाचल, पंजाब से भी पानी आने के कारण प्रदेश में बाढ के हालात बन गए हैं। कहीं-कहीं तो वर्षों का रिकॉर्ड टूट गया है। बारिश से 7 जिले अंबाला, पचंकूला, कुरुक्षेत्र, करनाल, यमुनानगर, पानीपत और कैथल अधिक प्रभावित हुए हैं। राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है।