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महिला की लाश
– फोटो : सांकेतिक चित्र
विस्तार
आगरा के थाना खंदौली क्षेत्र में दो साल पहले हत्या कर फेंकी गई महिला की लाश की अब तक पहचान नहीं हाे सकी। पुलिस ने अब वैज्ञानिक पद्धति से मृतका का स्केच तैयार कराया है। इसमें विधि विज्ञान प्रयोगशाला एफएसएल के वैज्ञानिकों की मदद ली है। फेसियल रीकंस्ट्रक्शन तकनीकि से यह तैयार किया गया। इसे आगरा ही नहीं आसपास के जिलों और दिल्ली एनसीआर में भेजा गया है।
6 फरवरी 2021 को यमुना एक्सप्रेस वे के खंदौली टोल प्लाजा के समीप एक प्लॉटमें महिला की अधजली लाश मिली थी। हत्या के बाद लाश को फेंका गया था। पहचान छुपाने के लिए चेहरा जलाया गया था। महिला की उम्र तकरीबन 25 साल थी। पुलिस ने मृतका की शिनाख्त के प्रयास किए। मगर, कोई पहचान नहीं सका। घटना स्थल पर पुलिस को चूड़ियां टूटी हुई मिली थीं। चप्पल और पानी की बोतल के साथ माचिस का पैकेट भी मिला था। इतना सब मिलने के बाद भी पुलिस के हाथ पहचान से संबंधित कुछ नहीं लगा। पुलिस नोएडा और गाजियाबाद भी गई थी।
थाना खंदौली के प्रभारी ने बताया कि मामले में हत्या और साक्ष्य मिटाने की धारा में मुकदमा दर्ज है। विधि विज्ञान प्रयोगशाला के वैज्ञानिकों की टीम से फेसियल रीकंस्ट्रक्शन कराते हुए महिला के चेहरे का स्केच तैयार किया गया है। इसके बाद जगह-जगह पोस्टर चस्पा कराए गए हैं। इस स्केच से मिलती जुलती किसी लापता महिला के बारे में जानकारी सभी थानों से मांगी गई है। अन्य जिलों में भी यह फोटो भेजा गया है।
यह मिले थे
पुलिस ने बताया कि मृतका लाल हरी पीले रंग की छींटदार साड़ी पहने हुए थेी। काले रंग का पेटीकोट था। काला ही ब्लाउज भी था। चेहरा जला था। गले में मंगलसूत्र था। पीली धातु का था। नाक में बाली और पैरों बिछुए थे। काले रंग की चूड़ियां भी पहने हुए थी। दाहिने पैर में काले रंग का धागा बंधा हुआ था। उम्र तकरीबन 20-22 साल थी।
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