[ad_1]
सीएचसी सिकंदराराऊ में जमीन पर रखा शव
– फोटो : फाइल फोटो
विस्तार
21 मई को एटा जिले के गांव मऊ निवासी व्यक्ति की दुर्घटना में मौत के बाद उसके शव को सिकंदराराऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर स्ट्रेचर न मिलने के मामले में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के आदेश पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मंजीत सिंह ने जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है। उन्होंने कमेटी को तीन दिन में जांच पूरी करके रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि 21 मई को 34 वर्षीय युवक जगदीश पुत्र परशुराम निवासी मऊ जिला एटा की बाइक थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र के गांव बिलार के निकट अनियंत्रित होकर फिसल गई। हादसे में जगदीश गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को टोल प्लाजा के कर्मचारी एंबुलेंस की मदद से सीएचसी लेकर आए। वहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत के बाद शव को स्वास्थ्यकर्मियों ने अस्पताल के बरामदे में रख दिया। अस्पताल से मिली सूचना पर युवक के परिजन सीएचसी पहुंचे तो शव बरामदे में जमीन पर पड़ा था। यह देखकर मृतक के परिजनों ने गुस्से का इजहार किया था।
मामले के सुर्खियों में आने के बाद उपमुख्यमंत्री व प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने संज्ञान लेते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी को इसके लिए संबंधित की जिम्मेदारी तय करते हुए तीन दिन में रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। सीएमओ ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है। सीमएओ ने बताया कि उपमुख्यमंत्री के आदेश पर तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई है। कमेटी में डॉ. नरेश गोयल, डॉ. बिजेंद्र सिंह व डॉ.आनंद को जांच अधिकारी नामित किया गया है। पीड़ित पक्ष के साथ सीएचसी के चिकित्सक व पूरे स्टाफ के बयान दर्ज किए जाएंगे। जांच रिपोर्ट को तीन दिन में उपमुख्यमंत्री को भेजा जाएगा।
[ad_2]
Source link