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संवाद न्यूज एजेंसी, उन्नाव
Updated Tue, 11 Apr 2023 12:47 AM IST
उन्नाव। जिले में माइनर की सफाई में हर कदम पर मानकों की अनदेखी की गई है। ग्रामीण क्षेत्रों की माइनरों की सफाई नहीं की गई और ना नहर पटरियों की मरम्मत कराई गई। मानकों की अनदेखी का मामला अब जलशक्ति मंत्री तक पहुंच गया है। भाजपा नेता ने कई माइनरों की शिकायत करके जांच कराए जाने की मांग की है।
रबी सीजन की शुरुआत से पहले नहर और सिंचाई विभाग ने माइनरों की सफाई शुरू कराई थी। ड्रोन से सफाई कार्य की निगरानी का दावा करते हुए 4.50 करोड़ खर्च किए जाने की बात कही गई। अभी रबी सीजन चल ही रहा है और माइनर सफाई पर सवाल उठने लगे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के अंदर की कई माइनरों की सफाई में केवल कोरम ही पूरा किया गया है। धरातल पर सफाई न होने से माइनरों में झाड़ियां उगी हैं। सबसे ज्यादा अंधेरगर्दी बिछिया विकासखंड में की गई है। यहां पर भटखेरवा, जगेथा आदि माइनरों में अभी भी बड़ी बड़ी झाड़ियां उगी हैं। इसके चलते माइनर में पानी आगे नहीं बढ़ पाया। जिससे किसानों को रबी सीजन में फसलों की सिंचाई के लिए पानी नहीं मिला। इसको लेकर अब शिकायतें भी होने लगी हैं।
भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष भूपेश कुमार ने जलशक्ति मंत्री को भेजे गए शिकायती पत्र में कई माइनरों का जिक्र करते हुए सफाई पर सवाल उठाए हैं। भूपेश कुमार ने बताया कि आसीवन मौरावां ब्रांच नहर, शाहपुर रजबहा के साथ समाधा, सिकरी, इस्माइलपुर व कंदरपुर माइनरों में समुचित तरीके से सफाई कार्य न कराकर लाखों रुपये की हेराफेरी की गई है। जबकि अधिकारियों का दावा है कि सफाई की गई है। सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि यदि सफाई कराई गई होती तो मिट्टी खुदाई के बाद पटरी पर डाली जाती। कहीं भी पटरी पर मिट्टी नहीं डाली गई। भाजपा नेता ने इनके अलावा पुरवा तहसील की सभी माइनरों की सफाई की जांच कराने की मांग की। कहा कि माइनर सफाई में काफी गड़बड़ियां की गईं हैं। इसमें अधिकारी व ठेकेदारों का गठजोड़ है। उन्होंने सफाई कार्यों की टेक्निकल ऑडिट कमेटी (टीएसी) से उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाए। सीडीओ ऋषिराज ने बताया कि विभागीय अधिकारियों से इस संबंध में जवाब मांगा जाएगा।
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