गौरव ने 226वीं रैंक हासिल कर बढ़ाया मान
शहर के तारामंडल के रहने वाले गौरव त्रिपाठी ने सिविल सेवा परीक्षा में 226वीं रैंक हासिल की है। दो बार इंटरव्यू में असफल होने के बाद भी गौरव ने हार नहीं मानी और तीसरी बार में सफलता का परचम लहरा दिया। हिंदी मीडियम से पढ़ाई करने वाले गौरव ने 10वीं और 12वीं की पढ़ाई राजकीय जुबली इंटर कॉलेज से की है। इसके बाद आईआईटी रुड़की से पढ़ाई के दौरान सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जुट गए।
दो बार मेंस परीक्षा में सफल हुए, लेकिन इंटरव्यू में सफलता नहीं मिली। वर्ष 2020 की परीक्षा में सफल हुए, लेकिन रैंक अच्छी नहीं होने के चलते ज्वाइन नहीं किया। आईएएस बनने का लक्ष्य तय कर फिर से तैयारी में जुट गए। ऑनलाइन कोचिंग शुरू की और तीसरी बार में सफलता हासिल कर लिया। गौरव मूल रूप से देवरिया के रुद्रपुर के मनिहरपुर के रहने वाले हैं। उनके पिता भारतीय सेना से सेवानिवृत्त होकर पीएनबी बैंक में कैशियर के पद पर कार्यरत हैं।
माता कुसुमलता त्रिपाठी गृहणी हैं। बड़े भाई कोचिंग चलाते हैं, जबकि छोटा भाई बीटेक कर रहा है। गौरव का कहना है कि सिविल सेवा परीक्षा में सफलता के लिए धैर्य बहुत जरूरी है। बताया कि सोशल मीडिया पर काफी ध्यान देता था। खुद एक यूट्यूब चैनल भी बना रखा है। उस पर अपने कोर्स से संबंधित जानकारी साझा करता हूं। सात से आठ घंटे ही पढ़ाई करता था। पढ़ाई के दौरान तनाव नहीं लेता था। परिवार का हर कदम पर साथ मिला, जिसकी बदौलत सफलता हासिल हुई है।