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सत्यप्रकाश शर्मा सांसद सतीश गौतम के साथ
– फोटो : साेशल मीडिया
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अलीगढ़ के टप्पल ब्लॉक में हुए सहकारी समिति के चुनाव में अध्यक्ष पदों पर अधिकांश सीटों में भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए हैं, लेकिन जट्टारी सीट पर भाजपा प्रत्याशी की हुई हार से न सिर्फ भाजपा की अंदरूनी लड़ाई सामने आ गई, बल्कि हार पर रार बढ़ती जा रही है। जट्टारी सीट से भाजपा प्रत्याशी एक वोट से हार गए।
भाजपा प्रत्याशी सत्यप्रकाश शर्मा ने कहा कि बहुत आहत हूं। हार की वजह जट्टारी मंडल अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह और दल बदलू क्षेत्र के तथाकथित कुछ भाजपा नेता हैं। आरोप लगाया कि मंडल अध्यक्ष ने मुझे हराने के लिए विपक्षी प्रत्याशी का साथ दिया। मेरे खिलाफ साजिश करते रहे। यहां तक कि जनप्रतिनिधियों ने भी साथ नहीं दिया। मामले का संज्ञान लेते हुए भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य चौधरी शेर सिंह ने मंडल अध्यक्ष के खिलाफ प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह से शिकायत की है।
वहीं, भाजपा जिला अध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल सिंह का कहना है कि भाजपा प्रत्याशी के हार की समीक्षा की जाएगी। अगर मंडल अध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध पाई जाती है तो उनके खिलाफ निश्चित संगठनात्मक कार्यवाही की जाएगी। जट्टारी मंडल अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह का कहना है कि उन्होंने अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए हर संभव प्रयास किया था, लेकिन सफल नहीं हो सके। आरोप निराधार हैं।
बता दें कि इससे पहले वर्ष 2018 में हुए नगर पंचायत जट्टारी के चुनावों में भाजपा प्रत्याशी की हार पर भी भाजपा कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों पर भाजपा प्रत्याशी का अंदर खाने विरोध करने के आरोप लगे थे।
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