[ad_1]
केशव और नंदी में साफ दिखीं दिलों की दूरियां
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
सपा नेता रईस शुक्ला को बगैर राय लिए भाजपा में शामिल कराने को लेकर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से खफा कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के दिलों की दूरियां मुख्यमंत्री की मौजूदगी में भी घट नहीं सकीं। निकाय चुनाव प्रचार के आखिरी दिन समर्थन जुटाने पहुंचे योगी के आगे नंदी ने डिप्टी सीएम का नाम तक नहीं लिया। मंच पर कोई बातचीत होते भी नहीं दिखी।
पुलिस लाइंस में पहुंचते ही मुख्यमंत्री का स्वागत करने के बाद औद्योगिक विकास मंत्री नंदी उनके ही साथ सभास्थल में मंच पर पहुंचे। यहां उनके और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बीच खिंचाव दूर से दिखाई दिया। मौर्य, सीएम के दाहिनी ओर बैठे तो नंदी बायीं ओर। जब नंदी को संबोधन के लिए आमंत्रित किया गया तो नंदी ने मंचासीन प्रमुख नेताओं का नाम लिया और भाजपा उम्मीदवारों को जिताने की अपील भी की, लेकिन उप मुख्यमंत्री का नाम नहीं लिया।
वहीं, जब मौर्य की अगुवाई में सीएम को गदा भेंट की गई तो नंदी ही नहीं, पूर्व मेयर भी दूर ही खड़ी रहीं। ऐसा लगा कि किसी ने उनसे पास आने के लिए कहा भी नहीं। यही दृश्य फिर दोहराया, जब सीएम को भारी-भरकम माला पहनाई गई। तब भी नंदी पीछे हो गए या कर दिए गए।
हालांकि, बीच-बीच में जिले के प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह जरूर दोनों को बारी-बारी से मनाते दिखाई दिए। मुख्यमंत्री के साथ नंदी की हंसी-ठिठोली भी खूब दिखाई दी। इन घटनाक्रमों ने न सिर्फ जनता का ध्यान खींचा, बल्कि चर्चा का मुद्दा भी बन गया। डिप्टी सीएम की ओर से प्रत्यक्ष दूरी जरूर नहीं दिखी। पूर्व महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने पार्टी के महापौर और पार्षद पद के उम्मीदवारों के लिए वोट मांगे। हालांकि, उनके चेहरे पर टिकट न मिलने की टीस साफ दिखाई दी।
[ad_2]
Source link