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सार
27 अक्टूबर 2017 को फतेहाबाद के एक मोहल्ले की रहने वाली विवाहिता ससुराल जाते समय लापता हो गई थी। पुलिस ने शुक्रवार को बदायूं से उसे बरामद कर लिया और मजिस्ट्रेट के सामने उसके बयान दर्ज कराए।
आगरा के फतेहाबाद से वर्ष 2017 में संदिग्ध हालात में लापता हुई विवाहिता शुक्रवार को बदायूं के बिल्सी क्षेत्र के एक गांव में मिल गई। वह वहां एक युवक से शादी कर रह रही थी। उसे एक बेटी भी है। पुलिस ने मजिस्ट्रेट के सामने उसका बयान दर्ज कराया। जहां उसने अपने मौजूदा पति के साथ ही रहना स्वीकार किया। बयान के बाद विवाहिता पति के साथ बदायूं लौट गई।
फतेहाबाद के इंस्पेक्टर आलोक कुमार सिंह ने बताया कि 27 अक्टूबर 2017 को कस्बे के एक मोहल्ले की रहने वाली विवाहिता ससुराल जाते समय रास्ते से लापता हो गई थी। परिजनों ने विवाहिता की तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके बाद 13 फरवरी 2018 को थाना फतेहाबाद में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई। इसके बाद तीन साल तक पुलिस उसकी तलाश करती रही।
परिजनों ने हाईकोर्ट से भी लगाई थी गुहार
परिजनों ने इस मामले में उच्च न्यायालय में याचिका भी दायर कर बरामदगी की गुहार लगाई थी। इसके बाद एसटीएफ, क्राइम ब्रांच की टीम विवाहिता की तलाश में लगाई गई, लेकिन वह नहीं मिली। इधर, लापता युवती भटकते हुए बदायूं पहुंच गई थी। एक गांव में उसे लोगों ने भटकते देखा, तो प्रधान को जानकारी दी। प्रधान ने उससे पूछताछ की, तो उसने बताया कि इस दुनिया में उसका कोई नहीं है।
इस पर प्रधान ने उसे अपने यहां शरण दी। बाद में गांव के ही एक व्यक्ति से उसकी शादी भी करा दी। विवाहिता के एक बेटी भी है। इधर, कुछ दिन पहले विवाहिता ने यूट्यूब वीडियो में फतेहाबाद के लोक गायक का नंबर देखा। इस पर फोन करके अपने परिजनों के बारे में बताया। उनसे बात कराने की गुहार लगाई। उसने विवाहिता की पिता से बात करा दी।
बेटी के बदायूं में होने की जानकारी पिता ने फतेहाबाद थाने में दी। इसके बाद पुलिस उसके माता-पिता को लेकर बदायूं पहुंची और विवाहिता को बरामद किया। मजिस्ट्रेट के सामने वह अपने मौजूदा पति के साथ ही रहने की हामी भरी। इस पर पुलिस ने उसे पति के साथ जाने दिया। वहीं चार साल बाद बेटी के मिलने पर परिवार के लोग खुश हैं।
विस्तार
आगरा के फतेहाबाद से वर्ष 2017 में संदिग्ध हालात में लापता हुई विवाहिता शुक्रवार को बदायूं के बिल्सी क्षेत्र के एक गांव में मिल गई। वह वहां एक युवक से शादी कर रह रही थी। उसे एक बेटी भी है। पुलिस ने मजिस्ट्रेट के सामने उसका बयान दर्ज कराया। जहां उसने अपने मौजूदा पति के साथ ही रहना स्वीकार किया। बयान के बाद विवाहिता पति के साथ बदायूं लौट गई।
फतेहाबाद के इंस्पेक्टर आलोक कुमार सिंह ने बताया कि 27 अक्टूबर 2017 को कस्बे के एक मोहल्ले की रहने वाली विवाहिता ससुराल जाते समय रास्ते से लापता हो गई थी। परिजनों ने विवाहिता की तलाश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके बाद 13 फरवरी 2018 को थाना फतेहाबाद में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई गई। इसके बाद तीन साल तक पुलिस उसकी तलाश करती रही।
परिजनों ने हाईकोर्ट से भी लगाई थी गुहार
परिजनों ने इस मामले में उच्च न्यायालय में याचिका भी दायर कर बरामदगी की गुहार लगाई थी। इसके बाद एसटीएफ, क्राइम ब्रांच की टीम विवाहिता की तलाश में लगाई गई, लेकिन वह नहीं मिली। इधर, लापता युवती भटकते हुए बदायूं पहुंच गई थी। एक गांव में उसे लोगों ने भटकते देखा, तो प्रधान को जानकारी दी। प्रधान ने उससे पूछताछ की, तो उसने बताया कि इस दुनिया में उसका कोई नहीं है।
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