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उन्नाव। अलग-अलग हादसों में दो लोगों की मौत हो गई। कार लोडर से टकराने से हेड कांस्टेबल की मौत हो गई। वहीं वाहन की टक्कर से साइकिल सवार वृद्ध ने दम तोड़ दिया।
फतेहपुर जिले के औंग थाना क्षेत्र के रातूपुर गांव निवासी हेड कांस्टेबल अनिल कुमार सिंह (46) वर्तमान में लखनऊ पुलिस लाइन में चालक थे। गुरुवार देर रात वह अवकाश पर कार से घर जा रहे थे। लखनऊ-कानपुर हाईवे पर दही थाना क्षेत्र में पावर हाउस के सामने रात लगभग एक बजे लोडर से उनकी कार टकरा गई। वह कार में ही फंस गए। पुलिस ने मशक्कत के बाद उन्हें कार से बाहर निकालकर जिला अस्पताल पहुंचाया। लेकिन तब तक उनकी सांसें थम गईं। मृतक के छोटे भाई सुभाष सिंह ने बताया अनिल 1996 बैच के सिपाही थे। मृतक की पत्नी रिंपी व दो बेटों का रो-रोकर बुरा हाल है। हादसे के बाद लोडर चालक भाग गया। पुलिस लोडर का पता लगा रही है।
उधर अचलगंज के बेथर गांव निवासी हरिश्चंद्र (60) शुक्रवार सुबह साइकिल से कस्बा अचलगंज स्थित बैंक जा रहे थे। बीआरसी के पास तेज रफ्तार वाहन ने उनकी साइकिल में टक्कर मार दी। गंभीर हालत में उन्हें सीएचसी ले जाया गया, जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां उनकी मौत हो गई। हरिश्चंद्र की मौत से पत्नी सुषमा व बेटी रानी बदहवास हैं।
18 दिन में हुईं दुर्घटनाओं में पांच पुलिस कर्मियों की मौत
सड़क हादसों में रोजाना होने वाली मौतें लोगों के साथ पुलिस विभाग की बेचैनी भी बढ़ा रही है। फरवरी में तीन सड़क हादसों में पांच पुलिस कर्मियों की मौत हो चुकी है। चार फरवरी को सफीपुर कोतवाली क्षेत्र में दूध का टैंकर पलटने से दो महिला सिपाहियों समेत तीन पुलिस कर्मियों की मौत हो गई थी। इससे पहले बीघापुर में कार की टक्कर से पीआरवी बाइक के सिपाही की मौत हो गई थी। गुुुरुवार रात हाईवे पर हुए हादसे में लखनऊ में तैनात पुलिस कर्मी की मौत से विभाग में शोक है।
उन्नाव। अलग-अलग हादसों में दो लोगों की मौत हो गई। कार लोडर से टकराने से हेड कांस्टेबल की मौत हो गई। वहीं वाहन की टक्कर से साइकिल सवार वृद्ध ने दम तोड़ दिया।
फतेहपुर जिले के औंग थाना क्षेत्र के रातूपुर गांव निवासी हेड कांस्टेबल अनिल कुमार सिंह (46) वर्तमान में लखनऊ पुलिस लाइन में चालक थे। गुरुवार देर रात वह अवकाश पर कार से घर जा रहे थे। लखनऊ-कानपुर हाईवे पर दही थाना क्षेत्र में पावर हाउस के सामने रात लगभग एक बजे लोडर से उनकी कार टकरा गई। वह कार में ही फंस गए। पुलिस ने मशक्कत के बाद उन्हें कार से बाहर निकालकर जिला अस्पताल पहुंचाया। लेकिन तब तक उनकी सांसें थम गईं। मृतक के छोटे भाई सुभाष सिंह ने बताया अनिल 1996 बैच के सिपाही थे। मृतक की पत्नी रिंपी व दो बेटों का रो-रोकर बुरा हाल है। हादसे के बाद लोडर चालक भाग गया। पुलिस लोडर का पता लगा रही है।
उधर अचलगंज के बेथर गांव निवासी हरिश्चंद्र (60) शुक्रवार सुबह साइकिल से कस्बा अचलगंज स्थित बैंक जा रहे थे। बीआरसी के पास तेज रफ्तार वाहन ने उनकी साइकिल में टक्कर मार दी। गंभीर हालत में उन्हें सीएचसी ले जाया गया, जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां उनकी मौत हो गई। हरिश्चंद्र की मौत से पत्नी सुषमा व बेटी रानी बदहवास हैं।
18 दिन में हुईं दुर्घटनाओं में पांच पुलिस कर्मियों की मौत
सड़क हादसों में रोजाना होने वाली मौतें लोगों के साथ पुलिस विभाग की बेचैनी भी बढ़ा रही है। फरवरी में तीन सड़क हादसों में पांच पुलिस कर्मियों की मौत हो चुकी है। चार फरवरी को सफीपुर कोतवाली क्षेत्र में दूध का टैंकर पलटने से दो महिला सिपाहियों समेत तीन पुलिस कर्मियों की मौत हो गई थी। इससे पहले बीघापुर में कार की टक्कर से पीआरवी बाइक के सिपाही की मौत हो गई थी। गुुुरुवार रात हाईवे पर हुए हादसे में लखनऊ में तैनात पुलिस कर्मी की मौत से विभाग में शोक है।
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