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मां प्रतिमा के साथ चैतन्य अवस्थी
– फोटो : अमर उजाला
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कोरोना काल में पिता की मौत ने तोड़ दिया था। कुछ समझ नहीं आ रहा था, लेकिन मां प्रतिमा अवस्थी ने संभाला। उन्होंने ही पिता के सपने को पूरा करने का हौसला दिया। खुशी है कि अपने माता-पिता के सपने को पूरा कर लिया। यह कहना है यूपीएससी में 37वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस बनने वाले कानपुर के चैतन्य अवस्थी का। विशेष बात यह है कि उनको यह सफलता पहले प्रयास में मिली है। चैतन्य के पिता संतशरण अवस्थी वरिष्ठ पत्रकार थे।
मूलरूप से औरैया के बेलूपुर बिधूना निवासी चैतन्य शहर में बर्रा गांव में रहते हैं। कोलकाता में नेशनल लॉ कॉलेज से बीए-एलएलबी की पढ़ाई की। वर्ष 2021 में पढ़ाई पूरी करने के बाद एक साल तक यूपीएससी की तैयारी की। वर्ष 2022 में पहली बार यूपीएससी दिया और सफलता प्राप्त की। उन्होंने कहा कि पिता ने ही सिविल सर्विसेज की ओर प्रेरित किया था। मुझे देश के प्रति समर्पित लोगों की कहानियां प्रभावित करती हैं।
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