Kids Murder: बाल से लेकर हाथ के निशान तक जुटाया हर सुबूत, खुलेंगे नए राज, शाहिद बोला- 22 साल का भरोसा टूटा

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मेरठ के खैरनगर में मेराब और कोनेन की हत्या को लेकर सोमवार को भी लोगों में रोष रहा। वहीं, चौथे दिन भी गंगनहर में बच्ची की तलाश जारी रही। मंगलवार एनडीआरएफ को भी बुलाया है। इंस्पेक्टर देहलीगेट ऋषिपाल सिंह का कहना कि हत्यारोपियों के बाल और हाथों के निशान के फिंगर प्रिंट सहित अन्य कई सुबूत लिए थे। मेराब की शर्ट से कई लंबे बाल मिले थे। जिसको जांच के लिए फॉरेंसिंक लेब भेजा गया। अंदेशा है कि बच्ची को आरोपियों ने दूसरी जगह तो नहीं फेंका, जिसको जानने के लिए पुलिस निशा और सऊद से जेल में पूछताछ करेंगी।

हत्यारोपियों को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में अर्जी लगा दी। देहलीगेट के खैरनगर निवासी शाहिद बेग का बेटा मेराब और बेटी कोनेन बुधवार शाम लापता हो गए थे। गुरुवार देर रात दोनों बच्चों की हत्या का खुलासा हुआ और मां, उसका प्रेमी पूर्व पार्षद सऊद सैफी, पड़ोसी मुसर्रत, कोसर, आरिफ और साद को गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार को मेराब का शव बरामद हो गया था। प्रेम प्रसंग और तंत्र मंत्र के चलते दोनों बच्चों की हत्या हुई है। चार दिन बीतने के बावजूद भी कोनेन का शव नहीं मिला।



सोमवार को कोनेन के शव की तलाश में गंगनहर में सर्च अभियान चलाया गया लेकिन सफलता नहीं मिली। इंस्पेक्टर देहलीगेट का कहना कि आज भी अभियान जारी रहेगा। बच्ची कहीं दूसरी जगह तो नहीं फेंकी, इसको लेकर जेल में बंद हत्यारोपी सऊद-निशा से पूछताछ की जाएगी। भाई-बहन की हत्या को लेकर खैरनगर के लोगों में चौथे दिन भी आक्रोश है।

 


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हत्यारोपियों ने कहां पर फेंकी बच्ची

घटना का खुलासा होते ही मेराब का शव पूठखास स्थित गंगनहर में मिल गया था, जबकि कोनेन का शव नहीं मिला। जबकि हत्यारोपियों ने दोनों के शव सरधना क्षेत्र अटरेना गांव स्थित गंगनहर से फेंकना बताया है। सवाल उठता है कि जब दोनों बच्चों को एक ही जगह से फेंका तो बच्ची का शव अभी तक क्यों नहीं मिला। पुलिस इसी सवाल का जवाब ढूंढ रही है कि आखिर बच्ची को कहां फेंका गया।


अब मैं अकेला, 22 साल का विश्वास टूटा 

शाहिद बेग का कहना है कि शादी कर निशा के साथ 22 साल बिताए हैं। न तो वह मेरी हुई और न ही बच्चों की। जिन बच्चों को उसने जन्म दिया, उनको ही मार दिया है। निशा के भाई के साथ ही सऊद हमारे घर पर आना-जाना शुरू किया था। अब मैं अकेला रह गया हूं। पत्नी के साथ उसके मायके वालों से भी सारे रिश्ते तोड़ दिए हैं। वहीं, निशा के भाई ने कहा कि हमारी भी बदनामी हुई है। हम लोग शाहिद के साथ है। 


निशा को लेकर आक्रोश

फेसबुक की डीपी सहित अन्य सोशल मीडिया मंच पर खैरनगर के लोग निशा-सऊद के फोटो-वीडियो लगाकर टिप्पणियां कर रहे हैं। स्थानीय लोगों में दोनों के प्रति जबरदस्त गुस्सा है और कहते हैं कि दोनों की फांसी की सजा भी कम है। पुलिस ने हत्यारोपियों के खिलाफ मजबूत साक्ष्य जुटाने की बात कहकर चार्जशीट लगाने का दावा किया है। हालांकि बच्ची के शव मिलने के बाद ही पुलिस की विवेचना आगे बढ़ेगी।


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