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प्रतिज्ञा डूबी
– फोटो : फाइल फोटो
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दशहरा पर गंगा स्नान के दौरान कछला में अलग-अलग घाट पर डुबकी लगाते समय गहराई में चले जाने से हसायन हाथरस की आठ वर्षीय बालिका समेत सात श्रद्धालु बह गए। गोताखोरों ने मशक्कत कर छह श्रद्धालुओं को तो सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन बालिका का देर शाम तक पता नहीं लग पाया। हादसे से परिवार में गम का माहौल है।
हादसा रेल पुल से पश्चिमी की ओर घाट से करीब आधा किलोमीटर दूर हुआ। बालिका प्रतिज्ञा (8) मोहल्ला कुशवाहा निवासी तेजेंद्र सिंह की पुत्री थी। वह और यहीं के बांके लाल परिवार के साथ गंगा दशहरा पर्व पर स्नान करने के लिए गए थे। घाट पर भीड़भाड़ की वजह से तेजेंद्र और बांके लाल के परिजन बच्चों के साथ आगे बढ़ते चले गए। किनारे पर ही कपड़े रखकर दोनों परिवार के लोग डुबकी लगाने लगे। उसी दौरान तेजेंद्र की बेटी प्रतिज्ञा, बांकेलाल के बच्चों में दिगंबर (सात) और सपना (नौ) बहने लगी तो परिजनों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। दौड़कर पहुंचे गोताखोरों ने दिगंबर और सपना को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन प्रतिज्ञा का पता नहीं चल पाया।
देर शाम तक उसकी खोजबीन चलती रही। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी लापता प्रतिज्ञा के तलाश के लिए अलग से गोतखोरों की टीम लगा दी है। इसके अलावा यहां बिल्सी थाना क्षेत्र के गांव सूरजपुर निवासी शिवकुमार पुत्र भानुप्रताप, एटा के कासिमपुर प्रदीप पुत्र अनार सिंह, कोतवाली क्षेत्र के धौरेरा गांव नीतू पुत्री नेत्रपाल भी ड़ुबकी लगाते समय बह गई। इनमें प्रदीप और शिवकुमार को गोताखोरों तो नीतू को उसके परिजनों ने सकुशल निकाल लिया। इसके अलावा कासगंज का एक युवक भी बहा, लेकिन उसे नाविक ने खींच लिया।
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