[ad_1]
बरेली जेल से अशरफ को लेकर प्रयागराज के लिए निकली पुलिस
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के बाद गवाह उमेश पाल का अपहरण कर लिया गया था। उमेश पाल ने इस मामले में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। अपहरण मामले में 28 मार्च को सजा सुनाई जा सकती है। इसलिए अतीक अहमद के छोटे भाई अशरफ को भी पुलिस बरेली केंद्रीय जेल 2 से प्रयागराज ले गई है।
प्रयागराज पुलिस और एसटीएफ रात में ही बरेली आ गई थी। सुबह नौ बजे अशरफ को जेल से निकाला गया तो बड़ी संख्या में मीडिया का जमावड़ा मौके पर था। पुलिस ने जेल गेट पर गाड़ी इस तरह लगाई कि मीडिया से अशरफ की सीधी बात ही नहीं हो सकी। हालांकि गाड़ी में अशरफ के बैठने के बाद मीडिया ने उससे पूछा कि उसे कोई खतरा तो नहीं है तो अशरफ ने अंदर से हाथ हिलाकर खतरे से इनकार किया।
यह है पूरा मामला
राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल का 2006 में अपहरण कर लिया गया था। 2007 में बसपा सरकार आने पर उमेश पाल की ओर से इस मामले में अधिक समेत 11 लोगों के खिलाफ धूमनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इस मामले की सुनवाई 23 मार्च को पूरी हो चुकी है और 28 मार्च को फैसला सुनाया जाना है।
11 में से एक की मौत हो चुकी है जबकि 10 आरोपियों पर आरोप तय हुए हैं। जिन पर आरोप तय हुए हैं उनमें अतीक अहमद के अलावा उसका भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ और गुर्गा आबिद प्रधान, आशिक उर्फ मल्ली, जावेद इसरार, एजाज अख्तर, दिनेश पासी, खान सौलत, हनीफ और एक अन्य शामिल हैं।
यह भी पढ़ें: Prayagraj : ऑपरेशन अतीक पर सबसे बड़ा सवाल- क्या विकास दुबे जैसा होगा माफिया डॉन का हाल
[ad_2]
Source link