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लल्ला गद्दी और अशरफ (फाइल फोटो)
– फोटो : अमर उजाला
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बरेली पुलिस जेल में बंद अशरफ को निष्क्रिय मानकर आंखें मूंदे बैठी थी, पर वह गुर्गों के सहारे जेल में हुकूमत चलाने के साथ ही शहर और आसपास के इलाके में नेटवर्क फैला चुका था। प्रयागराज की काली कमाई से उसने बरेली में प्रॉपर्टी का धंधा शुरू किया था। इसे फैलाने में सद्दाम और लल्ला गद्दी दोनों की भूमिका रही।
लल्ला गद्दी की गिरफ्तारी के बाद पूरे दिन की पूछताछ में पुलिस और विवेचक को ऐसी चौंकाने वाली जानकारियां मिलीं जो प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड से लेकर अतीक गैंग के रंगदारी व वसूली के धंधे तक की परतें खोल रही हैं। पता लगा कि सद्दाम ने खुशबू एन्क्लेव में किराये पर रहकर शहर में गद्दी समाज के युवाओं को अशरफ से जोड़ा था।
इनमें चक महमूद निवासी युवा नेता के तौर पर उभर रहा लल्ला गद्दी अहम किरदार था। लल्ला को गद्दी समाज के पूर्व विधायक व बाहुबली अशरफ की करीबी खूब रास आई। इसके जरिये उसे रुपया मिला तो भविष्य में नेतागिरी चमकने की उम्मीद भी जागी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक लल्ला गद्दी और सद्दाम ने शहर के इज्जतनगर इलाके में कई जमीनों की खरीद फरोख्त दूसरे लोगों के नाम से की। इस धंधे में अशरफ का रुपया लगाया गया। यह रुपया प्रयागराज समेत दूसरे शहरों में अतीक गैंग के खौफ से रंगदारी व अन्य जरिये से जुटाया गया था।
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