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उन्नाव। नगर पालिका को जानकारी दिए बिना एक दूर संचार कंपनी ने शहर में मुख्य मार्ग पर भूमिगत पाइप लाइन डालने के लिए जेसीबी से गड्ढा खोदा। इस दौरान भूमिगत पाइप लाइन फूटने से जल बहाव शुरू हो गया। इससे मोहल्ला बाबूगंज और पीतांबर नगर की जलापूर्ति बाधित हो गई। गली-मोहल्ले में जलभराव के बीच लोगों ने हैंडपंपों और पड़ोसियों के सबमर्सिबल पंप से अपनी पानी की जरूरत पूरी की।
भूमिगत केबिल डालने के लिए एक निजी क्षेत्र की दूर संचार कंपनी ने सोमवार रात नगर पालिका को बिना सूचना दिए खोदाई शुरू करा दी। मोहल्ला बाबूगंज में हरदोई रोड पुल के पास जैसे ही जेसीबी से गड्ढा खोदा गया, नगर पालिका की भूमिगत जलापूर्ति की पाइप लाइन फूट गई। इसके बाद कंपनी के कर्मचारी मशीनें व अन्य सामान वहीं छोड़कर भाग गए। मंगलवार सुबह तक मुख्य मार्ग के किनारे, मोहल्ला बाबूगंज और कृष्णानगर में जलभराव हो गया। इन मोहल्लों में करीब पांच हजार घरों में पानी नहीं पहुंच पाया। मोहल्ला निवासी विजय कुमार, राजू, मोहित आदि ने बताया कि पाइप लाइन टूट जाने से घरों में पानी नहीं आया। बताया कि मोहल्ले में लगे हैंडपंपों और आसपास रहने वाले लोगों के यहां सबमर्सिबल पंप से पानी लेकर काम चलाया। बाबूगंज वार्ड के सभासद राजेश कुमार ने बताया कि एक तरफ पीने की पानी की समस्या है तो वहीं दूसरी तरफ जलभराव मुसीबत बना गया है। बताया कि रास्तों में पानी भरने से लोगों को आने-जाने में भी दिक्कत हो रही है। बताया कि नगर पालिका ईओ को समस्या बताई है। उन्होंने पाइप लाइन की मरम्मत के लिए टीम भेजने की बात कही है।
पालिका और जल निगम के बीच उलझा रहा मामला
भूमिगत पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने की सूचना पर पहले नगरपालिका जलकल विभाग के अधिकारियों ने जल निगम का मामला बताया। कहा कि जल निगम अमृत योजना के तहत डाली गई भूमिगत पाइप लाइन की टेस्टिंग कर रहा है। उसी में लीकेज हुआ है।
इसके बाद जल निगम को सूचना दी गई। जल निगम की टीम पहुंची और गड्ढे की सफाई कर जांच की तो पाया गया कि जल निगम की पाइप लाइन सुरक्षित है। नगर पालिका की पाइप लाइन ही फूटी है। इसके चलते मंगलवार देर शाम तक पाइप लाइन की मरम्मत नहीं हो सकी।
देर रात तक मरम्मत कराने का दावा
नगर पालिका जलकल विभाग के जेई विवेक वर्मा ने बताया कि एक निजी कंपनी द्वारा बिना सूचना और अनुमति लिए खोदाई गई, इससे भूमिगत पाइप लाइन फूट गई है। बताया कि मंगलवार देर रात तक मरम्मत करा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि बिना अनुमति खोदाई करने वाली कंपनी के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को लिख रहे हैं।
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